एक्सप्लोरर

TECH EXPLAINED: भारत के नए AI नियम आपका फोन चलाने का तरीका बदल देंगे! इंटरनेट यूज़र्स के लिए शुरू होने वाला है नया दौर, जानें क्या-क्या बदलेगा

भारत में AI अब सिर्फ एक तकनीक नहीं बल्कि डिजिटल लाइफ़ का रोजमर्रा का हिस्सा बन चुका है चाहे चैटिंग हो, ऑनलाइन पेमेंट हों या फिर वे ऐप्स जो आपकी पसंद के हिसाब से वीडियो और शॉपिंग सुझाव दिखाते हैं.

Show Quick Read
Key points generated by AI, verified by newsroom

Artificial Intelligence: भारत में AI अब सिर्फ एक तकनीक नहीं, बल्कि डिजिटल लाइफ़ का रोज़मर्रा का हिस्सा बन चुका है चाहे चैटिंग हो, ऑनलाइन पेमेंट हों या फिर वे ऐप्स जो आपकी पसंद के हिसाब से वीडियो, ख़बरें और शॉपिंग सुझाव दिखाते हैं. जैसे-जैसे AI का दायरा बढ़ रहा है, वैसे-वैसे यह सवाल भी बड़ा हो रहा है कि इस शक्तिशाली तकनीक को कैसे नियंत्रित किया जाएगा और आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी.

इन्हीं चिंताओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने India AI Governance Guidelines जारी की हैं. लगभग 65 पन्नों वाली यह डॉक्यूमेंट बताती है कि देश में AI को सुरक्षित, पारदर्शी और सभी के लिए उपयोगी बनाने के लिए किस दिशा में कदम उठाए जाएंगे. भले यह दिशा-निर्देश बड़ी नीतियों पर आधारित हों लेकिन इसका सबसे बड़ा प्रभाव उन करोड़ों लोगों पर पड़ेगा जो रोज अपने स्मार्टफोन और इंटरनेट सेवाओं पर निर्भर रहते हैं. सरकार का सबसे बड़ा संदेश यह है कि AI पर जनता का भरोसा ही इसका आधार है और अगर भरोसा कमजोर पड़ा तो तकनीक का विस्तार भी रुक जाएगा.

AI ऐप्स में साफ़-सुथरे खुलासे और पारदर्शिता की शुरुआत

नए नियमों के लागू होने के बाद यूज़र्स के डिजिटल अनुभव का सबसे बड़ा बदलाव पारदर्शिता के रूप में सामने आएगा. सरकार ने साफ़ कहा है कि AI सिस्टम ‘Understandable by Design’ होने चाहिए यानी किसी भी ऐप में इस्तेमाल हो रही AI के बारे में यूज़र को सरल और समझ में आने वाले खुलासे मिलें.

इसका असर यह होगा कि आपकी स्क्रीन पर जो भी AI-जनित सामग्री दिखेगी, चैटबॉट से होने वाली बातचीत, या फिर शॉपिंग/लोन जैसे ऐप्स की सिफारिशें इन सबकी वजहें स्पष्ट तौर पर बतानी होंगी. एल्गोरिदम अब अपने फैसले छुपाकर नहीं रख पाएंगे.

सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि पूरी AI वैल्यू-चेन डिज़ाइन, डेवलपमेंट से लेकर ऑपरेशन तक की पारदर्शिता ज़रूरी है ताकि किसी भी गलती या दुरुपयोग पर तुरंत कार्रवाई की जा सके.

डीपफेक और खतरनाक AI कंटेंट पर सख़्त नियंत्रण

AI के बढ़ते दुरुपयोग से सबसे ज्यादा चिंता डीपफेक्स को लेकर है. फर्जी वीडियो, आवाज़ और तस्वीरों ने लोगों की निजता और सुरक्षा को गंभीर खतरा बना दिया है. दिशानिर्देशों में इसे समाज के लिए तेज़ी से बढ़ता हुआ ख़तरा बताया गया है और तुरंत कदम उठाने की ज़रूरत जताई गई है.

सरकार चाहती है कि AI-बने वीडियो और तस्वीरें वॉटरमार्क के साथ आएं ताकि असली और नकली कंटेंट की पहचान आसान हो. साथ ही प्लेटफॉर्म्स को ऐसे सिस्टम बनाने होंगे जो डीपफेक तैयार करने वालों का पता लगा सकें. दस्तावेज़ में खासतौर पर यह भी कहा गया है कि महिलाएं AI-आधारित गैर-सहमति वाले कंटेंट की शिकार सबसे अधिक बन रही हैं, इसलिए उनके लिए अलग से सुरक्षा उपाय और सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है.

डाटा प्राइवेसी के कड़े नियम और यूज़र के अधिकार

AI मॉडलों को ट्रेन करने के लिए उपयोगकर्ताओं का डाटा सबसे महत्वपूर्ण आधार है. इसी वजह से सरकार ने यह साफ कहा है कि AI सिस्टम को भारत के डेटा प्रोटेक्शन कानूनों के अनुरूप चलाना अनिवार्य होगा.

AI मॉडल में किसी भी उपयोगकर्ता का डाटा इस्तेमाल करने से पहले स्पष्ट सहमति लेनी होगी. यूज़र्स को यह भी बताना होगा कि उनका कौन-सा डेटा किस उद्देश्य के लिए लिया जा रहा है और उसका इस्तेमाल कैसे होगा. भविष्य में यूज़र्स को अपने डाटा को अन्य सेवाओं पर ट्रांसफर करने का अधिकार (डेटा पोर्टेबिलिटी) भी मिल सकता है जिससे डिजिटल स्वतंत्रता और बढ़ेगी.

AI की वजह से नुकसान हो तो शिकायतों का तेज समाधान

दिशानिर्देशों ने ग्रिवेंस रिड्रेसल पर खास ध्यान दिया है. सरकार का कहना है कि हर कंपनी और प्लेटफॉर्म को ऐसा सिस्टम बनाना होगा जहां यूज़र AI-संबंधित किसी भी नुकसान की शिकायत आसानी से दर्ज करा सके. इसके लिए मल्टी-लैंग्वेज सपोर्ट, त्वरित प्रतिक्रिया और समाधान की स्पष्ट जानकारी देना अनिवार्य होगा. इसके साथ ही, एक राष्ट्रीय AI Incident Database बनाने की भी सिफारिश की गई है, जहां AI से जुड़े सभी घटनाक्रम दर्ज होंगे ताकि समय रहते जोखिमों का पता लग सके.

स्मार्टफोन और इंटरनेट को साइबर हमलों से मजबूत सुरक्षा

AI का दुरुपयोग साइबर अटैक, डेटा पॉइज़निंग या सिस्टम के साथ छेड़छाड़ जैसे रूप भी ले सकता है. दिशानिर्देश इन खतरों पर चेतावनी देते हुए मजबूत सुरक्षा उपायों की जरूरत बताते हैं. इससे डिजिटल इकोसिस्टम में बेहतर सुरक्षा आएगी—चाहे वह ऐप्स हों, नेटवर्क हों या फिर खुद स्मार्टफ़ोन. AI-आधारित खतरे पहचानने वाली तकनीकें और सुरक्षा ऑडिट आम बात बन जाएंगी.

AI साक्षरता बढ़ाने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान

दस्तावेज़ में बार-बार इस बात पर जोर दिया गया है कि जनता को AI के बारे में जागरूक करना बेहद जरूरी है यह कैसे काम करता है, इसके फायदे क्या हैं और इसके जोखिम क्या हो सकते हैं. सरकार राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग प्रोग्राम और पब्लिक कैंपेन चलाने की तैयारी में है ताकि लोग डीपफेक पहचान सकें, गलत सुझावों को समझ समझ सकें और तकनीक का सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल कर सकें.

यह भी पढ़ें:

WhatsApp का कमाल! अब बिना सुने किसी भी Voice Message को ऐसे पढ़ सकेंगे, ट्रिक जानकर दंग रह जाएंगे

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों की अब नहीं चलेगी मनमर्जी, फीस पर सरकार ने कसा शिकंजा, नया कानून लागू
दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों की अब नहीं चलेगी मनमर्जी, फीस पर सरकार ने कसा शिकंजा, नया कानून लागू
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा?
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, क्या कहा?
स्टीव स्मिथ से डेवोन कॉनवे तक, ऑक्शन में नहीं बिके कई स्टार खिलाड़ी; देखें अनसोल्ड प्लेयर्स की लिस्ट
स्मिथ से कॉनवे तक, ऑक्शन में नहीं बिके कई स्टार खिलाड़ी; देखें अनसोल्ड प्लेयर्स की लिस्ट
Advertisement

वीडियोज

Bollywood News:बॉलीवुड गलियारों की बड़ी खबरें? | KFH
Kanpur News: कानपूर में दिखा नकाबपोश बदमाशों का तांडव , 3 सेकेंड में घर पर फेंके 3 बम
BJP State President: क्या बदलेगा नए BJP अध्यक्ष के आने से? | UP News | BJP | Mahadangal
Commodities Market में Copper की ज़बरदस्त Rally: 35% Jump और $12,000 का Level | Paisa Live
West Bengal Elections: 'महिलाएं रसोई के औजारों के साथ तैयार रहें', जनता को क्यों भड़का रही ममता?
Advertisement

फोटो गैलरी

Advertisement
Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
ISI के निशाने पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान, खतरे को देखते हुए सुरक्षा बढ़ाई, Z+ सिक्योरिटी मिली हुई
दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों की अब नहीं चलेगी मनमर्जी, फीस पर सरकार ने कसा शिकंजा, नया कानून लागू
दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों की अब नहीं चलेगी मनमर्जी, फीस पर सरकार ने कसा शिकंजा, नया कानून लागू
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, जानें क्या कहा?
'BJP के ऐतिहासिक प्रदर्शन को...', तिरुवनंतपुरम में फहराया भगवा तो शशि थरूर का आया पहला रिएक्शन, क्या कहा?
स्टीव स्मिथ से डेवोन कॉनवे तक, ऑक्शन में नहीं बिके कई स्टार खिलाड़ी; देखें अनसोल्ड प्लेयर्स की लिस्ट
स्मिथ से कॉनवे तक, ऑक्शन में नहीं बिके कई स्टार खिलाड़ी; देखें अनसोल्ड प्लेयर्स की लिस्ट
FA9LA से जमाल कुडू तक, बॉलीवुड में जलवा बिखेर चुके हैं ये अरेबिक गाने
FA9LA से जमाल कुडू तक, बॉलीवुड में जलवा बिखेर चुके हैं ये अरेबिक गाने
लालू की संपत्ति को लेकर सम्राट चौधरी के बयान से सियासी बवाल, RJD बोली- 'कानून हाथ में लेने की...'
लालू की संपत्ति को लेकर सम्राट चौधरी के बयान से सियासी बवाल, RJD बोली- 'कानून हाथ में लेने की...'
Road Markings: सड़कों पर क्यों बनाई जाती है सफेद और पीली पट्टी, जानें क्या है दोनों में अंतर
सड़कों पर क्यों बनाई जाती है सफेद और पीली पट्टी, जानें क्या है दोनों में अंतर
भारत मौसम विज्ञान विभाग में आवेदन का आखिरी मौका, 134 पदों पर भर्ती; जानें कौन कर सकता है अप्लाई?
भारत मौसम विज्ञान विभाग में आवेदन का आखिरी मौका, 134 पदों पर भर्ती; जानें कौन कर सकता है अप्लाई?
Embed widget