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श्राद्धपक्ष: पितरों की नाराजगी दूर करने के लिए अपनाएं ये उपाय

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मिट्टी के बर्तन में तिल और जल लेकर दक्षिण की तरफ मुंह करके प्रतिदिन पित्तरों का तर्पण करें. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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गुरूजी के मुताबिक, पितृ दोष का सबसे बड़ा कारण ऋण हैं जो लोगों को परेशानियां देता है. शास्त्रों में पांच तरह के ऋण बताए गए हैं. ईश्वर, आचार्य, पित्तरों, माता-पिता और मातृभूमि का ऋण पांच तरह के ऋण हैं. ये पांचों तरह के ऋण लोगों को बहुत कष्ट देते हैं. लोगों को इन पांचों तरह के ऋणों का निवारण करना चाहिए. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष को खत्म करने के लिए पित्तरों की इज्जत करें. पित्तरों को रोज प्रणाम करके अपनी गलतियों की क्षमा मांगें.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष को दूर करने के लिए स्त्रियों, गायों, मंदिरों या किसी दूसरे धर्म स्थलों की निंदा करने से पितृदोष होता है. रोजाना अच्छा काम करें. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृ विसर्जनी अमावस्या को यज्ञ करें. यज्ञ के दौरान इस मंत्र का जाप करें- ऊं ग्रां गृं ग्रों स: गुरुवे नम:. घर के लोग सामूहिक रुप से यज्ञ करें. यज्ञ के बाद एक रुपये का सिक्का, नारियल और हल्दी की गांठ का दान करें. यज्ञ के बाद गाय, कुत्ते, कौओं और कुष्ठ रोगियों के लिए भोजन निकालें. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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अपने पित्तरों के निमित्त जनता की सेवा करें. अपने पित्तरों की शांति के लिए गाय, कुत्ते और कौओं की सेवा करें.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष की वजह से घर जर्जर हो जाता है. पितृदोष की वजह से वाहन सुख नहीं देता है. पितृदोष की वजह से मित्रों से सुख नहीं मिलता. पितृदोष की वजह से प्रतिष्ठा पर आंच आ जाती है. पितृदोष की वजह से रिश्तेदार दूर हो जाते हैं. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष की वजह से नौकरी में परेशानी होती है. पितृदोष की वजह से विवाह में परेशानी होती है. पितृदोष की वजह से संतान सुख में परेशानी होती है . फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष की वजह से सुख नसीब नहीं होता. पितृदोष की वजह से घर के बुजुर्ग बीमार रहते हैं. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष घर में सुख और शांति नहीं रहने देता है. पितृदोष से घर में कलह रहती है. पितृदोष से रिश्ते खराब होने लगते हैं. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष एक बार किसी को लग जाएं तो उसके जीवन में समस्याएं ही समस्याएं रहती हैं. पितृदोष होने पर लोगों कई समस्याओं से गुजरना पड़ता है. जैसे पितृदोष मंगल काम को होने नहीं देता है.फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृपक्ष को श्राद्धपक्ष भी कहते हैं. लेकिन कुछ लोगों को पितृ दोष लगता है. ये उन लोगों को लगता है जिनके पूर्वज या पितर उनसे नाराज होते हैं जिसकी वजह से लोगों के जीवन में खूब समस्याएं रहती हैं. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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पितृदोष के निवारण के लिए गुप्त दान करना चाहिए. प्रतिदिन पूर्वजों का तर्पण करके क्षमा मांगें. पित्तरों के तर्पण के बाद गाय, कुत्तों और कौओं को खाना दें. पित्तरों के तर्पण के बाद दान दें. पितृपक्ष में गायों के चारे का इंतजाम करें. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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अश्विन मास के प्रथम दिवस से श्राद्धपक्ष प्रारंभ होता है. श्राद्धपक्ष अश्विन मास के अमावस्या तक चलता है. इस बार पितृपक्ष 25 सितंबर से 8 अक्टूबर तक रहेगा. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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आज से श्राद्ध शुरू हो चुके हैं. श्राद्ध को पितरों की याद में मनाया जाता है. ये 15 दिन तक यानि पूर्णिमा से अमावस्या तक होते हैं. इन 15 दिनों में सभी अपने पितरों की पूजा-अर्चना करते हैं. श्राद्ध को पितृपक्ष के नाम से भी जाना जाता है. इस मौके पर गुरूजी पवन सिन्हा बता रहे हैं पितृ दोष क्या है और उससे कैसे निजात पाएं. फोटोः गूगल फ्री इमेज
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ये एक्सपर्ट के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.
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