एक्सप्लोरर
इंसानों के साथ-साथ पक्षियों में भी बढ़ रही बेवफाई, जानिए क्या है इन बढ़ते ब्रेकअप की वजह
शादीशुदा जोड़ों में आपसी मनमुटाव, दूरियां और किसी तीसरे का आना तलाक के कारण हैं. हालांकि, यह केवल इंसानों तक ही सीमित नहीं है, यह पक्षियों में भी देखा गया है, जिसे शोधकर्ता "पक्षी तलाक" कहते हैं.
दूरियों के कारण अलग हो रहे पक्षी जोड़े
1/7

जर्मनी और चीन के शोधकर्ताओं ने रॉयल सोसाइटी बी की कार्यवाही में एक अध्ययन के नतीजे प्रकाशित किए, जिसमें मृत्यु दर और प्रवासी दूरी के आधार पर 232 पक्षी प्रजातियों के बदलते व्यवहार का विश्लेषण किया गया. उन्होंने तलाक की दरों पर पहले प्रकाशित आंकड़ों का भी इस्तेमाल किया.
2/7

पक्षियों के व्यवहार के बारे में प्रकाशित जानकारी के आधार पर, टीम ने प्रत्येक प्रजाति के प्रत्येक नर और मादा को "स्वच्छता स्कोर" सौंपा. जर्मनी में मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल बिहेवियर के डॉ. जोइटेन सॉन्ग के अनुसार, इस विश्लेषण से सभी प्रजातियों में अलगाव में योगदान देने वाले दो प्रमुख कारकों का पता चला.
3/7

पहला कारक है नर पक्षियों के एक से अधिक साथी होना और दूसरा कारक है लंबी दूरी का प्रवास. दिलचस्प बात यह है कि मादा पक्षियों ने इस व्यवहार को कम प्रदर्शित किया.
4/7

शोधकर्ताओं के मुताबिक, जब नर पक्षी प्रजनन के लिए तैयार होता है तो इसे अक्सर प्रतिबद्धता में कमी के रूप में देखा जाता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि उसका ध्यान और संसाधन कई महिलाओं के बीच बंट जाते हैं, जिससे वह कम आकर्षक साथी बन जाता है. परिणामस्वरूप, अगले प्रजनन मौसम में इस जोड़े के "तलाकशुदा" होने की अधिक संभावना है.
5/7

सॉन्ग ने कहा कि लंबी दूरी के प्रवास के बाद पक्षियों में तलाक की दर अधिक होती है. प्रवास के बाद, पक्षी अलग-अलग समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं, जिससे ऐसी स्थिति बनती है जहां वे जल्दी से नए संभावित साथियों का सामना कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, वे अलग-अलग स्थानों पर पहुंच सकते हैं, जिससे तलाक की संभावना और भी बढ़ जाएगी.
6/7

लिवरपूल विश्वविद्यालय में समुद्री जीव विज्ञान (Marine Biology) की विशेषज्ञ डॉ. सामंथा पैट्रिक इस बात पर जोर देती हैं कि प्रवासन से संबंधित ब्रेकअप जैसी घटनाएं चिंताजनक हैं. जलवायु परिवर्तन के कारण प्रवास के समय में परिवर्तन बाधित हो सकता है.
7/7

प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और मौसमी आपदाओं के कारण पक्षियों में विभिन्न परिवर्तन हो रहे हैं. उनकी उड़ान क्षमता, प्रजनन क्षमता और मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. कभी-कभी, जब पक्षी दूसरे देश में पहुंचते हैं, तो वहां सर्दी की शुरुआत में देरी होती है, जिसका पक्षियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
Published at : 13 Jul 2023 03:39 PM (IST)
और देखें
Advertisement
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
विश्व
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड

























