अमेरिकी हमलों के बाद अगर ईरान में फैलने लगे रेडिएशन तो कैसे बच सकती है जान, जान लीजिए तरीका
How To Protect From Nuclear Radiation: अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया है, ऐसे में न्यूक्लियर रेडिएशन का खतरा है. चलिए जानें कि परमाणु रेडिएशन से कैसे बचा जा सकता है.

इजराइल और ईरान की जंग बढ़ती ही जा रही है और अब तो इजराइल की तरफ से अमेरिका भी इसमें शामिल हो गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के अहम परमाणु ठिकानों को सैन्य हमलों में तबाह कर दिया है. खबर है कि अमेरिका के हमले में ईरान की अंडरग्राउंड न्यूक्लियर साइट फोर्डो को भी निशाना बनाया गया है. वहीं इजराइली एयरफोर्स में रविवार देर रात ईरान के शाहरुद में बैलिस्टिक मिसाइल इंजन बनाने वाली फैक्ट्री पर बमबारी कर दी. इसके अलावा इजराइल ने तेहरान, केरमांशाह और हमादान में भी एयर स्ट्राइक की है. वहीं दूसरी तरफ ट्रंप ईरान में तख्तापलट के मुद्दे पर बात कर रहे हैं.
चलिए जान लेते हैं कि अमेरिका ने जब ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है तो ऐसे में न्यूक्लियर रेडिएशन फैलने का पूरा खतरा है. ऐसी स्थिति में लोगों को जान कैसे बचानी चाहिए आइए जानें.
धमाके से ज्यादा खतरनाक रेडिएशन
परमाणु बम को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना गया है. आखिरी बार इसका इस्तेमाल अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में हुआ था. इस दौरान दुनिया ने परमाणु बम की तबाही का मंजर देखा था. विस्फोट से इतनी गर्मी पैदा हुई थी कुछ ही मिनटों में हजारों लोग मौत के मुंह में समा गए थे. हमले के बाद रेडिएशन इतना खतरनाक था कि बाद में इससे भी कई लोगों की मौत हो गई थी. इस रेडिएशन का असर आज भी हिरोशिमा और नागासाकी में देखने को मिता है. इस हमले में नागासाकी का करीब 80 फीसदी हिस्सा तबाह हो गया था.
क्या है रेडिएशन
परमाणु विस्फोट से जो अल्फा, बीटा और गामा किरणें निकलती हैं, वो ही रेडिएशन का अहम हिस्सा होती हैं. अल्फा किरणें सीधे तौर पर तो शरीर के अंदर नहीं जा पाती हैं, लेकिन अगर ये किसी में मिल गई हैं और आपने उसको खा लिया या फिर सांस के जरिए अंदर ले लिया तो बड़ी समस्या हो सकती है. बीटा रेड स्किन को जला सकती हैं, लेकिन कपड़े की एक मोटी लेयर के जरिए इससे बचा जा सकता है. फिर आती है सबसे खतरनाक गामा किरणें. ये शरीर में गहराई से जा सकती हैं और इसको रोकने के लिए लेड या फिर कंक्रीट की मोटी दीवार की जरूरत होती है. दरअसल ये रेडियोक्टिव धूल है, जो कि हवा में तेजी से फैलती है और पहले कुछ घंटों में तो बहुत खतरनाक होती है.
रेडिएशन से कैसे करें बचाव
अगर कहीं पर परमाणु हमले की वजह से रेडिएशन फैल गया है तो इससे बचने के लिए सबसे पहले तो बहुत दूर भागने की कोशिश न करें, जहां हैं वहीं पर खुद को सुरक्षित रखने के तरीके अपनाएं. अगले 24 घंटे के अंदर घरों से बाहर बिल्कुल न निकलें. आपने जो कपड़े पहने हैं, उनको तुरंत उतार दें और एक प्लास्टिक बैग में बंद करके इंसानों और जानवरों की पहुंच से दूर कर दें. दरअसल कपड़ों पर रेडिएशन के चांस बहुत ज्यादा होते हैं. इसके सिर धोकर नहाएं और खुद को साबुन से साफ करें, लेकिन बहुत ज्यादा रगड़ें नहीं. आंख, कान और नाक को बहुत सावधानी से साफ करें. ऐसी स्थिति में मोबाइल नेटवर्क काम करना कम कर देता है या फिर बंद भी हो सकता है तो अपने पास बैटरी से चलने वाले रेडियो रखें, जिससे कि सरकारी अपडेट्स मिल सकें.
यह भी पढ़ें: अमेरिका के अलावा किन-किन देशों के पास हैं स्टील्थ बॉम्बर, जंग में कैसे बाजी पलट देते हैं ये विमान