बैठने का अंदाज ही खोल देता है आपके कई राज, जानें सामने वाले को पहचानने का खास तरीका
बैठने का तरीका सिर्फ आराम का मामला नहीं है, यह आपके स्वभाव और व्यक्तित्व की भी झलक दिखाता है. यहां पर हम बैठने के कुछ तरीके बता रहे हैं जो कुछ खास बातें आपके बारे में कहते हैं..

चुप-चुप खड़े हो जरूर कोई बात है... कहने को यह साल 1949 में रिलीज हुई फिल्म बड़ी बहन का गाना है, लेकिन आज भी किसी को गुमसुम खड़े देखकर कोई न कोई गुनगुनाने लगता है. वैसे सिर्फ किसी के खड़े होने से ही नहीं, बल्कि बैठने के तरीके को देखकर भी आप उसके बारे में अंदाजा लगा सकते हैं. अगर यकीन नहीं है तो यह स्पेशल आर्टिकल खास आपके लिए तैयार किया गया है, जिसमें आप सामने वाले को उसके बैठने के अंदाज से ही पहचान जाएंगे.
पैर पर पैर चढ़ाकर बैठना
अगर आप अक्सर एक पैर को दूसरे पैर पर चढ़ाकर बैठते हैं, तो यह बताता है कि आप बहुत शांत और सब्र वाले इंसान हैं. आपके अंदर सोचने-समझने की अच्छी खासी क्षमता होती है. आप हर स्थिति को बड़े ध्यान से देखते हैं और समझते हैं. इससे आपको अपने आस-पास के माहौल का अच्छा अंदाजा होता है. आपका यह बैठने का तरीका दिखाता है कि आप गहराई से विचार करने वाले और शांत स्वभाव के व्यक्ति हैं, जो हर चीज को बारीकी से अनुभव करते हैं.
कुर्सी पर आगे की ओर झुककर बैठना
अगर आप कुर्सी पर आगे की ओर झुककर बैठते हैं, तो यह बताता है कि आप बहुत जिज्ञासु और उत्सुक होते हैं. इस तरह बैठने से पता चलता है कि आप जो भी काम करते हैं, उसमें अपनी पूरी ऊर्जा लगा देते हैं और हर चीज को बारीकी से जानने की कोशिश करते हैं. यह मुद्रा यह भी दर्शाती है कि आप किसी भी टास्क को लेकर कितने समर्पित हैं और उसे पूरा करने के लिए आप कितना प्रयास करते हैं. आपका यह बैठने का ढंग आपको एक गंभीर और मेहनती इंसान के रूप में पेश करता है, जो अपने काम को लेकर बहुत ही जागरूक और चौकस रहता है.
कुर्सी पर पीछे की ओर झुककर बैठना
अगर आप कुर्सी पर पीछे की ओर झुककर बैठते हैं, तो यह दर्शाता है कि आप बहुत रिलैक्स्ड होते हैं और जिंदगी को लेकर ज्यादा परेशान नहीं होते. यह मुद्रा बताती है कि आप दोस्ताना स्वभाव के इंसान हैं और नए लोगों से मिलने में हिचकिचाते नहीं हैं. आप आसानी से लोगों से घुलमिल जाते हैं और सबके साथ अच्छा बर्ताव करते हैं. यह सब आपकी इस बैठने की शैली से पता चलता है. आपका यह तरीका लोगों को बताता है कि आप खुले दिल और मन से जीवन जीते हैं.
सीधे तरीके से बैठना
जब कोई व्यक्ति सीधा बैठता है, तो इससे उसका आत्मविश्वास साफ झलकता है. इस तरह बैठने वाले लोगों में खुद पर काबू रखने की क्षमता होती है, और वे हर सिचुएशन को अच्छे से संभाल लेते हैं. यह मुद्रा ये भी दिखाती है कि उनमें लोगों को लीड करने की ताकत है. ऐसे लोग अपनी बातों और फैसलों से दूसरों का विश्वास जीत लेते हैं. उनका यह सीधा बैठना उन्हें दूसरों की नजर में भरोसेमंद और सम्मानित बनाता है.
अगर कोई अपनी एड़ियों को क्रॉस करके बैठता है, तो यह बताता है कि वह शायद थोड़ा शर्मीला है और अपने आप को छुपाना चाहता है. ऐसे लोग खुद को सबके सामने जल्दी नहीं खोलते. वे नई जगह पर या नए लोगों के बीच में अपने आपको संभाल कर रखते हैं और ज्यादा बात नहीं करते. इस तरह का बैठना यह भी दिखाता है कि वह अंदर से थोड़ा डरा हुआ भी हो सकता है.
अगर आप अक्सर अपने हाथों को गोद में बांधकर बैठते हैं तो आप शांत और गंभीर हैं. यह दिखाता है कि आप अपने विचारों में बहुत गहरे तक जाते हैं. यह मुद्रा बताती है कि आप बहुत सोच-विचार करने वाले और इंट्रोवर्ट टाइप के व्यक्ति हो सकते हैं. आप अपने आस-पास की चीजों पर गहराई से ध्यान देते हैं.
फर्श पर क्रॉस-लेग्ड बैठना
अगर कोई व्यक्ति फर्श पर पैरों को क्रॉस करके बैठता है, तो इससे पता चलता है कि वह बहुत ही रचनात्मक और कल्पनाशील होता है. ऐसे लोग अपने विचारों में गहरे डूबे रहते हैं और उनकी सोच बिलकुल अलग होती है. वे अपनी एक अलग ही दुनिया में रहते हैं और चीजों को एक नये तरीके से देखते हैं. यह बैठने का तरीका उन्हें दूसरों से अलग पहचान दिलाता है.
दोनों हाथों से कुर्सी की बाहें पकड़ कर बैठना
जब कोई व्यक्ति कुर्सी की बाहों को दोनों हाथों से कस कर पकड़े रहता है, तो इसका मतलब होता है कि वह खुद को स्थिर और सुरक्षित महसूस करना चाहता है. ऐसे लोगों को लगता है कि वे अपने आसपास की चीजों पर अच्छे से नियंत्रण रख सकते हैं. यह बैठने की मुद्रा यह भी दिखाती है कि उन्हें अपनी जगह पर सुरक्षित और नियंत्रित रहना अच्छा लगता है. इससे वे अपने वातावरण में खुद को ज्यादा आश्वस्त और आरामदायक महसूस करते हैं.
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