एक्सप्लोरर
Advertisement
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-top.png)
Navratri 2023: नवरात्रि में भूल से भी नहीं करने चाहिए ये 10 काम, माता हो जाती हैं क्रोधित
Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हुई थी अब समापन 23 अक्टूबर 2023 को होगा. इन 9 दिनों में कुछ खास बातों का जरुर ध्यान रखें नहीं तो देवी का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.
![Shardiya Navratri 2023: नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से हुई थी अब समापन 23 अक्टूबर 2023 को होगा. इन 9 दिनों में कुछ खास बातों का जरुर ध्यान रखें नहीं तो देवी का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/04/e6102fae91653843e2d4ce09251b4dfe1696408321510499_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Shardiya Navratri 2023
1/5
![नवरात्रि के 9 दिन बहुत पवित्र होते हैं इस दौरान लहसुन-प्याज से युक्त भोजन न करें. पौराणिक मान्यता है कि जहां राहु-केतु का रक्त गिरा था वहीं से लहसुन-प्याद की उत्पत्ति हुई है. इसलिए इसे अशुद्ध माना जाता है. इसके सेवन से नवरात्रि की पूजा का फल नहीं मिलता.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/17/7365cc110a60ca8cc01b8431a2b5fb3fe7feb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नवरात्रि के 9 दिन बहुत पवित्र होते हैं इस दौरान लहसुन-प्याज से युक्त भोजन न करें. पौराणिक मान्यता है कि जहां राहु-केतु का रक्त गिरा था वहीं से लहसुन-प्याद की उत्पत्ति हुई है. इसलिए इसे अशुद्ध माना जाता है. इसके सेवन से नवरात्रि की पूजा का फल नहीं मिलता.
2/5
![नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए. नौ दिन तक दाढ़ी, नाखून, बाल न काटें. इससे व्रती को दोष लगता है. बिस्तर पर न सोएं. भूल से भी शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं मां दुर्गा की पूजा में तन-मन दोनों शुद्ध होना जरुरी है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/17/6782f002f0e494174ac61a352c2bbeaca8eb5.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए. नौ दिन तक दाढ़ी, नाखून, बाल न काटें. इससे व्रती को दोष लगता है. बिस्तर पर न सोएं. भूल से भी शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं मां दुर्गा की पूजा में तन-मन दोनों शुद्ध होना जरुरी है.
3/5
![नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए. नौ दिन तक दाढ़ी, नाखून, बाल न काटें. इससे व्रती को दोष लगता है. बिस्तर पर न सोएं. भूल से भी शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं मां दुर्गा की पूजा में तन-मन दोनों शुद्ध होना जरुरी है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/17/b6bf89321c50e0d2f81e9168aa7293be8c14d.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नवरात्रि में काले रंग के कपड़े, चमड़े की बनी बेल्ट, नहीं पहनना चाहिए. नौ दिन तक दाढ़ी, नाखून, बाल न काटें. इससे व्रती को दोष लगता है. बिस्तर पर न सोएं. भूल से भी शारीरिक संबंध न बनाएं. कहते हैं मां दुर्गा की पूजा में तन-मन दोनों शुद्ध होना जरुरी है.
4/5
![अगर नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाई है तो उसमें निरंतर तेल या घी डालते रहें. आखिरी दिन इसे स्वत: ही बुझने दें, खुद से फूंक मारकर न बुझाएं. दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो इसका उच्चारण सही करें, नहीं तो माता के क्रोध का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/17/b3fd3605a6033e29c188dbed7009077a2a982.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
अगर नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाई है तो उसमें निरंतर तेल या घी डालते रहें. आखिरी दिन इसे स्वत: ही बुझने दें, खुद से फूंक मारकर न बुझाएं. दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं तो इसका उच्चारण सही करें, नहीं तो माता के क्रोध का प्रकोप झेलना पड़ सकता है.
5/5
![नवरात्रि में कन्या, महिला, बुजुर्ग, पुश-पक्षियों को बेवजह परेशान न करें. किसी असहाय को मानसिक और शारीरिक तौर पर चोट न पहुंचाएं. इससे देवी नाराज होती हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/10/17/b8ae8dd574e889fc3639edec2101d6086ab74.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
नवरात्रि में कन्या, महिला, बुजुर्ग, पुश-पक्षियों को बेवजह परेशान न करें. किसी असहाय को मानसिक और शारीरिक तौर पर चोट न पहुंचाएं. इससे देवी नाराज होती हैं.
Published at : 17 Oct 2023 02:21 PM (IST)
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बॉलीवुड
बिहार
विश्व
Advertisement
![metaverse](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/045c7972b440a03d7c79d2ddf1e63ba1.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
Opinion