गुरु, मकर राशि में कर चुके हैं प्रवेश, मंगल-शनि पहले से ही विराजामन हैं, जानें असर
Guru Ka Rashi Parivartan: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो 29 मार्च को गुरु का राशि परिवर्तन लोगों को धैर्यवान बनाएगा.

Guru Transit 2020: गुरु 29 मार्च को धनु राशि में अपना समय पूर्ण कर अब मकर राशि में कर गए हैं. मकर राशि गुरु की नीच राशि मानी जाती है. इस राशि में गुरु को रहना अच्छा नहीं लगता है. लेकिन गुरु किसी का अहित नहीं करते हैं जबतक वह बहुत अशुभ स्थिति में न हों.
एस्ट्रोलॉजर शिल्पा राना के अनुसार मकर राशि में पहले से ही शनि और मंगल विराजमान हैं. शनि का संबंध जहां जनता से होता है वहीं मंगल का संबंध दवा और रक्त से भी होता है. इस समय पूरे देश में लॉकडाउन घोषित है. जिस कारण जनता को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है. देखा जाए तो लॉकडाउन जैसी स्थिति के पीछे शनि की अहम भूमिका है. गुरु इस समय जनता को धैर्य से काम लेने की भी सलाह दे रहे हैं. मकर राशि में मंगल की मौजूदगी पहले से ही है ऐसे में देव गुरु के संग आ जाने से लोग इस बीमारी से लड़ने के लिए अपने आप को मानसिक तौर पर पूरी तरह से तैयार कर लेंगे. धर्म कर्म और समाजसेवा से जुड़े लोग मदद के लिए आगे आएंगे.
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गुरु मकर राशि में लगभग एक माह का समय व्यतीत करेंगे. इस दौरान अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच सकता है, लेकिन जनता के मामले में कहा जाए तो इस परिस्थिति में जनता का विश्वास धर्म और प्रकृति पर बढ़ेगा. लोगों के चिंतन और मानसिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन भी हो सकता है.
घर में रहकर ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा सकता है. इस समय इस बीमारी से बचने में किसी भी प्रकार की लापरवाही खतरनाक हो सकती है. इसलिए जो भी उपाय सरकार द्वारा बताए गए हैं उनका पालन करना ही उचित है.
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Source: IOCL