BSE Share Crash: मल्टीबैगर स्टॉक बीएसई के शेयर ने लगाया गोता, NSE के इस फैसले के चलते 9 फीसदी गिरा धड़ाम
BSE Vs NSE: बीएसई दो वर्षों में अपने शेयरधारकों को 858 फीसदी, 3 सालों में 520 फीसदी और 5 वर्षों में 2900 फीसदी यानी 29 गुना रिटर्न दे चुका है.

BSE Share Crash: बुधवार के कारोबारी सत्र में शेयर बाजार में रौनक छाई हुई है. 10 दिनों के सेशन के बाजार में शानदार तेजी लौटी है. लेकिन इसके बावजूद देश के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज और शेयर बाजार के मल्टीबैगर स्टॉक बीएसई का शेयर आज के सत्र में औंधे मुंह गिरकर कारोबार कर रहा है. वजह है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का वो बड़ा फैसला. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने फ्यूचर एंड ऑप्शन (एफएंडओ) कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी को लेकर बड़ा फैसला लिया है. अब निफ्टी, बैंक निफ्टी समेत सभी एनएसई इंडेक्सों की एक्सपायरी 'महीने के आखिरी सोमवार' को होगी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ये फैसला बीएसई के साथ बढ़ती लड़ाई को दर्शाता है, जिसने दो महीने पहले ही सेंसेक्स और बैंकेक्स की एक्सपायरी शुक्रवार से मंगलवार को कर दिया था. इस बदलाव से अस्थिरता आने की उम्मीद है और संस्थागत और खुदरा निवेशकों दोनों के बीच रणनीतिक पुनर्संतुलन को बढ़ावा मिलेगा. यह दो प्रमुख एक्सचेंजों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा को भी उजागर करता है क्योंकि वे उनकी नजर भारत के एफएंडओ बाजार पर है.
आज के ट्रेड में बीएसई का शेयर करीब 150 रुपये की गिरावट के साथ 4300 रुपये पर खुला और 9.40 फीसदी की गिरावट के साथ 4035 रुपये के लेवल तक नीचे जा लुढ़का. बीएसई के शेयर में जोरदार बिकवाली के चलते ये गिरावट आई. हालांकि निचले लेवल से स्टॉक में खरीदारी लौटी और फिलहाल बीएसई का शेयर 3.64 फीसदी की गिरावट के साथ 4291 रुपये पर कारोबार कर रहा है. यानी निचले लेवल से स्टॉक में 250 रुपये से ज्यादा की तेजी आई है.
मल्टीबैगर स्टॉक बीएसई दो वर्षों में अपने शेयरधारकों को 858 फीसदी, 3 सालों में 520 फीसदी और 5 वर्षों में 2900 फीसदी यानी 29 गुना रिटर्न दे चुका है. और ब्रोकरेज हाउस बीएसई के स्टॉक पर बेहद बुलिश हैं क्योंकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का आईपीओ आने वाला है.
मंगलवार 4 मार्च को एनएसई की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया कि निफ्टी, बैंक निफ्टी, फिननिफ्टी, निफ्टी मिडकैप सेलेक्ट और निफ्टी नेक्स्ट 50 के एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी हर महीने के आखिरी सोमवार को होगी. एनएसई ने कहा कि यह फैसला 3 अप्रैल, 2025 से प्रभावी होगा. इसके अलावा एनएसई की ओर से निफ्टी की साप्ताहिक एक्सपायरी को गुरुवार से शिफ्ट कर सोमवार कर दिया गया है. साथ ही एक्सचेंज ने निफ्टी के तिमाही और अर्धवार्षिक कॉन्ट्रैक्ट को भी गुरुवार से शिफ्ट कर सोमवार कर दिया है. मौजूदा समय एनएसई के सभी सूचकांकों के एफएंडओ कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी गुरुवार को होती है.
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