दुनियाभर में है 'डिजिटल' की धूम, लेकिन क्या आपको इस शब्द का सही मतलब पता है?
Digital: अस्पताल से लेकर रेलवे स्टेशन, बैंक और गवर्नमेंट की तमाम सुविधाएं अब सब डिजिटल हो चुका है. सब कुछ इतना डिजिटल हो रहा है. क्या आपने कभी सोचा है आखिर है क्या यह डिजिटल?

Digital: आजकल हम एक शब्द रोज मर्रा की जिंदगी में बहुत सुन रहे हैं. वह शब्द है डिजिटल. चीजों से लेकर सेवाओं तक डिजिटल शब्द ही सुनाई देता है. कंप्यूटर, फोन और अब तो डिजिटल वॉच. भारत सरकार ने भी डिजिटल को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल भारत योजना निकाली है. अस्पताल से लेकर रेलवे स्टेशन, बैंक और गवर्नमेंट की तमाम सुविधाएं अब सब डिजिटल हो चुका है. सब कुछ इतना डिजिटल हो रहा है. क्या आपने कभी सोचा है आखिर है क्या यह डिजिटल? कहां से आया यह शब्द? आइए जानते है.
डिजिटल शब्द का मतलब
डिजिटल शब्द की उत्पत्ति हुई है डिजिट से इसका सीधा-सीधा मतलब होता है अंक. अगर थियोरिटिकली बात की जाए तो अंको के यानी डिजिट्स के ग्रुप की कैलकुलेशन को डिजिटल कहा जाता है. आसान शब्दों में कहें तो इंसान की बुद्धि यानी ह्यूमन इंटेलिजेंस द्वारा बनाए गए ऐसे यंत्र जो वर्तमान में इंसान इस्तेमाल कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर समझाएं तो पहले बैंक खाते की जानकारी के लिए आपको अपनी पासबुक प्रिंट करवानी पड़ती थी. लेकिन अब आप बैंक की ऐप के माध्यम से ऑनलाइन बैंक खाते में किए गए सारे ट्रांजैक्शन डिजिटली अपने फोन पर ही देख सकते हैं.
अच्छा या बुरा
विज्ञान जितनी तेजी से तरक्की कर रहा है उतनी तेजी से कल्पना नहीं की गई थी. आज से 30-40 साल पहले लोगों को पता था आगे चलकर विज्ञान में बहुत बदलाव आएंगे. लेकिन जो बदलाव फिलहाल आ चुके हैं. उस समय इन बदलावों की कल्पना बिल्कुल भी नहीं की गई थी. अधिक मात्रा में कोई भी चीज हो तो उसके लाभ हानि दोनों होते हैं. फिलहाल हम डिजिटल युग में जी रहे हैं जहां हर चीज ऑनलाइन हो रही है.
पहले जिन चीजों को दिन हफ्ते लगते थे अब वह घंटो और मिनटों में हो जा रही है. जहां डिजिटल युग ने लोगों के काम को आसान किया है. तो वहीं युवाओं को इस डिजिटाइजेशन ने काफी गलत और भी धकेला है. पहले जहां लोग सोशल होते थे एक दूसरे से मिलते थे बाहर खेलते थे.
वहीं अब लोग सोशल मीडिया पर रहते हैं. दिनभर अकेले में रहते हैं फोन में लगे रहते हैं लैपटॉप कंप्यूटर चलाते रहते हैं. इसके साथ ही उन्हें उन जानकारियों के बारे में भी पता चल जाता है जो शायद उन्हें एक उम्र के ठीक पडाव पर पता चलनीं चाहिए थी. जिससे उनके बौद्धिक विकास पर असर पड़ता है.
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