कौन संभालेगा पवार की विरासत, बेटी-भतीजा या कोई और....रेस में हैं ये 5 नाम
Sharad Pawar Resignation: एनसीपी की आधिकारी बेवसाइट पर नजर डालें तो पता चलता है कि शरद पवार के बाद कौन बड़े नेता है जिनका नाम पार्टी की वेबसाइट पर प्रमुखता से दर्ज है.

Sharad Pawar Resignation: देश के वरिष्ठतम राजनेताओं में से एक और एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने आज (2 मई) अपनी आत्मकथा के विमोचन के दौरान एनसीपी के अध्यक्ष के पद से अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. उनके इस ऐलान के साथ ही अब राजनीतिक गलियारों में इस बात के सवाल शुरू हो गए कि आखिर एनसीपी का अगला अध्यक्ष कौन होगा?
एनसीपी की आधिकारी बेवसाइट पर नजर डालें तो पता चलता है कि शरद पवार के बाद कौन बड़े नेता है जिनका नाम पार्टी की वेबसाइट पर प्रमुखता से दर्ज है. इन टॉप 5 नामों में से ये नाम निभ्नलिखित हैं...
1.अजीत पवार: एनसीपी प्रमुख शरद पवार के भतीजे हैं और महाराष्ट्र के 3 दिन के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं. वह एनसीपी में शरद पवार के बाद सबसे बड़े नेता हैं, और फिलहाल एनसीपी के महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के सबसे बड़े नेता हैं. हालांकि ये पार्टी के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर काफी विवादों में रहे हैं. इनकी छवि पार्टी और उसके बाहर बागी नेता के रूप में जानी जाती है. इन्होंने 2019 में आधी रात को फड़नवीस के साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. इन पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे.
2. जयंत पाटिल: शरद पवार के बेहद करीबी नेताओं में से एक हैं और एनपीसी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. जब अजित पवार ने बगावत करके फडनवीस के साथ सरकार बना ली थी तो शरद पवार ने अजित को हटाकर जयंत पाटिल को ही विधायक दल का नया नेता चुना था. जयंत पाटिल का संबंध एक बड़े राजनीतिक परिवार से है. उनके पिता राजाराम बापू पाटिल 1962 से 1970 और 1978 में महाराष्ट्र में मंत्री रहे हैं. 1984 में राजाराम के अचानक निधन के बाद जयंत पाटिल को वापस स्वदेश आना पड़ा. स्वदेश आने पर जयंत ने भी राजनीति में कदम रखा था.
3. सुप्रिया सुले: एनसीपी चीफ शरद पवार की बेटी हैं और जब 2014 में शरद पवार ने लोकसभा की बारामती सीट से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया तो उन्होंने सुप्रिया को ही अपना उत्ताराधिकारी बनाया था.
4. छगन भुजबल: भुजबल शिवसेना के बाद कांग्रेस होते हुए एनसीपी में पहुंचे थे. वे पहली बार 1973 में शिवसेना से पार्षद का चुनाव लड़े और जीते और फिर बाद में मुंबई के मेयर भी बने. शिवसेना से नाराज होकर बाद उन्होंने शिवसेना छोड़ी और कांग्रेस का दामन थामा. इसके बाद वह भ्रष्ट्राचार के मामले में जेल भी जा चुके हैं.
5.प्रफुल्ल पटेल: शरद पवार के खास सिपह सालारों में से एक हैं. राजनीति के साथ-साथ पटेल व्यापार जगत में भी काफी सफल रहे हैं. वह फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं और खेल फेडरेशन से भी जुड़े हुए हैं. वह यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं.
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