शुभांशु शुक्ला का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में गर्मजोशी से स्वागत, सामने आया वीडियो, बने ISS में एंट्री करने वाले पहले भारतीय
Axiom-4 Mission: इंडियन एयरफोर्स के विंग कमांडर शुभाशु शुक्ला तीन एस्ट्रोनॉट के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के अंदर पहुंच गए हैं. यह पहली बार है जब कोई भारतीय ISS की यात्रा पर पहुंचा है.

Shubhanshu Shukla Axiom-4 Mission: भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला सहित चारों एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में एंट्री कर चुके हैं. स्पेस स्टेशन में एंट्री करने के बाद वहां के क्रू मेंबर्स ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. आईएसएस पर पहुंचने के बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों ने ह्यूस्टन में मिशन नियंत्रण की ओर हाथ हिलाया, जिसका वीडियो सामने आया है.
स्पेस स्टेशन में हुआ गर्मजोशी से स्वागत
अंतरिक्ष स्टेशन के क्रू मेंबर्स ने एक्सिओम-4 मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन का स्वागत किया, जब वह भारतीय समयानुसार शाम 5:44 बजे स्पेस स्टेशन में उतरीं. मिशन पायलट शुभांशु शुक्ला व्हिटसन के पीछे थे. शुक्ला के साथ पोलिश इंजीनियर स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की थे, जो एक मिशन विशेषज्ञ और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी परियोजना के अंतरिक्ष यात्री हैं.
एक्सिओम मिशन-4 को लेकर नासा का बयान
पांचवीं अंतरिक्ष उड़ान पर पहुंची व्हिटसन ने कहा, ‘‘हम यहां आकर खुश हैं. एकांत में रहने का यह एक लंबा वक्त था.’’ यह पहली बार है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर पहुंचा है. नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने एक बयान में कहा, ‘‘गुरुवार (26 जून 2025) सुबह 6:31 बजे (भारतीय समयानुसार शाम 4:01 बजे) एक्सिओम मिशन-4 के तहत स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा.
VIDEO | Axiom-4 Mission: Group Captain Shubhanshu Shukla and three other astronauts float into the International Space Station to warm hugs.
— Press Trust of India (@PTI_News) June 26, 2025
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/9HiyzWFYuG
नासा के सीधे प्रसारित वीडियो में अंतरिक्ष यान को अंतरिक्ष स्टेशन के पास आते हुए दिखाया गया और डॉकिंग प्रक्रिया भारतीय समयानुसार अपराह्न 4:15 बजे पूरी हुई. अंतरिक्ष यान और आईएसएस के बीच संचार और ऊर्जा संपर्क स्थापित होने के साथ ही ‘डॉकिंग’ प्रक्रिया पूरी हो गई.
ISS में एंट्री करने वाले पहले भारतीय शुभांशु
अंतरिक्ष यान के डॉकिंग के बाद दोनों के जुड़ने की प्रक्रिया हुई जब यान और आईएसएस को एक दूसरे के साथ हुक के 12 सेट से जोड़ा गया और संचार और पावर लिंक स्थापित किए गए. अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष स्टेशन पर उतारने से पहले हैच खोलने की प्रक्रिया में 1 घंटा 45 मिनट का समय लगा. शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं. इससे पहले भारत के राकेश शर्मा 1984 में अंतरिक्ष में आठ दिन रहे थे.
टॉप हेडलाइंस

