रेगुलर फॉर्च्यूनर से कितनी अलग है Toyota Fortuner Hybrid? यहां जान लीजिए 5 बड़े अंतर
Toyota Fortuner Hybrid vs Regular Fortuner: टोयोटा फॉर्च्यूनर हाइब्रिड उन ग्राहकों के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता है, जो अपनी SUV में परफॉर्मेंस और फ्यूल एफिशिएंसी दोनों चाहते हैं.
Toyota Fortuner Hybrid Vs Regular: टोयोटा फॉर्च्यूनर हाइब्रिड में सबसे बड़ा बदलाव इसके 2.8-लीटर डीजल इंजन में देखने को मिलता है, जिसे अब 48V माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम के साथ जोड़ा गया है. इस सेटअप में ISG (इंटीग्रेटेड स्टार्टर जनरेटर) होता है, जो ड्राइविंग के दौरान टॉर्क असिस्ट और स्मूद स्टार्ट-स्टॉप एक्सपीरियंस देता है.
यह टेक्नोलॉजी न सिर्फ पावर डिलीवरी को सही करती है बल्कि थ्रॉटल रिस्पॉन्स को भी ज्यादा रिफाइंड बनाती है. अकेले ISG सिस्टम से 16bhp की पावर और 42Nm टॉर्क मिलता है, जबकि कुल आउटपुट 201bhp/500Nm बना रहता है. इस बदलाव से शहर में ट्रैफिक में गाड़ी चलाना पहले से ज्यादा स्मूद और बैलेंसड फील होता है.
बेहतर माइलेज
हाइब्रिड सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी है. कंपनी का दावा है कि MHEV (Mild Hybrid Electric Vehicle) फॉर्च्यूनर नॉर्मल डीजल फॉर्च्यूनर से 5% ज्यादा माइलेज देती है. हालांकि अब तक इसका आधिकारिक माइलेज आंकड़ा सामने नहीं आया है, लेकिन यह स्पष्ट है कि हाइब्रिड सिस्टम इंजन पर लोड कम करके फ्यूल की बचत करता है.
रिफाइन्ड NVH लेवल और स्मूद गियरशिफ्टिंग
हाइब्रिड टेक्नोलॉजी केवल पावर ही नहीं बढ़ाती, बल्कि NVH (Noise, Vibration, Harshness) यानी गाड़ी के शोर और कंपन को भी कम करती है. इंजन स्टार्ट-स्टॉप के दौरान कम आवाजऔर कंपन होता है, जिससे राइड क्वालिटी बेहतर महसूस होती है. साथ ही, हाइब्रिड वर्जन के गियर शिफ्ट्स डीजल मॉडल से ज्यादा स्मूद और रिफाइन्ड हैं. इसका मतलब यह है कि ड्राइवर को हर बार गियर बदलते समय कम झटका और ज्यादा बेहतर महसूस होगी.
अपडेटेड इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर
टोयोटा फॉर्च्यूनर हाइब्रिड का केबिन डिजाइन और लेआउट रेगुलर मॉडल जैसा ही है, लेकिन इसका इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर खास हाइब्रिड के लिए अपडेट किया गया है. इसमें बैटरी चार्ज स्थिति, पावर फ्लो, और रीजनरेशन अलर्ट जैसे ग्राफिक्स मिलते हैं. इसके अलावा, ADAS (Toyota Safety Sense) और 360-डिग्री कैमरा जैसे स्मार्ट सेफ्टी फीचर्स भी इसमें जोड़े गए हैं (दक्षिण अफ्रीका-स्पेक वर्जन के अनुसार). यह नया डिस्प्ले न सिर्फ ड्राइव को अधिक इंटरैक्टिव बनाता है, बल्कि गाड़ी की स्थिति का रीयल-टाइम डेटा भी दिखाता है.
वजन और ड्राइविंग एक्सपीरियंस
टोयोटा फॉर्च्यूनर हाइब्रिड का वजन इसके बैटरी पैक और ISG यूनिट के कारण रेगुलर मॉडल से लगभग 60-80 किलो अधिक होता है. यह वर्जन शहर की सड़कों पर ज्यादा आरामदायकऔर स्मूद राइड देता है. हाइब्रिड असिस्ट की वजह से स्टार्टिंग टॉर्क ज्यादा मिलता है जिससे ट्रैफिक में गाड़ी ज्यादा हल्की और रेस्पॉन्सिव लगती है.
अगर आप ज्यादा माइलेज, स्मूथ राइड और नई तकनीक की चाह रखते हैं, तो फॉर्च्यूनर हाइब्रिड आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकती है, लेकिन यदि आपकी प्राथमिकता केवल पावर और ऑफ-रोडिंग है, तो रेगुलर फॉर्च्यूनर आज भी एक शानदार SUV है.
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