गधे की किन-किन चीजों को बेचता है पाकिस्तान, किस काम आती हैं ये चीजें
पाकिस्तान में गधा आजकल सोने के दाम के बराबर हो गया है, क्योंकि विदेशों में पाकिस्तानी गधों की मांग काफी ज्यादा है. चलिए आपको बताते हैं कि गधे की किन-किन चीजों को बेचता है पाकिस्तान.

गधों का व्यापार भारत के लोगों को सुनने में अजीब लगता है, लेकिन पाकिस्तान अपनी अवाम की भूख मिटाने के लिए चीन से गधों का व्यापार करता है. ऑपरेशन सिंदूर में पड़ोसी देश चीन ने पाकिस्तान को लड़ाकू विमान देकर भरपूर मदद की थी. वहीं पाकिस्तान, चीन से गधों का व्यापार करता है. आपको बता दें कि पाकिस्तान के लोग ही नहीं पाकिस्तान सरकार भी गधों का व्यापार कर चीन से करोड़ों रुपया कमाती है. पाकिस्तान, गधे का मांस ही नहीं बल्कि जीवित गधे भी चीन को बेचता है. चीनी लोगों के लिए गद्दे का मांस एक लोकप्रिय व्यंजन है. चीन के लिए पाकिस्तान गधों का बहुत बड़ा निर्यातक देश है.
पाकिस्तान गधे ही क्यों बेचता है
पाकिस्तान की एक बड़ी आबादी का जीवन यापन गधे से की गई कमाई से होता है. यहां के अधिकांश लोगों के लिए गधा पालना एक रिवाज बन गया है. यहां गधा सवारी के लिए भी काम आता है. यहां तक कि सरकार के लिए भी फायदेमंद है. पाकिस्तान, चीन को गधे और इसका मांस दोनों ही निर्यात करता है. गधे की बढ़ती मांग को देखते हुए पाकिस्तान में गधों की कीमत भी बढ़ गई है.
चीन गधे और इसका मांस क्यों खरीदता है
चीन के बाजारों में गधे का मांस को ऐसे सजाया जाता है जैसे भारत में चिकन और मटन सजाया जाता है. चीन के लोगों के लिए यह एक लोकप्रिय व्यंजन तो है ही इसके अलावा, गधे की खाल से एजियाओ नामक एक पारंपरिक चीनी दवा बनाई जाती है, जो स्वास्थ्य और सौंदर्य उत्पादों में इस्तेमाल होती है. चीन के अलावा, गधे का मांस खाने वाले देशों में इटली और मैक्सिको भी शामिल है. पाकिस्तान के लिए यह व्यापार विदेशी मुद्रा कमाने का एक नया ज़रिया बन चुका है. कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, गधे की खाल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2,000 से 3,000 डॉलर तक पहुंच सकती है. हालांकि, इस व्यापार को लेकर पशु अधिकार संगठनों और आम जनता में चिंता भी है. गधों के साथ अमानवीय व्यवहार, अवैध वध और तस्करी जैसे मुद्दे लगातार सामने आ रहे हैं. इसके अलावा, गधों की घटती संख्या पर भी सवाल उठ रहे हैं.
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