अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी कार्यालय का अवैध निर्माण? राजस्व टीम से सपा नेताओं की नोकझोंक
UP News: अलीगढ़ स्थित सपा कार्यालय के अवैध निर्माण की शिकायत पर राजस्व विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची. हालांकि सपाईयों के हंगामे के बीच टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा.

Aligarh News: अलीगढ़ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय को लेकर लगातार मिल रही शिकायतों के बीच राजस्व की टीम सपा कार्यालय की जांच करने पहुंची. राजस्व विभाग की टीम की ओर से जब जांच की गई तो मामला सिंचाई विभाग की टीम और पीडब्ल्यूडी की टीम के खाते में पहुंच गया. इस बात की सूचना दर्जनों सपा कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे. इस दौरान राजस्व टीम से उनकी खूब नोकझोक हुई. फिलहाल इस जांच को आगे टाल दिया गया है. बताया जाता है इसकी शिकायत भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष केशव देव गौतम की तरफ से की गई थी.
दरअसल पूरा मामला जिला अलीगढ़ शहर का है जहां उस समय माहौल गरमा गया जब राजस्व की टीम ने समाजवादी पार्टी (सपा) के स्थानीय कार्यालय पर अवैध निर्माण के आरोप में कार्रवाई के लिए निरीक्षण किया. इस कार्रवाई ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी और देखते ही देखते घटनास्थल पर सपा कार्यकर्ताओं और राजस्व टीम के बीच तीखी बहस और नोकझोंक शुरू हो गई.
अवैध बनाया गया सपा कार्यलय?
शिकायतकर्ता केशव देव का दावा है कि सपा कार्यालय का निर्माण बिना किसी वैध अनुमति के किया गया है, जबकि सपा का आरोप है कि यह एकतरफा कार्रवाई राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है. राजस्व विभाग और PWD के संयुक्त दल ने सपा कार्यालय का दौरा किया. तब वहां मौजूद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताना शुरू कर दिया. सपा कार्यकर्ताओं ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सपा कार्यकर्ता ने की जमकर नारेबाजी
सपा के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राजस्व टीम सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर विपक्षी दलों को दबाने का प्रयास कर रहा है. प्रशासन की ओर से आए अधिकारियों ने सपा कार्यालय की चारदीवारी, छत और अन्य ढांचागत हिस्सों की नाप-जोख करनी शुरू की थी, लेकिन विरोध और हंगामे के चलते निरीक्षण प्रक्रिया को बीच में ही रोकना पड़ा.
शिकायतकर्ता का दावा बिना अनुमति हुआ निर्माण
अधिकारी ने कहा, “हमें इस निर्माण के संबंध में कई शिकायतें प्राप्त हुई थीं. उसी के आधार पर जांच करने के लिए आज की कार्रवाई निर्धारित की गई थी. मौके पर हमारी टीम, PWD और राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद थे. हालांकि, विरोध के चलते हम पूरी तरह से जांच नहीं कर सके.”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं थी बल्कि प्रारंभिक जांच का हिस्सा थी. “हम यहां यह देखने आए थे कि निर्माण किस प्रकार किया गया है, कितनी जगह घेर रखी गई है और क्या यह नगर निगम के नक्शे के अनुसार है या नहीं. रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही कोई अगला कदम उठाया जाएगा,”
कार्रवाई पर क्या बोली सपा?
कार्रवाई पर सपा महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोसी ने कहा, “यह कार्यालय कई वर्षों से काम कर रहा है. यह समाजवादी पार्टी का सार्वजनिक कार्यालय है जहां आम लोगों की समस्याओं को सुना जाता है. भाजपा सरकार को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि विपक्ष मजबूत हो, इसलिए यह साजिश रची जा रही है.” उन्होंने यह भी कहा कि सपा कार्यकर्ता इस तरह की तानाशाही के आगे झुकने वाले नहीं हैं. “हमने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध किया और राजस्व की टीम को वहां से लौटना पड़ा.
ये भी पढ़ें: 2027 में बीजेपी की कितनी आएंगी सीट? सपा चीफ अखिलेश यादव ने कर दी भविष्यवाणी
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















