एक्सप्लोरर

एक नहीं होते टर्टल और Tortoise, समझिए दोनों में क्या अंतर होता है

Turtle Vs Tortoise: इंग्लिश टू हिंदी ट्रांसलेटर का उपयोग करेंगे तो Turtle और Tortoise शब्दों का हिंदी अर्थ कछुआ मिलेगा. दिखने में भी ये दोनों एक जैसे ही होते हैं, लेकिन दोनों में काफी अंतर होता है.

Turtle Vs Tortoise: इंग्लिश टू हिंदी ट्रांसलेटर का उपयोग करेंगे तो Turtle और Tortoise शब्दों का हिंदी अर्थ कछुआ मिलेगा. दिखने में भी ये दोनों एक जैसे ही होते हैं, लेकिन दोनों में काफी अंतर होता है.

कछुआ

1/10
जंतु विज्ञान में कछुआ सरीसृप संघ का सदस्य है, जिसमें सांप, छिपकली और मगरमच्छ आदि आते हैं, यानी कछुआ भी सांप, मगरमच्छ, छिपकली का ही रिश्तेदार है. इनकी स्टडी को हेर्पटोलॉजी (Herpatology) कहा जाता है.
जंतु विज्ञान में कछुआ सरीसृप संघ का सदस्य है, जिसमें सांप, छिपकली और मगरमच्छ आदि आते हैं, यानी कछुआ भी सांप, मगरमच्छ, छिपकली का ही रिश्तेदार है. इनकी स्टडी को हेर्पटोलॉजी (Herpatology) कहा जाता है.
2/10
Turtle को जंतु विज्ञान की भाषा में Chelon (चिलोन) कहा जाता है. यह पूरी तरह से Marine है, यानी पानी में ही रहता है. जबकि, Tortoise को Testudo (टेस्टुडो) कहा जाता है और यह Terrestrial है, यानी जमीन पर रहता है.
Turtle को जंतु विज्ञान की भाषा में Chelon (चिलोन) कहा जाता है. यह पूरी तरह से Marine है, यानी पानी में ही रहता है. जबकि, Tortoise को Testudo (टेस्टुडो) कहा जाता है और यह Terrestrial है, यानी जमीन पर रहता है.
3/10
कछुए और टॉर्टोइस दोनों कच्ची और पक्की खाल वाले, पानी में रहने वाले सरीसृप होते हैं, जिनकी खासियत उनकी शेल्स में होती है. कछुओं के पास पतली शेल्स होते हैं जो पानी में आसानी से तैरने में मदद करते हैं. जबकि टॉर्टोइस की शेल्स गोलाकार और गुंबददार होती हैं.
कछुए और टॉर्टोइस दोनों कच्ची और पक्की खाल वाले, पानी में रहने वाले सरीसृप होते हैं, जिनकी खासियत उनकी शेल्स में होती है. कछुओं के पास पतली शेल्स होते हैं जो पानी में आसानी से तैरने में मदद करते हैं. जबकि टॉर्टोइस की शेल्स गोलाकार और गुंबददार होती हैं.
4/10
कछुए अपना पूरा जीवन पानी में ही बिताते हैं, वहीं टॉर्टोइस जमीन पर अधिक समय बिताते हैं.
कछुए अपना पूरा जीवन पानी में ही बिताते हैं, वहीं टॉर्टोइस जमीन पर अधिक समय बिताते हैं.
5/10
कछुओं के पास तैरने के लिए फ्लिपर जैसे या जालदार पैर होते हैं, वहीं टॉर्टोइस के पास फोरलेग्स और एलिफेंटाइन के पैर होते हैं जो उन्हें चारों ओर घूमने और अतिरिक्त वजन उठाने में मदद करते हैं.
कछुओं के पास तैरने के लिए फ्लिपर जैसे या जालदार पैर होते हैं, वहीं टॉर्टोइस के पास फोरलेग्स और एलिफेंटाइन के पैर होते हैं जो उन्हें चारों ओर घूमने और अतिरिक्त वजन उठाने में मदद करते हैं.
6/10
कछुए ओमनीवोरस (सर्वभक्षक) होते हैं और वे जेलीफिश, समुद्री शैवाल और अन्य समुद्री पौधों को खाते हैं. जबकि टॉर्टोइस आम तौर पर शाकाहारी (वेजिटेरियन) होते हैं और वे घास और पत्तेदार सब्जियों को खाते हैं.
कछुए ओमनीवोरस (सर्वभक्षक) होते हैं और वे जेलीफिश, समुद्री शैवाल और अन्य समुद्री पौधों को खाते हैं. जबकि टॉर्टोइस आम तौर पर शाकाहारी (वेजिटेरियन) होते हैं और वे घास और पत्तेदार सब्जियों को खाते हैं.
7/10
कछुओं का जीवनकाल आमतौर पर 20-40 वर्ष होता है, जबकि टॉर्टोइस का जीवनकाल आमतौर पर 80-150 वर्ष होता है.
कछुओं का जीवनकाल आमतौर पर 20-40 वर्ष होता है, जबकि टॉर्टोइस का जीवनकाल आमतौर पर 80-150 वर्ष होता है.
8/10
आमतौर पर टर्टल यानी कछुए बड़े होते हैं. सबसे बड़े कछुए
आमतौर पर टर्टल यानी कछुए बड़े होते हैं. सबसे बड़े कछुए "लेदरबैक" का वजन 300 से 700 किलो के बीच है.
9/10
टॉर्टोइस आम तौर पर कछुओं से छोटे होते हैं. सबसे बड़ा टॉर्टोइस
टॉर्टोइस आम तौर पर कछुओं से छोटे होते हैं. सबसे बड़ा टॉर्टोइस "अल्डाब्रा जायंट" (Aldabra Giant) होता है जिसका औसत वजन 250 किलो होता है.
10/10
कछुओं की संख्या के घटने को देखते हुए, हर साल 23 मई को विश्व कछुआ दिवस भी मनाया जाता है जिसका मकसद उनके संरक्षण को प्रोत्साहित करना होता है.
कछुओं की संख्या के घटने को देखते हुए, हर साल 23 मई को विश्व कछुआ दिवस भी मनाया जाता है जिसका मकसद उनके संरक्षण को प्रोत्साहित करना होता है.

जनरल नॉलेज फोटो गैलरी

और देखें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement
Advertisement
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

दो प्लेन, एक राष्ट्रपति… दुनिया देखती रह गई, पुतिन की सीक्रेट फ्लाइट का भेद दिल्ली पहुंचकर खुला!
दो प्लेन, एक राष्ट्रपति… दुनिया देखती रह गई, पुतिन की सीक्रेट फ्लाइट का भेद दिल्ली पहुंचकर खुला!
राहुल गांधी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात संभव नहीं? शिवसेना सांसद बोले- 'किससे मिलना है किससे नहीं यह...'
राहुल गांधी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात संभव नहीं? शिवसेना सांसद बोले- 'किससे मिलना है और...'
US Cuts Work Permit: वर्क परमिट को लेकर ट्रंप का बड़ा फैसला, भारतीयों पर लटकी तलवार, जानें क्या होगा इससे?
वर्क परमिट को लेकर ट्रंप का बड़ा फैसला, भारतीयों पर लटकी तलवार, जानें क्या होगा इससे?
UP AQI: नोएडा-गाजियाबाद नहीं थम रहा जहरीली हवा का कहर, घुट रहा दम, आज भी हालत 'बेहद खराब'
नोएडा-गाजियाबाद नहीं थम रहा जहरीली हवा का कहर, घुट रहा दम, आज भी हालत 'बेहद खराब'
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

सुंदर बच्चियों की 'सीरियल किलर' LADY !  | Sansani | Crime News
India में दिख गया मोदी-पुतिन के 'दोस्ती का दम'...छा गई कार वाली 'केमेस्ट्री'
व्यापार से वॉर तक ये दोस्ती कितनी दमदार ?, देखिए सबसे सटीक विश्लेषण । Punit India Visit
Bharat ki Baat: भारत में दिखा 'दोस्ती का दम', पुतिन का जबरदस्त वेलकम! | Putin India Visit
पुतिन दौरे पर राहुल का 'डिप्लोमेसी बम'...दावे में कितना दम? । Sandeep Chaudhary । Putin India Visit

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
दो प्लेन, एक राष्ट्रपति… दुनिया देखती रह गई, पुतिन की सीक्रेट फ्लाइट का भेद दिल्ली पहुंचकर खुला!
दो प्लेन, एक राष्ट्रपति… दुनिया देखती रह गई, पुतिन की सीक्रेट फ्लाइट का भेद दिल्ली पहुंचकर खुला!
राहुल गांधी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात संभव नहीं? शिवसेना सांसद बोले- 'किससे मिलना है किससे नहीं यह...'
राहुल गांधी और व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात संभव नहीं? शिवसेना सांसद बोले- 'किससे मिलना है और...'
US Cuts Work Permit: वर्क परमिट को लेकर ट्रंप का बड़ा फैसला, भारतीयों पर लटकी तलवार, जानें क्या होगा इससे?
वर्क परमिट को लेकर ट्रंप का बड़ा फैसला, भारतीयों पर लटकी तलवार, जानें क्या होगा इससे?
UP AQI: नोएडा-गाजियाबाद नहीं थम रहा जहरीली हवा का कहर, घुट रहा दम, आज भी हालत 'बेहद खराब'
नोएडा-गाजियाबाद नहीं थम रहा जहरीली हवा का कहर, घुट रहा दम, आज भी हालत 'बेहद खराब'
मिचेल स्टॉर्क ने हरभजन सिंह को भी पीछे छोड़ा, बनाया ये खास रिकॉर्ड
मिचेल स्टॉर्क ने हरभजन सिंह को भी पीछे छोड़ा, बनाया ये खास रिकॉर्ड
नंदमुरी बालकृष्ण की 'अखंडा 2' की रिलीज टली, शो से कुछ घंटे पहले प्रीमियर भी हुआ कैंसिल, मेकर्स ने जारी किया बयान
नंदमुरी बालकृष्ण की 'अखंडा 2' की रिलीज टली, शो से कुछ घंटे पहले प्रीमियर भी कैंसिल
चोपता से केदारकांठा तक, पहली बार ट्रैक करने वालों के लिए उत्तराखंड के सबसे आसान विंटर ट्रैक
चोपता से केदारकांठा तक, पहली बार ट्रैक करने वालों के लिए उत्तराखंड के सबसे आसान विंटर ट्रैक
भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में निकली इन पदों पर भर्ती, ये कैंडिडेट्स कर सकते हैं अप्लाई; इतनी देनी होगी फीस
भारत डायनेमिक्स लिमिटेड में निकली इन पदों पर भर्ती, ये कैंडिडेट्स कर सकते हैं अप्लाई; इतनी देनी होगी फीस
Embed widget