UPSC Results 2023: बस ड्राइवर के बेटे मोईन अहमद ने किया कमाल, यूपीएससी परीक्षा में हासिल की 296वीं रैंक
Moradabad News: मुरादाबाद के मोईन अहमद ने यूपीएससी परीक्षा में 296वीं रैक हासिल की है. उनके पिता यूपी रोडवेज में संविदा पर बस ड्राइवर हैं. मोईन ने चौथे प्रयास में ये सफलता हासिल की.

UPSC Results 2023: यूपी के मुरादाबाद (Moradabad) बस ड्राइवर के बेटे मोईन अहमद ने सिविल सेवा परीक्षा पास कर पूरे इलाके का नाम रोशन कर दिया है. मुरादाबाद के डिलारी थाना इलाके के मोईन ने संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी (UPSC) में 296वीं रैंक हासिल की है. मोईन को यह सफलता चौथे प्रयास में मिली है. इस खबर के बाद उनके घर में बधाई देने वालों का तांता लग गया है. लोग बड़ी संख्या में उनके घर पहुंच रहे हैं.
मोईन के पिता वली हसन यूपी रोडवेज में संविदा पर बस चालक हैं और परिवार के पालन-पोषण का पूरा दायित्व उन पर ही है. मोईन ने बताया कि उनकी मां तसलीम गृहिणी हैं. वो चार भाई और एक बहन है. उनके बड़े भाई निजी कंपनी में दिल्ली में नौकरी करते हैं और मोईन दूसरे नंबर पर हैं. उन्होंने बताया कि उनके पापा के पास जमीन नहीं है. दादा के नाम जो जमीन है, उससे मिलने वाली धनराशि परिवार की अन्य जिम्मेदारियों को पूरा करने में खर्च हो जाती है. परिवार में तमाम आर्थिक समस्याएं हैं, लेकिन उन्हें कभी इन परिस्थितियों से डर नहीं लगा.
चौथे प्रयास में सफल हुए मोईन
मोईन के मुताबिक जब वह बीएससी में पढ़ाई कर रहे थे तब आसपास की समस्याओं को देखकर उनके मन में सिविल सर्विस में जाने का ख्याल आया. जब कोचिंग के बारे में सोचा तो आर्थिक समस्याएं सामने आ गईं. जिसके बाद उन्होंने साल 2016 में एक साइबर कैफे शुरू किया. 2018 तक साइबर कैफे से ही उन्होंने कोचिंग की फीस इकट्ठा की और 2019 में दिल्ली जाकर पढाई करने लगे. इस बीच जब पैसे खत्म हुए तो उन्होंने ढाई लाख का लोन भी लिया. पहले तीन प्रयासों में उन्हें कामयाबी नहीं मिली, लेकिन चौथे प्रयास में वो सफल हो गए.
मोईन ने सिविल सर्विस की परीक्षा में राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध को मुख्य विषय चुना. उन्होंने कहा कि वो हर दिन सात से आठ घंटे पढ़ते थे. उनका इंटरव्यू करीब 40 मिनट तक हुआ ता. उस दौरान उनसे तथ्यात्मक सवालों के बजाय समझ वाले सवाल ज्यादा पूछे गए. यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद मोईन को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. कई नेता भी उनसे मिलने घर पहुंचे और कई अधिकारियों के फोन भी आए हैं. उन्होंने कहा कि वो भविष्य में ग्रामीण पृष्ठभूमि के युवाओं के लिए यूट्यूब चैनल शुरू करना चाहते हैं ताकि सिविल सर्विस की तैयारी से संबंधित सही जानकारी उन तक पहुंच सके.