कितनी मुश्किल होती है किसी जानवर को गोद लेने की प्रक्रिया? छूट जाते हैं पसीने
भारत में सामुदायिक पशुओं को गोद लेने के लिए सरकार द्वारा मानक निर्धारित किए गए हैं और इसके लिए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं. पालतू जानवरों को गोद लने के इच्छुक व्यक्ति की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए.

Pet Adoption Process: भारत में आज बहुत से लोग अपने घर में जानवरों को पालते हैं. सबसे ज्यादा पाले वाले जानवरों में कुत्ता और बिल्ली हैं. बदलते समय में जानवरों की देखभाल करना और उनका पालन करने के तरीकों में बदलाव आया है. आज बहुत से घरों में डॉग पैरेंटिंग या कैट पैरेंटिग शुरू हो गई है, जिसमें लोग उन्हें न सिर्फ एक जानवर मानते हैं, बल्कि घर के सदस्य की तरह उसकी देखभाल करते हैं. ऐसे में 'नेशनल पेट डे' के मौके पर हम आपको जानवरों को गोद लेने की प्रक्रिया के बारे में बताएंगे.
भारत में अगर आप किसी स्ट्रीट एनिमल (कुत्ते/बिल्ली) आदि को अपने घर पर पाल रहे हैं और उन्हें आश्रय दे रहे हैं तो इसको लेकर पंजीकरण अनिवार्य नहीं हैं. हालांकि, कुछ शहरों में खतरनाक ब्रीड के कुत्ते पालने पर नगर निगम में पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं, अगर आप पशु कल्याण संगठन या फिर SPCA से किसी सामुदायिक जानवर को गोद लेने की सोच रहे हैं तो यह प्रक्रिया काफी जटिल है.
जानवरों को गोद लेने के लिए जरूरी हैं ये बातें
भारत में सामुदायिक पशुओं को गोद लेने के लिए सरकार द्वारा मानक निर्धारित किए गए हैं और इसके लिए प्रोटोकॉल बनाए गए हैं, जिसका पालन करना जरूरी है. एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया के मुताबिक, पालतू जानवरों को गोद लने के इच्छुक व्यक्ति की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए. व्यक्ति का मानसिक संतुलन ठीक होना चाहिए और व्यक्ति को जानवर की देखभाल और उसके रखरखाव में पूरी तरह सक्षम होना चाहिए, जिसमें जानवरों को पर्याप्त पोषण, पशु चिकित्सा, आवास तक शामिल हैं.
इन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत
अगर आप किसी जानवर को गोद लेना चाहते है तो आपको पशु कल्याण संगठन या फिर SPCA के सामने कई दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे.
- हाउस-चेक फॉर्म
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पहचान प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
ये है जानवरों को गोद लेने की पूरी प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको हाउस चेक फॉर्म भरना होगा.
- पशु कल्याण संगठन या फिर सोसाइटी फॉर प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (SPCA) आपके घर का निरीक्षण करेगी, जिससे यह सुनिश्चित हो कि आपके घर में जानवर के लिए पर्याप्त जगह है या नहीं. घर की जांच वीडियो कॉल के माध्यम से भी की जा सकती है.
- जिस जानवर को आप गोद ले रहे हैं, उसे पशु चिकित्सा जांच के लिए ले जाया जाएगा और टीकाकरण व अन्य उपचार सुनिश्चित किए जाएंगे.
- अगर जानवर वयस्क हो गया है तो उसे गोद लेने से पहले उसका बधियाकरण करवाना होगा.
- वह पशु कल्याण संगठन या SPCA जहां से आपने जानवर को गोद लिया है वह आपको जानवर की प्रजाति, उसकी उम्र का उल्लेख करते हुए प्रमाण पत्र जारी करेगा.
- प्रक्रिया पूरी होने के बाद आप जानवर को गोद ले सकते हैं.
इन बातों का रखना होगा ध्यान
- आप अगर अपार्टमेंट या ऐसे घर में रहते हैं जो कई मंजिला है और जानवर के भागने पर वह गिर सकता है तो घर की बालकनी या खिड़कियों पर जाल लगाया जाना चाहिए.
- घर की जांच के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी ऐसी चीज न हो, जिससे जानवर की जान को खतरा उत्पन्न हो. जैसे- बिजली के उपकरण, हानिकारक पौधे, या नुकीली चीजें.
- आपके घर में पालतू जानवरों के लिए हर समय स्वच्छ पेयजल उपलब्ध होना चाहिए.
- पालतू जानवरों को उनकी प्रजाति के अनुकूल भोजन उपलब्ध करवाया जाना चाहिए.
- कुत्तों को दिन में कम से कम दो बार टहलाया जाना चाहिए.
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