10 साल पहले लॉन्च हुआ था पहला Android स्मार्टफोन, 7 चीजें जो आप नहीं जानते
फोन में स्लाइडर कीबोर्ड और ट्रैकबॉल था जिससे आप टाइप और डिवाइस को नेविगेट कर सकते थे.

नई दिल्ली: टेकनॉल्जी में 10 साल काफी ज्यादा होते हैं जहां गूगल का एंड्रॉयड फोन अभी तक अपने टेस्ट को पास कर रहा था. कल गूगल की 10वीं सालगिरह थी. 22 सितंबर साल 2008 सर्गी ब्रिन और लैरी पेज दोनों गूगल के को- फाउंडर्स ने दुनिया को पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन दिया. फोन का नाम था 'G1' जिसे गूगल, एचटीसी और टी मोबाइल ने मिलकर बनाया था. फोन की कीमत थी 399 डॉलर यानी की 28 हजार रुपये. ये फोन पहला ऐसा फोन था जिसे आईफोन को टक्कर देने के लिए बनाया गया था. तो चलिए हम आपको कुछ ऐसी ही रोचक जानकारियां देते हैं उस पहले एंड्रॉयड फोन के बारे में जिसके बारे में आप ज्यादा कुछ नहीं जानते होंगे.
फोन टच स्क्रीन को सपोर्ट नहीं करता था
अब अगर हम ये कहें कि आज कोई ऐसा फोन लॉन्च हो रहा है जो टच स्क्रीन को सपोर्ट नहीं करता तो आपको काफी अजीब लगेगा. फोन में स्लाइडर कीबोर्ड और ट्रैकबॉल था जिससे आप टाइप और डिवाइस को नेविगेट कर सकते थे.
फोन को HTC ड्रीम नाम से भी जाना जाता था
अमेरिका में फोन को जी1 मोनिकर नाम से बेचा जाता था तो वहीं दूसरे मार्केट में इस फोन का नाम HTC ड्रीम था. जी/एचटीसी ड्रीम को सबसे पहले 23 सितंबर को लॉन्च किया गया था जिसके बाद इसे मार्केट में साल 2009 में उतारा गया था.
फोन में हेडफोन जैक नहीं था
इस फोन में हेडफोन जैक नहीं था और ये काम एपल से पहले एंड्रॉयड कर चुका था. इयरफोन को कनेक्ट करने के लिए यूजर्स को एडेप्टर लगाना पड़ता था. आज के जमाने में हेडफोन एक बहुत ही कॉमन फीचर है.
प्ले स्टोर नहीं था लेकिन जीमेल और मैप्स की सुविधा थी
प्ले स्टोर के बदले पहले एंड्रॉयड मार्केट हुआ करता था जहां से लोग एप्स को डाउनलोड करते थे. जी1 पहले से पही गूगल सर्च, मैप्स और जीमेल के साथ आता है.
पहले छह महीनों में फोन के कई यूनिट्स बिके
पहले 6 महीने में कंपनी ने फोन के 10 लाख यूनिट्स बेच दिए. लेकिन तकरीबन 2 साल बाद फोन को बंद कर दिया गया.
दूसरा एंड्रॉयड फोन साल 2010 के बाद आया
जी1 इतना मशहूर हो गया था कि दूसरे एंड्रॉयड फोन को आने में एक साल का वक्त लग गया. फोन का नाम था एचटीसी मैजिक. बता दें कि साल 2010 के बाद ही सैमसंग, एलजी, मोटोरोला इन सभी कंपनियों ने एंड्रॉयड आधारित डिवाइस लॉन्च करने शुरू कर दिए.
आईफोन को मिली कड़ी टक्कर
जी1 को जब लॉन्च किया गया था तो एपल आईफोन अपने सेकेंड जेनरेशन में था और धीरे धीरे काफी पॉपुलर हो रहा था. एपल आईओएस ने ब्लैकबेरी ओएस और नोकिया सिंबियन को पूरी तरह से खत्म कर दिया था. एंड्रॉयड एपल के लिए आज भी एक चैलेंज बना हुआ है जो एपल के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहा है.