शास्त्रों की ये बातें जीवन में अपनाने के बाद नहीं रहती धन संपदा की कमी, सुख-समृद्धि की होती है प्राप्ति
हिंदू शास्त्रों में मानव जीवन को लेकर बहुत कुछ कहा गया है. इन बातों को अपने जीवन में उतार कर हम एक सुखी जीवन जी सकते हैं.

धर्मशास्त्र हजारों साल पहले लिखे गए लेकिन उनकी शिक्षाएं युगों-युगों मानवता को सही राह दिखा रही है. हिंदू शास्त्रों में मानव जीवन को लेकर बहुत कुछ कहा गया है. इन बातों को अपने जीवन में उतार कर हम एक सुखी जीवन जी सकते हैं. आज हम आपको शास्त्रों में बताई गई कुछ ऐसी ही बातों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर हम एक सुखी जीवन जी सकते हैं.
इन तिथियों का है विशेष महत्व शास्त्रों के अनुसार मनुष्य को हर माह की अष्टमी, एकादशी, पूर्णिमा, अमावस्या और चतुर्दशी तिथि पर अपने आचरण को सात्विक रखना चाहिए. इन तिथियों पर भूलकर भी मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए. इन तिथियों पर पूर्णतया ब्रह्मचार्य का पालन करना चाहिए.
पूजा के समय ध्यान रखें ये बातें पूजा करते समय कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें. पूजा-पाठ की कोई भी समाग्री या शंख, शालिग्राम आदि अशुद्ध जगह या जमीन पर बिना आसन के नहीं रखना चाहिए. पूजा सामग्री को लाल रंग का स्वच्छ कपड़ा बिछाकर या फिर चावल का आसन देकर रखना चाहिए.
महिला का सम्मान हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक स्त्री का सदा सम्मान करना चाहिए. पुराणों के अनुसार जो पुरुष पर स्त्री पर बुरी नजर रखता है, या नारी का अपमान करता है, वह कभी सुखी जीवन व्यतीत नहीं कर सकता है.
सूर्य और चंद्रमा के अस्त होने के नहीं करने चाहिए दर्शन शास्त्रों के अनुसार सूर्य और चंद्रमा के अस्त होते समय उनके दर्शन नहीं करने चाहिए. ऐसे लोगों को निराशा घेरने लगती है.
दान-पुण्य शास्त्रों में दान पुण्य को विशेष महत्व दिया गया है. निस्वार्थ भाव से दान देना चाहिए. हर समय जरूरतमंदों की सहायता के लिए तत्पर रहना चाहिए. अपने दान का कभी बखान नहीं करना चाहिए. दान को गुप्त रखने से आपको आत्मिक शांति, मन की संतुष्टि प्राप्त होती है.
बड़े बुजुर्गों का सम्मान शास्त्रों में घर के बुजुर्गों और बड़ों का सम्मान करने को बहुत महत्व दिया गया है. हर व्यक्ति को अपने से बड़े बुजुर्गों, माता-पिता और गुरूओं का सम्मान करना चाहिए एवं अपने से छोटो के साथ प्रेम का भाव रखना चाहिए.
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