Rajasthan News: जेईई-मेन आवेदन में बड़ी चूक, बोर्ड प्रतिशत पात्रता से टॉप-20 पर्सेन्टाइल गायब
Kota: जेईई-मेन परिक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 12 जनवरी तक है. हजारों छात्र इसमें आवेदन कर रहे हैं. बता दें परिक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चार चरणों में संपन्न होगी.

Kota News: देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन जो कि अगले साल दो बार जनवरी और अप्रैल के महीने में करवाई जा रही है. परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. पहले ही दिन 35 हजार से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किया है. आवेदन की अंतिम तारीख 12 जनवरी तक रखी गई है. कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही कई तरह की गड़बड़ियां भी सामने आने लगी है. इस साल आवेदन प्रक्रिया में कई ऐसी बड़ी गलतियां या बदलाव हैं.
जिससे बहुत अधिक संख्या में छात्र असमंजस में आ गए हैं. इसमें सबसे बड़ा बदलाव बोर्ड प्रतिशत पात्रता को लेकर है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा जारी किए गए इनफोर्मेशन बुलेटिन के अनुसार एनआईटी-ट्रिपलआईटी और जीएफटीआई की काउंसलिंग आयोजक संस्था सीएसएबी द्वारा प्रवेश बोर्ड पात्रता सामान्य, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी के लिए 75 प्रतिशत, एससी-एसटी के लिए 65 प्रतिशत अनिवार्य होना बताया गया है, जबकि गत तीन सालों में इस बोर्ड पात्रता से रियायत दी जा रही थी.
इसके अतिरिक्त साल 2019 तक उपरोक्त पात्रता के साथ-साथ छात्रों को कैटेगिरी अनुसार संबंधित बोर्ड की टॉप-20 पर्सेन्टाइल के आधार पर भी आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश के लिए योग्य माना जाता था, लेकिन इस सालइनफोर्मेशन बुलेटिन में से टॉप-20 पर्सेन्टाइल बोर्ड पात्रता का कोई उल्लेख नहीं किया गया है.
हजारों की संख्या में छात्र असमंजस में
देश में बहुत से बोर्ड की परीक्षाएं इतनी कठिन होती हैं कि उनमें छात्रों को 75 प्रतिशत अंक लाना भी चुनौती होता है. ऐसे में इन बोर्डों की टॉप-20 पर्सेन्टाइल 75 प्रतिशत के मुकाबले कम जाती थी और छात्र टॉप-20 पर्सेन्टाइल योग्यता क्वालीफाई कर आईआईटी-एनआईटी में प्रवेश ले पाता था. ऐसे में हजारों की संख्या में छात्र असमंजस में आ गए हैं, जिनकी बोर्ड पात्रता 75 प्रतिशत और कैटेगिरी अनुसार 65 प्रतिशत नहीं आ पाई है, क्योंकि अब इन छात्रों के पास अपने संबंधित बोर्ड से इम्प्रूवमेंट का विकल्प भी निकल चुका है.
आवेदन के दौरान ये बड़ी गलतियां
आहूजा ने बताया कि जेईई-मेन आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 12 जनवरी तक है, लेकिन हजारों की संख्या में छात्र जेईई-मेन के लिए आवेदन कर रहे हैं. ऐसे में आवेदन के दौरान एक बड़ी गलती यह सामने आई है कि हर साल आवेदन में स्टेट ऑफ इलेजिब्लिटी विकल्प भरवाया जाता है. जिसमें छात्र अपने 12वीं बोर्ड उत्तीर्ण करने वाले स्टेट की जानकारी देता था. जिससे उसे उस स्टेट की एनआईटी में 50 प्रतिशत सीटों में होम स्टेट कोटे से दाखिला मिलता है, लेकिन इस साल आवेदन के दौरान पूरे आवेदन में कहीं भी उस स्टेट का जिक्र नहीं किया गया है. उसके स्थान पर स्टेट ऑफ रेजीडेंस (निवास) की जानकारी मांगी गई है.
डिक्लेरेशन में गड़बड़ी
आहूजा ने बताया कि आवेदन के दौरान दूसरी बड़ी गलती यह सामने आई है कि ऐसे छात्र जो ओबीसी और ईडब्ल्यूएस के हैं. उनके दस्तावेजों को 1 जनवरी 2022 के बाद का मांगा गया है, जबकि इसके स्थान पर संबंधित कैटेगिरी दस्तावेज को 1 जनवरी 2023 के बाद का मांगा जाना था. ऐसे में जिन छात्रों के पास ओबीसी ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट नहीं हैं, वो छात्र डिक्लेरेशन के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं, लेकिन दिए जानेऔराले डिक्लेरेशन में भी 1 जनवरी 2022 ही अंकित है.
जेईई मेन ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चार चरणों में होगी संपन्न
आहूजा ने कहा कि जेईई मेन ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चार चरणों में संपन्न होगी. प्रथम चरण में छात्रों को जेईई मेन वेबसाइट पर स्वयं का नाम, माता-पिता का नाम, जेंडर, जन्म दिनांक, पहचान पत्र संख्या, मोबाइल नंबर, ई मेल आईडी, स्वयं का पता और पासवर्ड डालकर लॉगइन करना होगा. इसके बाद छात्रों को जेईई मेन आवेदन संख्या प्राप्त होगी. दूसरे चरण में छात्रों को नेशनलिटी, स्टेट स्टेट कॉड ऑफ इलेजिब्लिटी, कैटेगिरी, परीक्षा केन्द्र और कक्षा 10 और 12वीं की समस्त जानकारी भरनी होगी. स्टेट कोड ऑफ इलेजिब्लिटी उसी स्टेट का भरें.जहां से उन्होंने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है और इम्प्रूमेंट देने वाले छात्र इस कॉलम में उस स्टेट को भरें जहां से उन्होंने प्रथम बार 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण की थी.
इसके उपरांत तृतीय चरण में छात्रों को स्वयं का फोटोग्राफ और सिग्नेचर, कैटेगिरी संबंधित दस्तावेज स्कैन कर अपलोड करने होंगे. उपरोक्त तीनो चरणों के बाद चौथे चरण में छात्रों को परीक्षा शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, नेट बैंकिंग, पेटीएम आदि से करना होगा. परीक्षा शुल्क सामान्य, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी कैटेगिरी के छात्रों के लिए 1000 ईडब्ल्यूएस और ओबीसी कैटेगिरी के लिए छात्राओं 800 ,एससी-एसटी और शारीरिक विकलांग के लिए 500 रुपए निर्धारित किया गया है. परीक्षा शुल्क का भुगतान कर छात्र कन्फर्मेशन पेज का प्रिंट आउट निकाल सकेंगे. छात्र इस कन्फेर्मेशन पेज की चार प्रतियां अपने पास अवश्य रखें.
अप्रैल सेशन के दुबारा करना होगा आवेदन
एक्सपर्ट आहूजा ने बताया कि छात्रों को जेईई-मेन के दूसरे सेशन के लिए दुबारा आवेदन करना होगा जिसके लिए उन्हें 7 फरवरी से 7 मार्च तक का समय दिया जायेगा, अभी छात्र केवल अप्रैल सेशन की परीक्षा के लिए ही अवदान कर सकते है.
Rajasthan News: शिक्षण संस्थानों पर नकेल कसने की तैयारी, बजट सत्र में विधेयक ला सकती है गहलोत सरकार

