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नेहरू से लेकर मोदी तक, कौन कब बना भारत का प्रधानमंत्री? एक क्लिक में देख लें पूरी डिटेल

Prime Ministers Of India: प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक. देश में अब तक कुल 15 प्रधानमंत्री हुए हैं. चलिए जानते हैं उनके बारे में विस्तार से.

Prime Ministers Of India:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 जून 2024 को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने एनडीए नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई. प्रधानमंत्री मोदी लगातार दो टर्म पूरा करने वाले देश के चौथे प्रधानमंत्री बने. इसके अलावा तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेकर उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के रिकॉर्ड को बराबर किया. इससे पहले जवाहर लाल नेहरू ने ही सिर्फ तीन बार लगातार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. 

भारत का प्रधानमंत्री भारत सरकार का प्रमुख होता है, उनके पास मंत्रियों को विभागों का आवंटन करने का अधिकार होता है. आजादी के बाद देश में अब तक कुल 15 प्रधानमंत्री बन चुके हैं. चलिए आपको बताते हैं कि नेहरू से लेकर मोदी तक, कौन कब बना भारत का प्रधानमंत्री. 

देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू (15 अगस्त 1947 – 27 मई 1964)
साल 1946 आते-आते यह साफ हो चुका था कि देश जल्द ही आजाद होने वाला है, इसी बीच लोगों के बीच दबे मन में एक सवाल था कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा? उस समय प्रधानमंत्री की रेस में सरदार बल्लभ भाई पटेल का नाम सबसे आगे चल रहा था और माना जा रहा था कि सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बनेंगे. हालांकि बाद में यह पद जवाहर लाल नेहरू को मिलता है और 15 अगस्त 1947 में पंडित जवाहर लाल नेहरू आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री बनते हैं. सबसे पहले प्रधानमंत्री होने के साथ सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी जवाहर लाल नेहरू के पास है. वो 1947 से 1964 तक लगातार भारत के प्रधानमंत्री रहे इस तरह उन्होंने 16 साल 286 दिनों तक सत्ता संभाली थी.

गुलजारीलाल नंदा  (कार्यवाहक) (27 मई 1964 – 9 जून 1964)
गुलजारीलाल नंदा (अभिनय) को देश का पहला कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया उनका कार्यकाल सिर्फ 13 दिनों का था. 27 मई 1964 से 9 जून 1964 तक गुलजारीलाल नंदा देश के प्रधानमंत्री रहे. 

लाल बहादुर शास्त्री  (9 जून 1964 – 11 जनवरी 1966)
जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री ने 9 जून 1964 को प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ ली और देश के दूसरे प्रधानमंत्री बने. जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद तमाम नाम थे, लेकिन आखिर में लाल बहादुर शास्त्री का नाम फाइनल हुआ. 

गुलजारीलाल नंदा (11 जनवरी 1966 – 24 जनवरी 1966)
देश के दूसरे प्रधानमंत्री के निधन के बाद गुलजारीलाल नंदा को 13 दिन 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी 1966 तक देश का प्रधानमंत्री बनाया गया. 

इंदिरा गांधी  (24 जनवरी 1966 – 24 मार्च 1977)
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में इंदिरा जी की राह ज्यादा कठिन नहीं थी. लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की इकलौती संतान इंदिरा गांधी को सर्वसम्मति से देश का तीसरा प्रधानमंत्री चुना गया. उन्होंने 24 जनवरी 1966 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. इंदिरा गांधी ने 1967 और 1971 का चुनाव जीता और वह फिर प्रधानमंत्री बनीं.

मोरारजी देसाई (24 मार्च 1977 – 28 जुलाई 1979)
देश की पहली गैर-कांग्रेसी सरकार के पहले प्रधानमंत्री के तौर पर मोरारजी देसाई ने देश के चौथे प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. साल 1975 में उन्होंने जनता पार्टी ज्वाइन की थी. 

चौधरी चरण सिंह (28 जुलाई 1979 – 14 जनवरी 1980)
किसानों के लोकप्रिय नेता चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 से 14 जनवरी 1980 तक 170 दिन देश के पांचवें प्रधानमंत्री रहे. वो एकमात्र प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने संसद का सामना नहीं किया. 

इंदिरा गांधी (14 जनवरी 1980 – 31 अक्टूबर 1984)
साल 980 के लोकसभा चुनाव में भी इंदिरा गांधी ने जीत दर्ज की थी और देश की छठी प्रधानमंत्री बनीं. उन्होंने 14 जनवरी 1980 को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. लेकिन 1984 में उनकी हत्या कर दी गई.

राजीव गांधी (31 अक्टूबर 1984 – 2 दिसंबर 1989)
राजीव गांधी को देश के सबसे युवा पीएम के तौर पर याद किया जाता है. उन्होंने 40 साल की उम्र में पीएम पद संभाला. राजीव गांधी की राजनीति में दिलचस्पी नहीं थी, सोनिया गांधी भी उनको राजनीति से दूर रखना चाहती थीं. 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 31 अक्टूबर 1984 को उसी दिन राजीव गांधी को देश के सातवें प्रधानमंत्री के रुप में शपथ दिलाई गई. 

विश्वनाथ प्रताप सिंह (2 दिसंबर 1989 – 10 नवंबर 1990)
राजीव गांधी के बाद विश्वनाथ प्रताप सिंह ने देश के आठवें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. विश्वनाथ प्रताप सिंह राजीव गांधी के सरकार में मंत्री थे उन्होंने बोफोर्स घोटाले का मुद्दा उछाला था. वीपी सिंह अविश्वास प्रस्ताव के बाद पद छोड़ने वाले पहले प्रधानमंत्री बने थे उनकी सरकार 
2 दिसंबर 1989 से 10 नवंबर 1990 तक 343 दिन रही.

चंद्रशेखर (10 नवंबर 1990 – 21 जून 1991)
11 महीने के बाद विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार गिरने के बाद चंद्रशेखर प्रधानमंत्री बने. उन्होंने 10 नवंबर 1990 को भारत के नौवें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. उनका कार्यकाल 10 नवम्बर 1990 से 21 जून 1991 तक 223 दिन का रहा. 

पी. वी. नरसिम्हा राव (21 जून 1991 – 16 मई 1996)
पी. वी. नरसिम्हा राव को आर्थिक उदारीकरण के जनक के रूप में जाना जाता है इसके अलावा वो दक्षिण भारत से आने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री थे. राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी ने पीवी नरसिम्हा राव को चुना उन्होंने 21 जून 1991 को वह भारत के 10वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. 

अटल बिहारी वाजपेयी (16 मई 1996 – 1 जून 1996)
16 मई को प्रधानमंत्री बने अटल बिहारी वाजपेयी सबसे कम कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री बने. इनकी सरकार 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक सिर्फ 16 दिन दिनों तक रही. बहुमत सिद्ध न कर पाने के कारण अटल बिहारी की सरकार गिर गई थी. 

एच. डी. देवेगौड़ा (1 जून 1996 – 21 अप्रैल 1997)
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार गिरने के बाद एच. डी. देवेगौड़ा को प्रधानमंत्री बनने का प्रस्ताव आया. उन्होंने 1 जून 1996 को पद की शपथ ली और 21 अप्रैल 1997 को उनकी सरकार गिर गई. 

इंद्र कुमार गुजराल (21 अप्रैल 1997 – 19 मार्च 1998)
एच. डी. देवेगौड़ा की सरकार गिरने के बाद प्रधानमंत्री की रेस में कई नेता शामिल थे, लेकिन आखिरी में इंद्र कुमार गुजराल प्रधानमंत्री बने. बताया जाता है कि जब इनका नाम प्रधानमंत्री पद के लिए फाइनल हुआ तब ये सो रहे थे. 19 मार्च 1998 में इनकी सरकार गिर गई.

अटल बिहारी वाजपेयी (19 मार्च 1998 – 22 मई 2004)
1998 में अटल बिहारी वाजपेयी को फिर प्रधानमंत्री बनाया गया. इस बार वो प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री बने. उन्होंने पूरे पांच साल प्रधानमंत्री पद संभाला.

मनमोहन सिंह (22 मई 2004 – 26 मई 2014)
आर्थिक सुधारों के लिए मशहूर मनमोहन सिंह लगातार दो कार्यकाल तक प्रधानमंत्री रहे. वो देश के पहले सिख प्रधानमंत्री भी थे. मनमोहन सिंह ने 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 को प्रधानमंत्री के रूप के शपथ ली. साल 2009 में भी यूपीए की सरकार में मनमोहन सिंह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने. 

नरेंद्र मोदी (26 मई 2014 – वर्तमान)
मनमोहन सिंह के बाद नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने. बीजेपी ने साल 2014 में अपने दम पर बहुमत हासिल कर सरकार बनाई, साल 2019 के चुनावों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया और मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने. इसके बाद साल 2024 में भी नरेंद्र मोदी को एनडीए दल का नेता चुना गया और उन्होंने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली.

इसे भी पढ़ें- डॉ राजेंद्र प्रसाद के बाद से अब तक कौन-कौन बना भारत का राष्ट्रपति? यहां देख लीजिए पूरी लिस्ट

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