Doomsday Vault: महाप्रलय के लिए तैयार हो रहे बंकर, सब खत्म हो जाए फिर भी बचे रहेंगे ये बीज
दुनिया में कयामत का आना तय है, ऐसे में इसके बाद जन-जीवन दोबारा से कैसे शुरू किया जाएगा, खाना कैसे मिलेगा. इसका इंतजाम करने के लिए कयामत की तिजोरी बनाई गई है. आइए जानते हैं कि ये क्या है.

What Is Doomsday Vault: हर इंसान अपने घर में तिजोरी जरूर रखता है, जिसमें वो ऐसा खजाना छिपाकर रखता है जिसे कि मुसीबत के वक्त इस्तेमाल किया जा सके. इसमें ज्यादातर हम कीमती वस्तुएं रखते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक तिजोरी ऐसी भी है जिसे डूम्सडे-वॉल्ट के नाम से जाना जाता है और इसे कयामत की तिजोरी भी कहा जाता है. इसे कयामत की तिजोरी इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे 100 से ज्यादा देशों ने मिलकर बनाया है, ताकि इसमें दुनियाभर के बीजों की प्रजाति को सुरक्षित तरीके से रखा जा सकता है. ये ऐसी तिजोरी है, जो कि चारों ओर बर्फ से ढंकी हुई है और प्रलय भी इसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती है.
कब और कहां बनाई गई डूम्सडे-वॉल्ट
कयामत की इस तिजोरी में बीज संजोने के लिए भारत भी शामिल है. डूम्सडे वॉल्ट को स्वालबार्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट के नाम से भी जाना जाता है. ये आर्कटिक सागर के पास स्पिट्सबर्गन पर एक पहाड़ी पर स्थित है. इसे साल 2008 में बनाया गया है. दरअसल जिस तरीके से ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ रही है और परमाणु युद्ध का खतरा मंडरा रहा है, उससे ये मान लिया गया है कि प्रलय आनी तो तय है. जब प्रलय आएगी तो सबकुछ तबाह हो जाएगा. ऐसे में जीवन दोबारा शुरू करने के लिए बीज कहां से आएंगे. बस इसी वजह से इस तिजोरी का निर्माण किया गया है.
इस तरीके से सुरक्षित रहते हैं अनाज
इस तिजोरी को नॉर्वे के पास आईलैंड पर इसलिए बनाया गया है, ताकि ये जगह ठंडी रहती है और इसके अंदर बीजों को -18 डिग्री सेल्सियस (-0.4 डिग्री फॉरेनहाइट) पर सुरक्षित रखा जाता है. इसके अंदर 1.3 मिलियन से ज्यादा किस्मों के बीज सुरक्षित तरीके से रखे गए हैं. इन बंकर्स को पर्माफ्रॉस्ट और मोटी चट्टान द्वारा बनाया गया है, जिनका दरवाजा बर्फ की मोटी परत से ढंका हुआ है. इसमें पावर चले जाने के बावजूद बीज सुरक्षित रखे रह सकते हैं. इसको पहाड़ के करीब 400 फीट नीचे की तरफ बनाया गया है. यहां तक पहुंचने के लिए कंक्रीट की एक सुरंग के अंदर से होकर जाना पड़ता है.
तिजोरी में सबसे ज्यादा बीज भारत के
इस तिजोरी को साल में तीन बार खोला जाता है, वो भी विश्व के सभी देशों की फीस को जमा करने के लिए. बीजों को लंबे वक्त तक सुरक्षित रखना एक चुनौती है, ऐसे में हर मुसीबत से बचाने के लिए हर दस साल के अंदर इन बीजों को बदल दिया जाता है. अब खेती के मामले में भारत अव्वल देशों की श्रेणी में गिना जाता है, ऐसे में इसमें सबसे ज्यादा बीज भारत के हैं. भारत ने इसमें 15% बीज रखे हैं. इसके बाद मैक्सिको 6.1%, अमेरिका 3.3%, इसके अलावा जिम्बाबे और बाकी देश भी शामिल हैं.