इराक की गुफा में दिखा मौत का मंजर, अंदर घुसते ही चली गई 12 सैनिकों की जान, जानें कैसे हुई मौत
कुर्दिश आतंकवादियों के हमले में मारे गए एक साथी सैनिक की बॉडी की तलाश में कुछ सैनिक गुफा में गए हुए थे. मंत्रालय ने बताया कि मीथेन गैस के संपर्क में आने से कुल 12 सैनिक शहीद हो गए हैं.

तुर्की में एक गुफा में लापता सैनिक की खोज में गए 7 और सैनिकों की मीथेन गैस लीक के कारण मौत हो गई, जिससे मरने वाले सैनिकों की संख्या 12 हो गई है. तुर्की रक्षा मंत्रालय ने सोमवार (07 जुलाई, 2025) को इस बात की जानकारी दी है.
दरअसल कुर्दिश आतंकवादियों के हमले में मारे गए एक साथी सैनिक के शव की तलाश में कुछ सैनिक गुफा में गए थे. मंत्रालय ने बताया कि मीथेन गैस के संपर्क में कुल 19 सैनिक आए थे और रविवार (06 जुलाई, 2025) को 5 सैनिकों की मौत हो गई थी और अब सोमवार के दिन 7 और सैनिकों ने दम तोड़ दिया.
तुर्की मंत्रालय की तरफ से आया बयान
मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि हम इस दुखद घटना में अपनी जान गंवाने वाले तुर्की वीर शहीदों के शांति की प्रार्थना करते हैं. साथ ही इस घटना में घायल अन्य सैनिकों की सलामती की कामना करते हैं. रक्षा मंत्री यासर गुलर और सशस्त्र बलों के कमांडर जल्द ही इन शहीद सैनिकों के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे और सम्मान के साथ उनकी विदाई होगी.'
'एक्स' पर पोस्ट कर दी ये जानकारी
मंत्रालय ने कहा, 'अप्रैल, 2022 में उत्तरी इराक में कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (PKK) के खिलाफ 'क्लॉ-लॉक ऑपरेशन क्षेत्र' के पास ऑपरेशन चलाया जा रहा था और ये घटना इसी स्थान पर हुई है.' मंत्रालय ने सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'क्लॉ-लॉक ऑपरेशन क्षेत्र में शहीद हुए हमारे 6 वीर सैनिकों के शवों को दफनाने के लिए उनके घर भेज दिया गया है. गैस में जान गंवाने वाले अन्य 7 सैनिकों के बारे में पहले जानकारी नहीं थी.
40 सालों से तुर्की और पीकेके के बीच चल रहा संघर्ष
तुर्की और पीकेके के बीच 40 सालों से संघर्ष चल रहा है. पीकेके को तुर्की और कई पश्चिमी देश आतंकवादी संगठन मानते हैं. पीकेके ने ये घोषणा की थी कि वह तुर्की के साथ शांति स्थापना के लिए तैयार है और सशस्त्र लड़ाई को खत्म कर देगा.
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