'रिटायर्ड हर्ट' और 'रिटायर्ड आउट' में क्या होता है अंतर, क्रिकेट के जानकारों को भी नहीं पता होगा जवाब
Retired hurt vs Retired out difference: मुंबई इंडियंस ने तिलक वर्मा को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैच में रिटायर्ड आउट करके मैदान से बाहर बुला लिया. हालांकि इसके बाद भी MI 12 रनों से मैच हार गई.

IPL 2025 के मैच नंबर 16 में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मुंबई इंडियंस ने रिटायर्ड आउट नियम का उपयोग किया और तिलक वर्मा को बिना आउट हुए ही मैदान से बाहर बुला लिया.उनकी जगह टीम ने मिचेल सेंटनर को बल्लेबाजी के लिए भेजा. तिलक ना तो चोटिल हुए थे और ना ही कोई ऐसी वजह थी जिससे वह बल्लेबाजी करने में सक्षम नहीं थे, बावजूद उनकी टीम को ये अधिकार था कि वह उन्हें बाहर कर अगले बल्लेबाज को भेज सके. कई लोग रिटायर्ड आउट को रिटायर्ड हर्ट ही समझ रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. आइए दोनों में अंतर जानते हैं.
What is Retired Out? क्या होता है रिटायर्ड आउट?
जब कोई बल्लेबाज आउट नहीं होता और ना ही चोटिल होता है लेकिन वह या उनकी टीम चाहती है कि उनकी जगह कोई और बल्लेबाज मैदान पर आए तो रिटायर्ड आउट नियम का उपयोग किया जाता है. इस नियम के तहत इसमें अंपायर की अनुमति की जरुरत नहीं होती. बल्लेबाज के नाम के आगे रिटायर्ड लिखा आता है. रिटायर्ड आउट होने वाला बल्लेबाज उस मैच में वापस बल्लेबाजी के लिए नहीं आ सकता. हालांकि अगर अंपायर और विरोधी टीम के कप्तान की अनुमति हो तो उस स्थिति में वो प्लेयर बल्लेबाज कर सकता है.
इस नियम का उपयोग टीम अपने फायदे के लिए करती है. जब उसे लगता है कि कोई बल्लेबाज फॉर्म में नहीं है और महत्वपूर्ण समय में बल्लेबाजी नहीं कर पा रहा है तब टीम किसी दूसरे बल्लेबाज को उनकी जगह इसका उपयोग करके भेज देती है.
What is Retired Hurt? क्या होता है रिटायर्ड हर्ट
क्रिकेट में खिलाड़ियों के चोटिल होने का खतरा बना रहता है, इस स्थिति के लिए रिटायर्ड हर्ट नियम बना था. इसके तहत किसी चोट या स्वास्थ्य संबंधी कारणों से कोई खिलाड़ी मैदान से बाहर चला जाता है तो उसे रिटायर्ड हर्ट माना जाता है. इसके लिए बल्लेबाज या उनकी टीम को अंपायर से अनुमति लेनी होगी. इस स्थिति में अगर वह बल्लेबाजी के लिए स्वस्थ हो जाता है तो उसे बल्लेबाजी पर आने का अधिकार होगा. इसके लिए विरोधी टीम के कप्तान की अनुमति नहीं चाहिए होगी.
Concussion Substitute: रिटायर्ड हर्ट में कन्कशन सब्सटीट्यूट का नियम
उदाहरण के तौर पर शनिवार को ही पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक चोटिल हो गए, गेंद उनके जबड़े में लग गई थी. मेडिकल टीम आई और उनकी जांच की लेकिन उन्हें वापस बल्लेबाजी के लिए अनुमति नहीं मिल पाई. इस स्थिति में उनके कन्कशन सब्सटीट्यूट का एलान हुआ. यानी उनकी जगह कोई और खिलाड़ी प्लेइंग 11 में शामिल हो गया. इसके लिए मेडिकल टीम की अनुमति चाहिए होती है जो बताए कि बल्लेबाज का अभी खेलना सुरक्षित नहीं है.
Retired hurt vs Retired out: दोनों में क्या है बड़ा अंतर?
रिटायर्ड हर्ट और रिटायर्ड आउट में एक बड़ा अंतर ये हैं कि रिटायर्ड हर्ट तब होता है जब खिलाड़ी किसी चोट या उचित कारण से बल्लेबाजी नहीं कर पाता. जबकि रिटायर्ड आउट टीम या खिलाड़ी की मर्जी से बिना कोई उचित कारण से लिया जाता है. रिटायर्ड हर्ट में बल्लेबाज स्वस्थ होने पर किसी विकेट के गिरने पर बल्लेबाजी करने आ सकता है लेकिन रिटायर्ड आउट में वह ऐसा नहीं कर सकता. यहां विरोधी टीम के कप्तान को फैसला लेना होता है कि वह बल्लेबाजी कर सकता है या नहीं.
शुक्रवार को तिलक वर्मा रिटायर्ड आउट हुए तो शनिवार को पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज इमाम उल हक रिटायर्ड हर्ट हुए. लगभग 24 घंटे के अंदर क्रिकेट में हमें दोनों उदाहरण देखने को मिले.
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