Tech Layoffs: बड़ी-बड़ी टेक कंपनियों ने की छटनी, 1.37 लाख कर्मचारियों की गई नौकरी, क्या है इसका कारण?
Tech Layoffs: एक डाटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, 1,388 टेक कंपनियों ने कोविड की शुरुआत से लेकर अब तक कुल 233,483 कर्मचारियों को निकाल दिया है.
Tech Layoffs: दुनियाभर की टेक कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी का दौर चल रहा है. इस कंपनियों में मेटा, अमेजन, एचपी और ट्विटर जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल हैं. कंपनियां 2020 से ही बड़ी मात्रा में कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं. आंकड़े बताते हैं कि दुनिया भर में कम से कम 853 टेक कंपनियों ने अब तक लगभग 137,492 कर्मचारियों की छंटनी कर दी है. इस साल नवंबर के महीने में यूएस टेक सेक्टर में 73,000 से अधिक कर्मचारियों को मेटा, ट्विटर, सेल्सफोर्स, नेटफ्लिक्स, सिस्को और रोकू जैसी अन्य टेक कंपनियों ने बड़े पैमाने पर नौकरी में कटौती की.
अमेजन
अमेजन जैसी बड़ी टेक कंपनियां आने वाले दिनों में कई कर्मचारियों तक की छंटनी कर सकती हैं. अमेजन के सीईओ एंडी जेसी ने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि 2023 की शुरुआत में कंपनी में और अधिक छंटनी की जा सकती है. इसके पीछे वजह बताई है कि लीडर्स समायोजन रखना चाहते हैं. बड़े पैमाने पर नौकरी में कटौती ने कई एरिया को प्रभावित किया है.
गूगल
गूगल की मूल कंपनी Alphabet कथित तौर पर लगभग उन 10,000 कर्मचारियों की छटनी कर सकती है, जिनका खराब प्रदर्शन है. द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल की प्लानिंग एक नई रैंकिंग और परफॉर्मेंस के माध्यम से 10,000 कर्मचारियों को कम करने की है.
फ्लिपकार्ट
फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि स्टार्टअप इकोसिस्टम फंडिंग विंटर 12 से 18 महीने तक चल सकता है. इसके साथ ही इंडस्ट्री को बहुत उथल-पुथल का सामना करना पड़ सकता है.
भारत की कंपनियां
भारत में कर्मचारियों की छंटनी करने वाले टेक स्टार्टअप और यूनिकॉर्न में ओला, कार्स24, मीशो, लीड, एमपीएल, इनोवैकर, उड़ान और बायजुस जैसी कंपनियां शामिल हैं. इस बीच हजारों संविदा कर्मचारियों की भी नौकरी जा सकती है, जिससे 2022 टेक की दुनिया में कमचारियों के लिए सबसे कठिन वर्ष बन चुका है.
कारण
ऑनलाइन बिजनेस के चलते अधिक मात्रा में हायरिंग की गई. यह नौकरी जाने के एक सबसे बड़े कारण में से एक है. कंपनियों ने लॉकडाउन में ऑनलाइन काम के चलते पहले जरूरत से ज्यादा लोगों को हायर कर लिया और अब जब मार्केट में गिरावट आई, तो कंपनियां बैलेंस बनाने के लिए लगातार नौकरी से निकाल रही हैं. कंपनियां बढ़ती आर्थिक मंदी के बीच अपने खर्च को कम करने के लिए भी लगातार छंटनी कर रही है. पहले लॉकडाउन और वर्क फ्रॉम होम की वजह से पीसी और लैपटॉप सेगमेंट की बिक्री में जबरदस्त उछाल आया था, लेकिन अब यह मार्केट डाउन हो रहा है.
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