इजरायल ने कैसे बना लिए थे परमाणु हथियार, उसके पास अब कितने बम हैं?
इजरायल ने आधिकारिक तौर पर कभी नहीं माना कि उसके पास परमाणु हथियार हैं और इस बात का कभी खंडन भी नहीं किया. ऐसे में इजरायल के परमाणु हथियारों का अंदाजा लगाना भी काफी मुश्किल है.

ईरान और इजरायल के बीच छिड़ी जंग अब इस मोड़ पर आ गई है जहां से लौटना काफी मुश्किल है. इस बीच अमेरिका के हमलों ने ईरान को और भड़का दिया है, जिसके बाद ईरानी मिसाइलों ने इजरायल में तबाही मचानी शुरू कर दी है. मिडिल ईस्ट में छाए इस संकट के पीछे परमाणु हथियार हैं, जिसके लिए ईरान दशकों से इजरायल व अन्य पश्चिमी देशों से जंग लड़ रहा है.
इजरायल का मानना है कि अगर ईरान ने परमाणु हथियार बना लिए तो यह उसके अस्तित्व के लिए खतरा बन जाएगा. यही कारण है कि इजरायल, ईरान को परमाणु शक्ति संपन्न देश नहीं बनने देना चाहता. हालांकि, इजरायल खुद एक न्यूक्लियर पॉवर कंट्री है. ऐसे में सवाल उठता है कि इजरायल ने परमाणु हथियार कैसे बनाए? दुनिया को इसकी भनक कब लगी और इजरायल के पास मौजूदा समय में कितने परमाणु बम हैं?
इजरायल के पास कितने परमाणु हथियार?
इजरायल परमाणु क्षमता हासिल करने वाला एक अघोषित देश है. अघोषित इसलिए क्योंकि इजरायल ने आधिकारिक तौर पर कभी नहीं माना कि उसके पास परमाणु हथियार हैं और इस बात का कभी खंडन भी नहीं किया. ऐसे में इजरायल के परमाणु हथियारों का अंदाजा लगाना भी काफी मुश्किल है. हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इजरायल के पास खुद का सीक्रेट परमाणु हथियार प्रोग्राम है और वह उसका तेजी से विस्तार भी कर रहा है. फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट्स एंड स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसार, इजरायल के पास मौजूदा समय में 90 परमाणु हथियार हैं. हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि इजरायल के पास भारत और पाकिस्तान के बराबर परमाणु बम हैं. इसका खुलासा अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पॉवल के एक ई-मेल से हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल के पास 200 परमाणु बम हैं और इन सभी का निशाना ईरान है. पॉवल का यह ई-मेल लीक हो गया था.
इजरायल ने कैसे बना लिया परमाणु बम?
इजरायल दुनिया के उन परमाणु शक्ति संपन्न देशों में शामिल है, जिसने कसी परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर नहीं किए. खास बात यह है कि इजरायल का परमाणु कार्यक्रम और उसकी परमाणु क्षमताएं काफी हद तक अस्पष्ट ही हैं और दुनिया के पास इसकी बहुत कम जानकारी है. जानकारी के मुताबिक, इजरायल ने अपनी आजादी के बाद 1952 में ही इजरायली परमाणु ऊर्जा आयोग की स्थापना कर दी थी. कुछ लोगों का मानना है 1958 में इजरायल ने डिमोना शहर के पास परमाणु हथियार बनाना शुरू किया था और 1967 में उसने गुप्त रूप से परमाणु विस्फोटक बनाने की क्षमता भी विकसित कर ली थीं. 1973 में अमेरिका को भी इस बात का विश्वास हो गया था कि इजरायल के पास परमाणु हथियार हैं. खास बात यह है कि इजरायल को परमाणु बम बनाने का सामान गुप्त रूप से उन्हीं देशों ने बेचा था, जो अब परमाणु अप्रसार संधि का हिस्सा है. इन देशों ने इस बात की अनदेखी भी की थी कि इस सामान का उपयोग इजरायल परमाणु बम बनाने में करेगा.
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