दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बब्बर खालसा से जुड़े आतंकी को किया गिरफ्तार, पंजाब में ग्रेनेड हमले का है आरोपी
khalistani Terrorist Arrested: दिल्ली पुलिस ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के आतंकी आकाश दीप को इंदौर से गिरफ्तार किया है. उस पर 2025 में बटाला थाने पर ग्रेनेड हमले का आरोप है.

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े एक वांछित आतंकी आकाश दीप उर्फ बाज को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार कर एक बड़ी कामयाबी हासिल की है. आकाश दीप पर पंजाब के बटाला स्थित किला लाल सिंह थाने पर ग्रेनेड हमले में शामिल होने का आरोप है. यह हमला 7 अप्रैल 2025 को हुआ था और हमले के बाद आतंकी संगठन BKI ने इसकी जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर ली थी.
दिल्ली में हथियारों की तस्करी में भी था वांछित
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि आकाश दीप दिल्ली में अवैध हथियारों की तस्करी के मामलों में भी वांछित था. BKI की सोशल मीडिया पोस्ट में दिल्ली का भी ज़िक्र किया गया था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस सतर्क हो गई थी और इसी कड़ी में आरोपी पर निगरानी तेज कर दी गई थी.
‘ऑपरेशन सेल’ के तहत खालिस्तानी नेटवर्क पर कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने खालिस्तानी संगठनों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को और सुदृढ़ बनाने के लिए एक विशेष इकाई गठित की है, जिसका नाम ‘ऑपरेशन सेल’ रखा गया है. यह यूनिट विशेष रूप से प्रो-खालिस्तान नेटवर्क पर काम कर रही है और इसी के अंतर्गत आकाश दीप को ट्रैक कर पकड़ा गया.
गुजरात से लेकर इंदौर तक बदलता रहा ठिकाना
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तारी से बचने के लिए आकाश दीप लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. कुछ समय पहले वह गुजरात में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर क्रेन ऑपरेटर के रूप में काम कर रहा था. बाद में वह इंदौर आ गया और वहां छिपा हुआ था. उसकी गतिविधियों पर खुफिया एजेंसियां नजर बनाए हुए थीं.
विदेशी हैंडलरों से संपर्क में था आतंकी
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आकाश दीप विदेश में बैठे BKI के हैंडलरों के सीधे संपर्क में था. अब दिल्ली पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बटाला हमले में उसकी भूमिका कितनी सक्रिय थी, वह अब तक कितने ठिकाने बदल चुका है और भारत में किन-किन खालिस्तानी नेटवर्क्स से उसका सीधा जुड़ाव रहा है.
जांच जारी, और गिरफ्तारियों की संभावना
स्पेशल सेल की टीम फिलहाल आरोपी से गहन पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, इस नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों की भी पहचान की जा रही है और निकट भविष्य में अधिक गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है.
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Source: IOCL






















