यह पोर्टल आपकी आंखें खोल देगा, बताएगा कि आपके नाम पर कितने मोबाइल नंबर चल रहे हैं?
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग DOT का एक पोर्टल (tafcop.dgtelecom.gov.in) लोगों को यह जानने की अनुमानित देता है कि उनके नाम पर कितने सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है.

SIM Card Tips: आज के समय में अधिकतर सभी लोगों के पास स्मार्टफोन है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जो एक से अधिक स्मार्टफोन रखते हैं. अब इसके पीछे उनके काम या ज़रूरत से जुड़ा कोई भी कारण ही सकता है. ऐसे में, अधिक स्मार्टफोन रखने वाले लोगों को अधिक सिम कार्ड भी रखना पड़ता है. इसके साथ ही आज के समय में डुअल सिम स्लॉट वाले स्मार्टफोंस मार्केट में आ रहे हैं. इस वजह से लोग 2 सिम कार्ड रखते हैं. कुछ लोग तो 4 सिम कार्ड भी रख लेते हैं. क्या आपको पता है बच्चों के नाम पर सिम जारी नहीं हो सकता है. इस वजह से हर माता-पिता अपने नाम से ही बच्चों को सिम दिला देते हैं.
आपके मन में एक सवाल आ रहा होगा कि हम यह इतना सब ज्ञान क्यों दे रहे हैं. दरअसल पिछले कुछ सालों में भारत में अनाधिकृत सिम के बढ़ते मामलों की वजह कार्डधारकों और सरकारी अधिकारियों दोनों के लिए एक समस्या बनकर सामने आई है. कुछ लोग किसी के नाम के सिम का गलत इस्तेमाल करने लगे थे. इस सबके समाधान के रूप में भारत सरकार के दूरसंचार विभाग DOT (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस) ने एक पोर्टल (tafcop.dgtelecom.gov.in) लॉन्च किया था, जो लोगों को यह जानने की अनुमानित देता है कि उनके नाम पर कितने सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके साथ इस पोर्टल के ज़रिए प्रभावित यूजर्स को अपने नाम से जारी किए गए नंबरों को ब्लॉक करने की सुविधा भी मिलती है.
एक व्यक्ति कितने सिम का कर सकता है इस्तेमाल
मौजूदा सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक, भारत में एक व्यक्ति सिर्फ 9 मोबाइल कनेक्शन अपने नाम पर जारी करा सकता है. इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति को 9 से अधिक मोबाइल नंबर दे दिए जाते हैं तो यह गाइडलाइन के विरुद्ध होगा. अब सरकार इस पोर्टल के ज़रिए इस खतरे को रोकने का काम कर रही है.
ऐसे करें अपना नंबर चेक
- इसके लिए सबसे पहले यूजर्स पोर्टल (tafcop.dgtelecom.gov.in) में लॉग इन करें.
- इसके लिए अपना नंबर एंटर करने के बाद मिले हुए ओटीपी को दर्ज करें.
- इसके बाद DOT उनके नाम पर एक्टिव कनेक्शनों की संख्या की सूचना SMS के जरिये भेज देगा.
- इसके साथ ही विभाग यूजर्स को सचेत भी करेगा कि जो नंबर यूजर्स द्वारा इस्तेमाल में नहीं है, वो यूजर्स के अनुरोध पर ब्लॉक हो सकते हैं.
- इन अनुरोधों को ट्रैक करने के लिए विभाग यूजर्स को एक टिकट आईडी भी देगा.
यह भी पढ़ें: बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों ने की छटनी, 1.37 लाख कर्मचारियों की गई नौकरी, क्या है इसका कारण?