भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाला, EOW ने दशमेश डेवलपर्स के ऑफिस में दी दबिश, 43 करोड़ का स्कैम
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाले की जांच के सिलसिले में ACB-EOW की टीम ने रायपुर में दशमेश डेवलपर्स के दफ्तर पर छापा मारा। इस घोटाले में कई बिल्डरों की भूमिका का संदेह है.

Bharatmala Project Scam: छत्तीसगढ़ में हुए भारतमाला प्रोजेक्ट घोटाले में बुधवार को ACB- EOW की टीम ने राजधानी रायपुर में दशमेश डेवलपर्स के ऑफिस में दबिश दी. फिलहाल ACB-EOW के 5-6 अधिकारी ऑफिस में घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं. भारतमाला प्रोजेक्ट में ज़मीनों को टुकड़ो में बांट कर मुआवजा राशि मे गड़बड़ी करने में कई बिल्डर्स की भी भूमिका थी. मामले में दशमेश इंफ्रा वेंचर्स प्रा.ली. कम्पनी का भी नाम शामिल है.
इससे पहले 25 अप्रैल को भी ACB - EOW छत्तीसगढ़ में 20 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमार कार्यवाई की थी. जिसमें मामले से जुड़े SDM पटवारी, तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक समेत राजस्व विभाग के कई अधिकारी कर्मचारियों के ठिकानों पर दबिश दी गई थी. इस दौरान दशमेश इंफ्रा वेंचर्स के ऑफिस को भी सील किया गया था.
SDM की पत्नी है दशमेश इंफ्रा वेंचर्स की डायरेक्टर
भारतमाला प्रोजेक्ट के हुई गड़बड़ी में जिस दशमेश इंफ्रा वेंचर्स प्रायवेट लिमिटेड के नाम सामने आ रहा है. इसकी डायरेक्टर भावना कुर्रे अभनपुर के तत्कालीन तहसीलदार शशिकांत कुर्रे की पत्नी है. घोटाले में शामिल होने के आरोप में तहसीलदार शशिकांत कुर्रे को सरकार ने पहले ही सस्पेंड कर दिया है. वहीं दशमेश इंफ्रा वेंचर्स का दूसरा डायरेक्टर हरमीत सिंह खनूजा है, जो कि पिछले 26 अप्रैल से EOW की हिरासत में हैं.
चार आरोपियों को किया था गिरफ्तार
भारतमाला घोटाले में 26 अप्रैल को EOW-ACB की टीम ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया था.जिसमें उमा तिवारी, केदार तिवारी, विजय जैन और हरमीत सिंह खनूजा शामिल हैं. EOW ने चारों को कोर्ट में पेश किया था, कोर्ट ने सभी आरोपियों को 1 मई तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया था. EOW सभी आरोपियों ने मनी लॉन्ड्रिंग के बारे में पूछताछ कर रही है.
इन अधिकारियों कर्मचारियों के यहां दी गई थी दबिश
भारत माला प्रोजेक्ट के गड़बड़ी के आरोप में 25 अप्रैल को जिन अधिकारी कर्मचारियों के यहाँ EOW - ACB ने दबिश दी थी उनमें निर्भय कुमार साहू, जितेंद्र साहू, दिनेश पटेल ,योगेश कुमार देवांगन, शशिकांत कुर्रे, लखेश्वर प्रसाद, लेखराम देवांगन, रोशन लाल वर्मा, बसंती धृतलहरे, उमा तिवारी हरमीत सिंह खनुजा ,विजय जैन, दशमेश इंट्रा वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, हृदय लाल गिलहरी और विनय कुमार गांधी शामिल है. EOW-ACB की अलग अलग टीमों ने 20 ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी थी.
PMO को नेता प्रतिपक्ष ने की थी शिकायत
भारतमाला प्रोजेक्ट में मुआवजे को लेकर हुए घोटाले की शिकायत छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने की थी . महंत ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को चिट्ठी लिखकर इस पूरे मामले में मुआवजे के घोटाले को लेकर शिकायत की थी. जिसके जवाब में पीएमओ ने महंत को पत्र लिखकर कार्रवाई का भरोसा दिलाया था . खुद महंत ने इस बात की पुष्टि की थी और कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही PMO इस मामले में सीबीआई जांच कराएगा.
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