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इस धर्म वालों के लिए अलग ड्रिंक बनाती है कोल्ड ड्रिंक की यह कंपनी, हैरान कर देगी वजह
पीले ढक्कन वाली कोक क्यों खास है, यह बात पहली नजर में कोई नहीं समझ पाता, लेकिन इसके पीछे छिपी धार्मिक कहानी हर साल एक समुदाय के स्वाद को बदल देती है.
शायद आपने कभी सोचा भी न हो कि दुनिया की सबसे बड़ी कोल्ड ड्रिंक कंपनी कोका-कोला कभी धर्म के हिसाब से भी अपना फॉर्मूला बदल सकती है. लेकिन हकीकत यही है कि एक ऐसा वर्जन, जो बाजार में चुपचाप मौजूद है, जिसे देखकर आम लोग शायद अंतर भी न समझ पाएं, पर एक समुदाय के लिए यह बेहद जरूरी है. सच्चाई की परत तब खुलती है जब बोतल के ढक्कन का रंग बदल जाता है. आइए जानें.
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कोका-कोला, जिसे दुनिया भर में एक जैसे टेस्ट वाली ड्रिंक के लिए पहचाना जाता है, दरअसल हर जगह एक जैसी नहीं होती. यह बात खुद कंपनी लंबे समय से जानती है और कुछ समुदायों के लिए वह अपने फॉर्मूले में बेहद सूक्ष्म लेकिन महत्वपूर्ण बदलाव करती है.
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इनमें सबसे दिलचस्प बदलाव यहूदी धर्म के एक धार्मिक पर्व पासओवर के दौरान देखने को मिलता है. कई लोगों को तो कल्पना भी नहीं होगी कि अपनी बोतल पर लाल ढक्कन से दूर हटकर पीले ढक्कन वाली कोक क्यों नजर आती है और इसका स्वाद भी थोड़ा अलग क्यों होता है.
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दरअसल पासओवर के दौरान यहूदी समुदाय कुछ खास अनाजों का सेवन नहीं करता जैसे मक्का, गेहूं, जौ, राई और बीन्स. माना जाता है कि इन अनाजों का उपयोग इस पवित्र अवधि में खानपान के लिए वर्जित है.
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यही वजह है कि नियमित कोका-कोला, जिसमें हाई-फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप का उपयोग होता है, उस समय कोषेर नियमों के अनुसार मान्य नहीं होती.
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यहीं से शुरू होती है उस खास ड्रिंक की कहानी, जिसे लोग ‘पासओवर कोक’ के नाम से भी पहचानते हैं. इस खास वर्जन में कॉर्न सिरप को पूरी तरह हटाकर उसकी जगह गन्ने की शुगर मिलाई जाती है.
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यह न सिर्फ धार्मिक नियमों के तहत स्वीकार्य होता है बल्कि कई लोग इसे सामान्य कोक से ज्यादा स्मूद और क्लासिक टेस्ट वाला भी बताते हैं. अमेरिका, कनाडा और कुछ यूरोपीय देशों में यह पीले ढक्कन वाली कोक पासओवर के दिनों में चुपचाप बाजार में दस्तक देती है, और बड़ी संख्या में लोग इसे खास तौर पर खरीदने जाते हैं. कई बार तो इसका स्टॉक खत्म होने की नौबत भी आ जाती है.
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सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह कोई नया कॉन्सेप्ट नहीं है. कोका-कोला करीब चार दशक से भी अधिक समय से इन धार्मिक आवश्यकताओं का सम्मान करते हुए हर साल यह स्पेशल एडिशन तैयार करती आ रही है. इसकी पहचान पीले रंग के ढक्कन से होती है.
Published at : 04 Dec 2025 10:06 AM (IST)
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