एक्सप्लोरर

ये हैं इतिहास के सबसे अजीबोगरीब अंतिम संस्कार, सुनकर ही खड़े हो जाएंगे रौंगटे

अंतिम संस्कार किसी व्यक्ति के मर जाने पर किया जाता है. इसका रिवाज अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग है, लेकिन क्या आप इतिहास के सबसे अजीब अंतिम संस्कारों के बारे में जानते हैं.

Strangest Funeral Rites: अंतिम संस्कार दुनिया भर में निभाई जाने वाली एक ऐसी प्रथा है जिसमें किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसे आखिरी विदाई दी जाती है. हालांकि ये अंतिम विदाई कुछ जगहों पर इतनी भयानक होती है कि जिन्हें सुनकर ही आपको रोंगटे खड़े हो जाएंगे. ऐसे में चलिए आज कुछ ऐसे विचित्र और इतिहास के सबसे अजीबोगरीब अंतिम संस्कारों पर नजर डालते हैं.

यहा अंतिम संस्कार के समय शरीर को काटकर खा जाते हैं लोग

ये सुनने में ही काफी अजीब लग रहा होगा कि कभी ऐसा भी हो सकता है? दरअसल अंतिम संस्कार के नाम शव को ही खा जाना, लेकिन ये बिल्कुल सच है. आज से 8 लाख साल पुरानी ये प्रथा इंडो-यूरोपीय इलाकों में आज भी चली आ रही है. इस प्रथा में मरने के बाद लोग शवों को ही काटकर खा जाते हैं. हैरान कर देने वाली बात ये है कि कुछ लोग तो पहले इन शवों को सड़ाते हैं और फिर उस समय तक सड़ाते हैं जब तक इस शरीर से पानी जैसा तरल पदार्थ ना निकलने लगे. इतिहासकरों का कहना है कि ऐसा लोग इसलिए करते हैं ताकि इस तरल पदार्थ से शराब बनाई जा सके और फिर इसे अपने स्वजनों की याद के स्वरूप इसका पिया जा सके.

यहां अंतिम संस्कार के समय शव को मोतियों में बदल देते हैं लोग 

गौरतलब है कि ऐसी भी एक जगह है जहां मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार के तौर पर उनके शवों को रंग-बिरंगे मोतियों-माणकों में बदल दिया जाता है यानी व्यक्ति के अवशेषों (राख) को रत्नों में संरक्षित कर लिया जाता है. ये उनके प्रियजनों की याद बनकर उनके घरों में रहता है. दरअसल ये प्रथा आज भी दक्षिण कोरियाई इलाकों में चली आ रही है.

यह भी पढ़ें: इस वाली बीयर में मिला होता है कई इंसानों का पेशाब, खरीदने से पहले नाम जरूर जान लें

गिद्धों के सामने डाल दिया जाता है मृतकों का शव

तिब्बत में अंतिम संस्कार का ये अनोखा तरीका अभी भी अपनाया जाता है. यहां के बौद्ध धर्म से जुड़े लोग अपने स्वजनों के अंतिम संस्कार के लिए इसे अपनाते हैं. यहां शव को पहले छोटे-छोटे टुकडो़ं में काटा जाता है. फिर उन टुकडो़ं को अंतिम संस्कार वाली जगह पर ले जाया जाता है इसके बाद बौद्ध भिक्षु धार्मिक अनुष्ठान करते हैं. इसके बाद इन टुकड़ों को किसी भी अनाज के आटे के घोल में डुबो दिया जाता है. इसके बाद इन टुकड़ों को बाज और गिद्ध जैसे पक्षियों के लिए फेंक दिया जाता है.

इसके पीछे इस समुदाय की मान्यता है कि इस तरह आत्म बलिदान की अनुभूति होती है क्योंकि दफनाने के बाद भी इन शवों को कीड़े-मकौड़े ही खाते हैं और तिब्बत में ऊंची-ऊंची पहाड़ियां हैं जिससे वहां पेड़ों की ज्यादा पैदावार नहीं है, जिससे लकड़ियों की कमी है और दूसरा वहां की जमीन ज्यादा पथरीली है ऐसे में कब्र खोदने में भी काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ता है.

यहां अंतिम संस्कार में उंगली काट लेते हैं लोग

एक जगह ऐसी भी है जहां किसी अपने के मरने पर लोग अपने हाथों की उंगलियां काट लेते थे. दरअसल पपुआ न्यू गिनी जैसे देशों में ये प्रथा कई अर्से से चली आ रही थी लेकिन अब इस पर बैन लगा दिया है क्योंकि इस प्रथा में शव की उंगलियां नहीं बल्कि मरने वाले शख्स के परिजनों में से किसी की एक की उंगली काटी जाती थी. आश्चर्य की बात है कि इस प्रथा में एक उंगली नहीं बल्कि एक हाथ की पांचों उंगली काट दी जाती थी. इस प्रथा को लेकर इस समुदाय का मानना था कि ऐसा करने से आत्मा उन्हें परेशान नहीं करती है और उसे मुक्ति मिल जाती है.

इसके अलावा भी कई ऐसी प्रथाएं हैं जो लोगों द्वारा अपनाई जाती हैं और उन प्रथाओं के बारे में जानकर ही आप हैरान रह जाएंगे.

यह भी पढ़ें: दुनिया के सबसे जहरीले सांप के बारे में जानकर कोबरा को भी भूल जाएंगे आप, काट ले तो कुछ ही मिनटों में इंसान तोड़ देता है दम

प्रियंका जोशी एबीपी लाइव से 2022 से जुड़ी हैं. पत्रकारिता के क्षेत्र में उनको 4 साल का अनुभव है. यहां पर वो स्पेशल स्टोरी प्रोजेक्ट में बतौर कंसल्टेंट काम कर रही हैं

Read
और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

चाहे फाइटर जेट हो या फिर क्रूज मिसाइल... दुश्मन का कोई भी अटैक नहीं होगा कामयाब, भारत को जल्द मिल जाएगा ये खतरनाक AWACS; जानें खासियत
चाहे फाइटर जेट हो या फिर क्रूज मिसाइल... दुश्मन का कोई भी अटैक नहीं होगा कामयाब, भारत को जल्द मिल जाएगा ये खतरनाक AWACS; जानें खासियत
Exclusive: सभी 243 सीटों पर लड़ेगी पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी, खुद कहां से लड़ेंगी चुनाव? जानिए
सभी 243 सीटों पर लड़ेगी पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी, खुद कहां से लड़ेंगी चुनाव? जानिए
क्रिकेट में फिर हुआ चमत्कार, 2 गेंद में चाहिए थे 10 रन और गिर चुके थे 8 विकेट; फिर गेंदबाज ने 2 छक्के जड़ दिलाई जीत
क्रिकेट में फिर हुआ चमत्कार, 2 गेंद में चाहिए थे 10 रन और गिर चुके थे 8 विकेट; फिर गेंदबाज ने 2 छक्के जड़ दिलाई जीत
ऋतिक रोशन के पिता राकेश रोशन की गर्दन की हुई एंजियोप्लास्टी, बेटी ने दिया हेल्थ अपडेट
ऋतिक रोशन के पिता राकेश रोशन की गर्दन की हुई एंजियोप्लास्टी, बेटी ने दिया हेल्थ अपडेट
Advertisement

वीडियोज

'शकुनि मामा' हैं...', Nitesh Rane का Uddhav पर वार
Illegal Conversion Racket: पूर्व सांसद विशाल पांडे बोले, 'मैं भी नहीं जानता था कि छंगुर भाई इतना महान व्यक्ति है।'
घर, मकान सब बहे..आसमानी आफत के सामने बेबस हुए लोग!
Maulana Chhangur ISI Link: विशाल पांडे का खुलासा, 'मौलाना छंगुर का कनेक्शन पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से भी था'
आसमानी आफत से बिगड़े हालात, कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी
Advertisement
corona
corona in india
470
Active
29033
Recovered
165
Deaths
Last Updated: Sat 19 July, 2025 at 10:52 am | Data Source: MoHFW/ABP Live Desk
Advertisement

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
चाहे फाइटर जेट हो या फिर क्रूज मिसाइल... दुश्मन का कोई भी अटैक नहीं होगा कामयाब, भारत को जल्द मिल जाएगा ये खतरनाक AWACS; जानें खासियत
चाहे फाइटर जेट हो या फिर क्रूज मिसाइल... दुश्मन का कोई भी अटैक नहीं होगा कामयाब, भारत को जल्द मिल जाएगा ये खतरनाक AWACS; जानें खासियत
Exclusive: सभी 243 सीटों पर लड़ेगी पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी, खुद कहां से लड़ेंगी चुनाव? जानिए
सभी 243 सीटों पर लड़ेगी पुष्पम प्रिया चौधरी की पार्टी, खुद कहां से लड़ेंगी चुनाव? जानिए
क्रिकेट में फिर हुआ चमत्कार, 2 गेंद में चाहिए थे 10 रन और गिर चुके थे 8 विकेट; फिर गेंदबाज ने 2 छक्के जड़ दिलाई जीत
क्रिकेट में फिर हुआ चमत्कार, 2 गेंद में चाहिए थे 10 रन और गिर चुके थे 8 विकेट; फिर गेंदबाज ने 2 छक्के जड़ दिलाई जीत
ऋतिक रोशन के पिता राकेश रोशन की गर्दन की हुई एंजियोप्लास्टी, बेटी ने दिया हेल्थ अपडेट
ऋतिक रोशन के पिता राकेश रोशन की गर्दन की हुई एंजियोप्लास्टी, बेटी ने दिया हेल्थ अपडेट
अजब-गजब पाकिस्तान! पत्रकार ने खरीदे तोते तो बैंक अकाउंट कर दिए गए फ्रीज, बेचने वालों को भी मिली सजा
अजब-गजब पाकिस्तान! पत्रकार ने खरीदे तोते तो बैंक अकाउंट कर दिए गए फ्रीज, बेचने वालों को भी मिली सजा
NCERT ने लॉन्च की कक्षा 8 की नई संस्कृत किताब ‘दीपकम्’, अब पढ़ाई होगी तर्क और समझ के साथ
NCERT ने लॉन्च की कक्षा 8 की नई संस्कृत किताब ‘दीपकम्’, अब पढ़ाई होगी तर्क और समझ के साथ
चीन ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, TRF के आतंकी संगठन घोषित होने पर बोला- 'पहलगाम हमले की...'
चीन ने पाकिस्तान को दिया बड़ा झटका, TRF के आतंकी संगठन घोषित होने पर बोला- 'पहलगाम हमले की...'
Rekha Gupta: रेखा गुप्ता ने हरियाणा के पैतृक गांव में मनाया 51वां जन्मदिन, अरविंद केजरीवाल ने दी बधाई
रेखा गुप्ता ने हरियाणा के पैतृक गांव में मनाया 51वां जन्मदिन, अरविंद केजरीवाल ने दी बधाई
Embed widget