Vijayadashami 2024: पटना में रावण वध की तैयारी पूरी, आम जनता के लिए खुले रहेंगे आठ गेट, कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट
Ravan Vadh Program: गांधी मैदान में आम लोगों की सुरक्षा के लिए चार एसपी तैनात किए गए हैं. 12 डीएसपी गांधी मैदान के अंदर निगरानी में रखेंगे. सभी पुलिस कर्मियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.
Ravan Vadh Program At Gandhi Maidan Patna: बुराई पर अच्छाई की विजय का त्योहार दशहरा का आज आखिरी दिन विजयादशमी है. पटना के गांधी मैदान में शनिवार (12 अक्टूबर) की शाम में रावण वध का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम के लिए आयोजक दशहरा ट्रस्ट कमेटी की तैयारी जहां अंतिम रूप में हैं, तो वहीं जिला प्रशासन की ओर से भी कोई अनहोनी घटना ना हो इसकी भी पुरजोर तैयारी की गई है. डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने दावा किया है कि सभी तैयारी पूरी कर ली गई है.
कुल 13 गेट में आठ गेट सिर्फ आम जनता के लिए
डीएम चंद्रशेखर ने बताया है कि आम लोगों को कोई भी असुविधा नहीं होगी. गांधी मैदान में कुल 13 गेट में आठ गेट सिर्फ आम जनता के आने-जाने के लिए खुले रहेंगे, जबकि 1, 2 और 3 नम्बर गेट अति वीआईपी से लेकर वीआईपी लोगों के लिए रखा गया है. 13 नंबर गेट मीडिया के लिए रिजर्व किया गया है. डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि हम लोग पिछले 20 दिनों से रावण वध की तैयारी में लगे हुए थे, जो अब पूरी हो चुका है. पूरे कार्यक्रम की निगरानी 128 सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी. इसके अलावा गांधी मैदान में 13 वॉच टावर बनाया गया है.
तीन नियंत्रण कक्ष है, एक अस्थाई थाना और तीन क्यूआरटी से पूरे गांधी मैदान और उसके आसपास निगरानी रखी जाएगी. गांधी मैदान और उसके आस-पास यातायात के लिए पहले से रूट चार्ट बताया गया है. उसके अनुसार 1 बजे से यातायात प्रबंधन शुरू हो जाएगा. आम लोगों का आगमन सबसे ज्यादा 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10 और 12 नंबर गेट से होता है. इसलिए यह सभी आठ गेट आम जनता के आने जाने के लिए खुले रहेंगे. कार्यक्रम का शुभारंभ 3:30 बजे से होगा और अंतिम लगभग शाम 7 से 8 बज जाएंगे. इस दौरान दंडाधिकारी और बल मुस्तैद रहेंगे. डीएम ने आम जनता से अपील की है कि गांधी मैदान में प्रवेश करते समय और निकलते समय जल्दबाजी नहीं करें, अफवाहों पर ध्यान न दें, लावारिस सामान को नहीं छुए और जिला प्रशासन के निर्देशों का पालन करें.
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि आम लोगों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोई त्रुटि ना हो इसको देखते हुए गांधी मैदान में चार एसपी तैनात रहेंगे. 12 डीएसपी गांधी मैदान के अंदर निगरानी में रखेंगे. उनके साथ अंदर में कई इंस्पेक्टर और ज्यादा से ज्यादा संख्या में पुलिस बल रहेंगे. स्थानीय थाना की ओर से भी मॉनिटरिंग रहेगी. इसके अलावा गांधी मैदान के बाहर यातायात प्रबंधन के लिए पांच डीएसपी निगरानी करेंगे और गश्ती भी करते रहेंगे. उनके अंदर कई इंस्पेक्टर और एसआई तथा पुलिस बल जगह तैनात रहेंगे. सबसे ज्यादा परेशानी लोगों को रावण वध के बाद निकलने में होती है, उस समय सभी पुलिस कर्मियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है. सभी गेट पर लोगों को सुविधा देने के लिए पुलिस बल तैनात रहेंगे और लोगों की निकासी में पूरी मदद करेंगे.
2014 की घटना के बाद से सचेत है जिला प्रशासन
इस बार जिला प्रशासन ने पूर्व में हुए पटना और गोपालगंज की घटना से बहुत कुछ सीख ली है और यही वजह है कि कोई अनहोनी घटना न हो इसको लेकर पूरी चौकसी है. बता दें कि 3 अक्टूबर 2014 को पटना के गांधी मैदान में रावण वध कार्यक्रम के बाद निकासी के समय भगदड़ मच गई थी और एक दूसरे पर लोग चढ़कर बाहर निकलने लगे थे, जिसमें 42 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 100 लोग घायल हो गए थे. घटना के दूसरे दिन यह जानकारी मिली थी कि गांधी मैदान में आम लोगों की निकासी के लिए मात्र दो गेट खोले गए थे. अब उससे सीख लेकर जिला प्रशासन ने आम लोगों के लिए इस बार आठ गेट खोलने का निर्णय लिया है. पिछले वर्ष 2023 में रावण वध के दौरान गोपालगंज में भी भगदड़ मची थी, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 लोग घायल हो गए थे.
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