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एक परमाणु बम बनाने के लिए कितना यूरेनियम चाहिए, ईरान के पास कितना बचा है तबाही का सामान?

Uranium To Make Nuclear Bomb: ईरान के पास आज भी भारी मात्रा में यूरेनियम मौजूद है. चलिए जानें कि एक परमाणु बम के लिए कितना यूरेनियम लगेगा और ईरान के पास अभी कितना सामान बचा है.

अमेरिका की इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) ने बीते दिन यानि रविवार को कहा है कि ईरान कुछ महीनों में फिर से अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम शुरू कर सकता है. IAEA के डायरेक्टर राफेल ग्रॉसी ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा  था कि ईरान के पास अभी कुछ न्यूक्लियर फैसिलिटी बची हुई है. जब से अमेरिका ने ईरान के परमाणु स्थलों पर हमला किया है, इसके बाद से वहां पर गायब यूरेनियम के लिए चूहे-बिल्ली की रेस शुरू हो चुकी है. कहा जा रहा है कि ईरान के पास भारी मात्रा में यूरेनियम होने की बात कही जा रही है. 

खबरों की मानें तो ईरान के पास 400 किलोग्राम यूरेनियम अभी बचा हुआ है और अमेरिका व इजराइली हमले के बावजूद ईरान ने उसे छिपा दिया है. परमाणु बम को दुनिया का सबसे शक्तिशाली और विनाशकारी हथियार माना जाता है. आइए जाने कि एक परमाणु बम को बनाने के लिए कितने यूरेनियम की जरूरत होती है. 

ईरान के पास कितना यूरेनियम

परमाणु बम को बनाने के लिए यूरेनियम की जरूरत उसके आकार और बनाने के तरीके पर निर्भर करती है. ईरान के पास 400 किलोग्राम यूरेनियम से करीब 7-14 परमाणु बम बनाए जा सकते हैं. छोटे बम बनाने के लिए 0.1-10 किलोटन यूरेनियम की जरूरत होती है. ये बम हल्के-छोटे होते हैं, जो कि 0.5-2 किमी. के दायरे में तबाही मचा सकते हैं. वहीं मीडियम आकार के बम के लिए 10-1000 किलोटन यूरेनियम चाहिए होता है. ये पूरे के पूरे शहर खत्म कर सकते हैं, जैसे कि हिरोशिमा का लिटिल बॉय. इसके जरिए 2-5 किलोमीटर के दायरे में भारी नुकसान होता है और लाखों की मौत होती है. 

बम बनाने के लिए कितना यूरेनियम चाहिए

इसके बाद आते हैं बड़े बम. बड़े बम 100 किलोटन से 50 मेगाटन में बनते हैं. ये थर्मोन्यूक्लियर हथियार कहलाते हैं, जो कि 10-15 किमी के दायरे में या उससे ज्यादा में तबाही मचा सकते हैं. इससे लाखों-करोंड़ों लोगों की मौत हो सकती है. अगर 400 किलोग्राम यूरेनियम हथियार-ग्रेड (90% U-235) है. अगर यह नेचुरल या फिर कम समृद्ध यूरेनियम है, तो फिर बम बनाने के लिए इसे और समृद्ध या फिर और बेहतरीन बनाया जाता है, जिससे कि बमों की संख्या बहुत कम हो जाती है. आधुनिक डिजाइन में न्यूट्रॉन रिफ्लेक्टर और उन्नत तकनीकों के साथ केवल 15-25 किलोग्राम यूरेनियम ही काफी होता है. 

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