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'नो शेकहैंड' विवाद के बीच पढ़ें हाथ मिलाने के शेर, खुश हो जाएगी तबीयत
एशिया कप 2025 खत्म हो चुका है. भारत खिताबी जीत दर्ज करके खुशियां मना रहा है तो पाकिस्तान में मातम का दौर जारी है. बस एक चीज जो अब तक खत्म नहीं हुई, वह है नो शेकहैंड विवाद.
भारत-पाकिस्तान के बीच पहले मुकाबले से शुरू हुआ नो शेक हैंड विवाद टूर्नामेंट खत्म होने के बाद भी जारी है. इस दौर में हम आपको हाथ मिलाने के शेरों से रूबरू कराते हैं.
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कोई हाथ भी न मिलाएगा, जो गले मिलोगे तपाक से. ये नए मिजाज का शहर है जरा फासले से मिला करो - निदा फाजली
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मिलना-जुलना अभी भी है लेकिन, हाथ से हाथ अब न मसने के - बकुल देव
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दिल से मिलने की तमन्ना ही नहीं जब दिल में, हाथ से हाथ मिलाने की जरूरत क्या है - शाहिद कबीर
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'शाज' मोहब्बत को अपनाना खेल नहीं, अपने हाथ से अपना हाथ छुड़ाया है - जकरिया शाज
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बढ़ कर किसी से हाथ मिलाने नहीं गए, तेवर वही हैं अब भी पुराने नहीं गए - चंद्रशेखर पाण्डेय शम्स
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कितने मौसम सरगर्दां थे मुझ से हाथ मिलाने में, मैंने शायद देर लगा दी ख़ुद से बाहर आने में - अज़्म बहज़ाद
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हाल पूछा न करे हाथ मिलाया न करे, मैं इसी धूप में ख़ुश हूँ कोई साया न करे - काशिफ़ हुसैन ग़ाएर
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तुम तकल्लुफ़ को भी इख़्लास समझते हो 'फ़राज़', दोस्त होता नहीं हर हाथ मिलाने वाला - अहमद फ़राज़
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क्या शख़्स था उड़ाता रहा उम्र भर मुझे, लेकिन हवा से हाथ मिलाने नहीं दिया - हसन अब्बास रज़ा
Published at : 30 Sep 2025 07:53 AM (IST)
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