लॉकडाउन की घोषणा करने वाले वीडियो को HMPV वायरस के संदर्भ में किया गया शेयर, जानें सच्चाई
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो मार्च, 2020 का है जब कोविड की पहली लहर के दौरान पीएम मोदी ने देश में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था. हाल-फिलहाल में ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है.

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) संक्रमण को लेकर खबरें आ रही हैं कि भारत में 7 जनवरी तक इसके आठ मामले सामने आ चुके हैं. इस वायरस को लेकर मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक छिड़ी चर्चा के बीच प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि ये वायरस साल 2001 से ही मौजूद है और इसे लेकर लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
इस दौरान जहां कुछ सोशल मीडिया यूजर्स '#lockdown' के साथ मीम्स शेयर कर रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो सचमुच देश में लॉकडाउन लगने का दावा कर रहे हैं.
इसी संदर्भ में अब एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते दिख रहे हैं, "देश में ये लॉकडाउन 21 दिन का होगा. तीन सप्ताह का होगा".वीडियो पर लिखा है, 'एक बार फिर लगने जा रहा है लॉकडाउन भारत में मिला HMPV वायरस का पहला केस 8 महिने का बच्चा हुआ संक्रमित' और '15 तारीक को लग रहा है'. एक इंस्टाग्राम यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, “देश में एक बार फिर से लग रहा है लॉकडाउन”.
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो मार्च, 2020 का है जब कोविड की पहली लहर के दौरान पीएम मोदी ने देश में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया था. हाल-फिलहाल में ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है.
क्या है इस वीडियो की कहानी?
कीवर्ड सर्च के जरिये खोजने पर हमें आजतक की वो वीडियो रिपोर्ट मिल गई जिसमें से वायरल वीडियो लिया गया है. 24 मार्च, 2020 की इस रिपोर्ट में दो मिनट 44 सेकेंड पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
इसमें पीएम मोदी बता रहे हैं कि कोरोना महामारी को देखते हुए देश में रात 12 बजे से संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जा रहा है. जाहिर है, अगर देश में लॉकडाउन लगने का कोई हालिया ऐलान हुआ होता तो इसके बारे में सरकारी वेबसाइट्स पर जानकारी दी जाती. सभी जगह खबरें छपी होतीं. लेकिन हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
इससे पहले जनवरी 2023 में भी जब देश में ओमिक्रॉन के सब वेरिएंट XBB.1.5 के मामले बढ़े थे, तब भी लॉकडाउन के ऐलान से संबंधित कई पुराने वीडियो वायरल हुए थे. उस वक्त भी हमने उनकी सच्चाई बताई थी.
[डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Shakti Collective के पार्ट के तहत पहले AAJ TAK पर छपी थी. एबीपी लाइव हिंदी ने हेडलाइन के अलावा रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया है.]
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