अपना टेलीफोन एक्सचेंज… हर दिन 10 हजार कॉल, साइबर ठगी के मामले में JDU नेता सहित 6 गिरफ्तार
Bihar News: ईओयू ने यह कार्रवाई की है. सुपौल सहित अन्य जिलों में छापेमारी की गई. जांच में सामने आया कि हर्षित कुमार (21 साल) इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड है.

बिहार में साइबर ठगी के एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जिसकी पूरी कहानी सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. साइबर ठगी के मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इसमें युवा जेडीयू से जुड़ा नेता हर्षित कुमार मास्टरमाइंड है. सोमवार (21 जुलाई, 2025) को इसकी आधिकारिक रूप से जानकारी दी गई.
ईओयू ने यह कार्रवाई की है. बताया जाता है कि हर्षित सुपौल का रहने वाला है. जनता दल यूनाइटेड के युवा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव के पद पर तैनात है. हालांकि इस संबंध में युवा जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल का कहना है कि हर्षित पहले पार्टी में था लेकिन बहुत पहले वह पद मुक्त हो गया था. अभी वह जेडीयू का सिर्फ कार्यकर्ता था लेकिन अब उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
अब समझिए ठगी और जालसाजी की पूरी कहानी
मामले की जानकारी सामने आने के बाद ईओयू के अभियान दल के डीएसपी पंकज कुमार के नेतृत्व में इस पूरे कांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था. एसआईटी ने रविवार की सुबह सुपौल से हर्षित कुमार को गिरफ्तार किया. सुपौल सहित अन्य जिलों में छापेमारी की गई. हर्षित के पास से आठ सिम बॉक्स डिवाइस और सैकड़ों की संख्या में प्रमाणित, उपयोग किए गए और अनुपयोगी सिम कार्ड के साथ कई बैंकों के पासबुक, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि मिले.
सिम बॉक्स चलाने के लिए दिया पैसे का लालच
जांच में सामने आया कि हर्षित कुमार (21 साल) इस पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड है. वह फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से चीन, वियतनाम, कंबोडिया एवं अन्य देश के नागरिकों के संपर्क में आया और उनके टेलीग्राम ग्रुप में शामिल हो गया. इन सरगनाओं ने उसे सिम बॉक्स चलाने के लिए पैसे का लालच दिया. हर्षित ने वियतनाम से चार और चीन से चार सिम बॉक्स डिवाइस प्राप्त किए. इन सिम बॉक्स के माध्यम से इस गिरोह के द्वारा एक समानांतर टेलीफोन एक्सचेंज का संचालन किया जा रहा था.
एसआईटी के अनुसार, इन सिम बॉक्स के माध्यम से 10 हजार से अधिक फर्जी कॉल एक दिन में ही किए जा रहे थे. सिम बॉक्स चलाने के लिए बड़ी संख्या में अवैध सिम कार्ड की आवश्यकता थी. ऐसे में हर्षित ने इसके लिए पाकुड़ (झारखंड) के सुमित शाह नाम के अपराधी से संपर्क किया.
सुमित शाह मार्च से अब तक हर्षित को लगभग 1000 सिम कार्ड दे चुका है. सुमित शाह खुद सुल्तान नाम के व्यक्ति से सिम कार्ड लेता था. सुल्तान ने हर्षित को लगभग 400 सिम कार्ड उपलब्ध कराए हैं. हर्षित और सुल्तान की मुलाकात हाजीपुर में कई बार हुई है. इस मामले में हर्षित, सुल्तान और सुमित के साथ संचालन केंद्र के तीन अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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Source: IOCL