UP News: अयोध्या महाविकास योजना के दूसरे चरण का काम शुरू, गोंडा-बस्ती के कुछ हिस्सों को भी किया शामिल
Ayodhya News: राम लला की 2024 में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से इजाफा होगा. इसलिए अयोध्या धाम तक पहुंचने के लिए अलग-अलग मार्गों का निर्माण किया जा रहा है.

Ayodhya: उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या को धार्मिक नगरी के साथ अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा रहा है. इस महायोजना के प्रथम चरण पर कार्य तेजी से चल रहा है. अब इसकी द्वितीय चरण पर भी काम शुरू हो गया है, इसके तहत गोंडा और बस्ती जनपद के कुछ क्षेत्रों को भी अयोध्या में समाहित कर विकास का खाका खींचा जा रहा है. यही नहीं आने वाले दिनों में हैवी ट्रैफिक को देखते हुए एक रिंग रोड का भी निर्माण किया जा रहा है. जिससे गोंडा- बस्ती- गोरखपुर होकर जाने वाले लोगों को डायवर्ट किया जा सके. वहीं ट्रैफिक मैनेजमेंट के तहत अयोध्या धाम तक जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी अलग-अलग चौड़े मार्ग बनाए जा रहे हैं.
अयोध्या की धार्मिक पहचान के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बड़ी पहचान दिलाने के लिए शासन स्तर पर व्यापक योजना बनाई गई है. जिसको कई चरणों में किया जा रहा है. इस महायोजना के प्रथम चरण के रूप में चौड़ीकरण कर रामपथ, भक्ति पथ समेत अलग-अलग मार्ग बनाने के साथ कई स्थानों पर मल्टीलेयर पार्किंग सड़कों के किनारे स्थित मकानों और मंदिरों की साज-सज्जा की जा रही है. इसी के तहत अयोध्या धाम के वृहद रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, एयरपोर्ट का निर्माण भी हो रहा है. अब इस महायोजना के द्वितीय चरण का काम भी शुरू कर दिया गया है. इसके तहत गोंडा और बस्ती जनपद के सरयू से सटे क्षेत्रों को अयोध्या जनपद में समाहित किया जा रहा है, जिससे विस्तार मिल सके और एक बृहद क्षेत्र के जरिए अयोध्या को रमणीक बनाया जा सके.
सेकेंड योजना है तैयारी की स्थिति में- जिलाधिकारी
अयोध्या के जिलाधिकारी नीतिश कुमार के मुताबिक महायोजना का सेकेंड पार्ट हम लोग तैयार कर रहे हैं. फर्स्ट पार्ट पूरे प्रदेश स्तर पर स्वीकृत हुई है. उसके बाद सेकेंड योजना हमारी तैयारी की स्थिति में है. उसको तैयार करके इसका विस्तार होगा, जिसमे जनपद गोंडा और बस्ती का भी क्षेत्र लिया गया है. अयोध्या को एक प्लानिंग के साथ अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र और धार्मिक स्थल के रुप में बनाना है. ये लंबे समय की कार्य योजना है. उन्होंने कहा कि रेलवे का भी फर्स्ट फेस का काम पूरा हो गया है. स्टेट गवर्नमेंट ने 25 एकड़ लैंड भी दिया है सेकंड फेज डेवलपमेंट करने के लिए. इसको विकसित करने के लिए एक बड़े स्तर पर कार्य योजना चल रही है.
राम लला प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में होगा इजाफा
जनवरी 2024 में भव्य मंदिर के गर्भगृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से बड़ी संख्या में राम भक्त अयोध्या आएंगे. यह संख्या लगातार बढ़ती जाएगी, इसलिए अयोध्या धाम तक पहुंचने के लिए अलग-अलग मार्ग बनाए जा रहे हैं. वहीं अयोध्या सिटी में घुसे बिना गोंडा , बस्ती, अंबेडकरनगर , सुल्तानपुर जाने वाले वाहनों को पास करने के लिए एक रिंग रोड भी बनाया जा रहा है, जिससे अयोध्या हाईवे और सड़कों पर हैवी ट्रैफिक को नियंत्रित किया जा सके.
रिंग रोड बनने से ट्रैफिक पर दबाव होगा कम- अयोध्या जिलाधिकारी
जिलाधिकारी नीतिश कुमार ने बताया कि परिवहन एवं संचार व्यवस्था और श्रद्धालुओं की संख्या आने वाले समय में तेजी से बढ़ेगी. उसी के तहत रिंग रोड भी बन रहा है, रिंग रोड में अयोध्या जनपद में 37 गांव आ रहे हैं. उसमें 34 गांवों में अधिग्रहण कर लिया गया है और 15 गांव में जमीन डिस्ट्रीब्यूशन भी हो गया है. योजना के तहत सभी कामों पर तेजी से काम चल रहा है. एयरपोर्ट के 821 एकड़ का काम पूरा हो गया है, हमारा 225 हेक्टेयर जमीन जो है देने की स्थिति में है जिसमें रिंग रोड के 67.5 किलो मीटर है. जिससे भारी ट्रैफिक समाप्त हो जाएगी जिन लोगों को बस्ती गोरखपुर जाना है वह रिंग रोड के जरिए चले जाएंगे और श्रद्धालुओं की संख्या अयोध्या में बढ़ेगी. यहां के रोड का इस्तेमाल होगा हम लोग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहे हैं और जो गुप्तार घाट का इलाका है उसको भी हम डिवेलप कर रहे हैं. फोरलेन करने का प्रयास कर रहे हैं जल्दी ही डीपीआर सैंक्शन हो जाएगा.
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