पत्रकार का घर गिराए जाने पर भड़के CM उमर अब्दुल्ला, 'खास समुदाय को निशाना बनाया जा रहा'
Jammu Kashmir News: सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अधिकारियों को LG प्रशासन ने नियुक्त किया है. वे चुनी हुई सरकार को भरोसे में लिए बिना बुलडोजर का इस्तेमाल कर रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने उपराज्यपाल के नेतृत्व वाले प्रशासन पर सरकार के रोजाना के कामों में सीधे दखल देकर चुनी हुई सरकार को नीचा दिखाने की साजिश करने का आरोप लगाया है. उमर अब्दुल्ला हाल ही में जम्मू में हुए बुलडोजर एक्शन पर कमेंट कर रहे थे. जहां एक लोकल पत्रकार का घर कथित तौर पर बिना सही नियम-कानून के गिरा दिया गया था.
जम्मू इलाके में चुनिंदा तोड़-फोड़ पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा कि LG ऑफिस द्वारा नियुक्त अधिकारी जानबूझकर एक खास समुदाय को निशाना बनाकर घर गिराने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसी कार्रवाई शुरू करने से पहले किसी भी मंत्री को न तो बताया गया और न ही चुनी हुई सरकार को भरोसे में लिया गया."
सीएम उमर अब्दुल्ला ने प्रशासन पर मढ़े आरोप
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अधिकारियों को LG प्रशासन ने नियुक्त किया है और वे चुनी हुई सरकार को भरोसे में लिए बिना बुलडोजर का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारी चुनी हुई सरकार से मंजूरी लिए बिना तोड़-फोड़ की कार्रवाई कर रहे हैं.
उनकी यह बात जम्मू डेवलपमेंट अथॉरिटी (JDA) द्वारा जम्मू में एक पत्रकार का घर गिराए जाने के एक दिन बाद आई है. उमर अब्दुल्ला ने जम्मू डेवलपमेंट अथॉरिटी के चेयरमैन को चुनौती देते हुए कहा कि अधिकारी एक साजिश के तहत चुन-चुनकर घर गिरा रहे हैं, क्योंकि सिर्फ एक खास कम्युनिटी को टारगेट किया जा रहा है.
इस दौरान सीएम उमर ने कहा, "मैं JDA चेयरमैन को चुनौती देता हूं कि वे अथॉरिटी की जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों की पूरी लिस्ट जारी करें, तभी यह साफ होगा कि वे कैसे चुन-चुनकर काम कर रहे हैं, क्योंकि लिस्ट से पता चल जाएगा कि कब्जा करने वाला कौन है और उनके पीछे कौन है." उन्होंने इशारा किया कि चुनाव को ध्यान में रखकर घर गिराए जा रहे हैं.
इस मामले पर महबूबा मुफ्ती ने की आलोचना
इस बीच पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की चीफ महबूबा मुफ्ती ने जम्मू में अधिकारियों द्वारा एक पत्रकार का घर गिराए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि केंद्र शासित प्रदेश नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) सरकार के हाल ही में असेंबली में पार्टी के 'एंटी-बुलडोजर' बिल को खारिज करने के फैसले के बुरे नतीजे भुगत रहा है.
मुफ्ती ने शुक्रवार (29 नवंबर) को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "ये UP या दूसरी जगहों के लाचार मुस्लिम परिवारों के घर नहीं हैं, जहां माइनॉरिटीज को टारगेट करना आम बात हो गई है. यह जम्मू-कश्मीर है जहां अरफाज, एक जर्नलिस्ट जिन्होंने 40 साल पहले 3 मरला जमीन पर एक मामूली घर बनाया था, उन्होंने उसे कुछ ही सेकंड में मलबे में बदलते देखा."
उन्होंने कहा, "NC सरकार ने PDP के एंटी-बुलडोजर बिल को इन लोगों को जमीन हड़पने वाला बताकर खारिज कर दिया. आज, उस फैसले के बुरे नतीजे सबके सामने हैं." बता दें कि गुरुवार (27 नवंबर) को जम्मू डेवलपमेंट अथॉरिटी ने एक एंटी-एनक्रोचमेंट ड्राइव चलाई, जिसके दौरान बुलडोजर ने शहर के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में गैर-कानूनी स्ट्रक्चर को गिरा दिया. गिराए गए स्ट्रक्चर में जर्नलिस्ट अरफाज अहमद का घर भी शामिल था.
Source: IOCL






















