एक्सप्लोरर

Banke Bihari Temple: वृंदावन में है विश्व प्रसिद्द बांके बिहारी मंदिर, यहां लगती है हजारों की भीड़, जानें- पूजा का महत्व

बाके बिहारी मंदिर

1/6
Banke Bihari Temple : यूपी के वृंदावन में कई प्रसिद्ध मंदिर है. जिनमें भक्तों की गहरी आस्था है. यहां का बांके बिहारी मंदिर भी विश्व प्रसिद्ध है. भक्तों का मानना है कि जो भी व्यक्ति यहां पर बांके बिहारी के दर्शन और पूजा करता है उसका जीवन सफल हो जाता है. माना जाता है कि बांके बिहारी मंदिर यहां के मंदिरों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और मनोकानओं को पूरा करने वाला मंदिर है, तो चलिए आपको बताते हैं बांके बिहारी मंदिर के महत्व के बारे में.....
Banke Bihari Temple : यूपी के वृंदावन में कई प्रसिद्ध मंदिर है. जिनमें भक्तों की गहरी आस्था है. यहां का बांके बिहारी मंदिर भी विश्व प्रसिद्ध है. भक्तों का मानना है कि जो भी व्यक्ति यहां पर बांके बिहारी के दर्शन और पूजा करता है उसका जीवन सफल हो जाता है. माना जाता है कि बांके बिहारी मंदिर यहां के मंदिरों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय और मनोकानओं को पूरा करने वाला मंदिर है, तो चलिए आपको बताते हैं बांके बिहारी मंदिर के महत्व के बारे में.....
2/6
बांके नाम कैसे पड़ा- बांके का अर्थ होता है तीन कोणों पर मुड़ा हुआ, जो वास्तव में बांसुरी बजाते भगवान कृष्ण की ही एक मुद्रा है. बांसुरी बजाते समय भगवान कृष्ण का दाहिना घुटना बाएं घुटने के पास मुड़ा रहता था, तो सीधा हाथ बांसुरी को थामने के लिए मुड़ा रहता था. इसी तरह उनका सिर भी इसी दौरान एक तरफ हल्का सा झुका रहता था.
बांके नाम कैसे पड़ा- बांके का अर्थ होता है तीन कोणों पर मुड़ा हुआ, जो वास्तव में बांसुरी बजाते भगवान कृष्ण की ही एक मुद्रा है. बांसुरी बजाते समय भगवान कृष्ण का दाहिना घुटना बाएं घुटने के पास मुड़ा रहता था, तो सीधा हाथ बांसुरी को थामने के लिए मुड़ा रहता था. इसी तरह उनका सिर भी इसी दौरान एक तरफ हल्का सा झुका रहता था.
3/6
1860 में हुआ निर्माण - इस मंदिर का निर्माण 1860 में हुआ था तथा यह राजस्थानी वास्तुकला का एक नमूना है. इस मंदिर के मेहराब का मुख तथा यहाँ स्थित स्तंभ इस तीन मंजिला इमारत को अनोखी आकृति प्रदान करते हैं. बांके बिहारी की यह छवि स्वामी हरिदास जी ने निधि वन में खोजी थी. स्वामी हरिदास जी भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त थे और उनका संबंध निम्बर्क पंथ से था. इस मंदिर का 1921 में स्वामी हरिदास जी के अनुयायियों के द्वारा पुनर्निर्माण कराया गया था.
1860 में हुआ निर्माण - इस मंदिर का निर्माण 1860 में हुआ था तथा यह राजस्थानी वास्तुकला का एक नमूना है. इस मंदिर के मेहराब का मुख तथा यहाँ स्थित स्तंभ इस तीन मंजिला इमारत को अनोखी आकृति प्रदान करते हैं. बांके बिहारी की यह छवि स्वामी हरिदास जी ने निधि वन में खोजी थी. स्वामी हरिदास जी भगवान कृष्ण के अनन्य भक्त थे और उनका संबंध निम्बर्क पंथ से था. इस मंदिर का 1921 में स्वामी हरिदास जी के अनुयायियों के द्वारा पुनर्निर्माण कराया गया था.
4/6
इस दिन होते हैं बांके बिहारी के चरणों के दर्शन - इस मंदिर में बिहारी जी की काले रंग की प्रतिमा है. मान्यता है कि इस प्रतिमा में साक्षात् श्री कृष्ण और राधा समाए हुए हैं. इसलिए इनके दर्शन मात्र से राधा कृष्ण के दर्शन का फल मिल जाता है.प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष मास की पंचमी तिथि को बांके बिहारी मंदिर में बांके बिहारी प्रकटोत्सव मनाया जाता है. वैशाख माह की तृतीया तिथि पर जिसे अक्षय तृतीया कहा जाता है उस दिन पूरे एक साल में सिर्फ इसी दिन बांके बिहारी के चरणों के दर्शन होते हैं. इस दिन भगवान के चरणों के दर्शन बहुत शुभ फलदायी होता है.
इस दिन होते हैं बांके बिहारी के चरणों के दर्शन - इस मंदिर में बिहारी जी की काले रंग की प्रतिमा है. मान्यता है कि इस प्रतिमा में साक्षात् श्री कृष्ण और राधा समाए हुए हैं. इसलिए इनके दर्शन मात्र से राधा कृष्ण के दर्शन का फल मिल जाता है.प्रत्येक वर्ष मार्गशीर्ष मास की पंचमी तिथि को बांके बिहारी मंदिर में बांके बिहारी प्रकटोत्सव मनाया जाता है. वैशाख माह की तृतीया तिथि पर जिसे अक्षय तृतीया कहा जाता है उस दिन पूरे एक साल में सिर्फ इसी दिन बांके बिहारी के चरणों के दर्शन होते हैं. इस दिन भगवान के चरणों के दर्शन बहुत शुभ फलदायी होता है.
5/6
बांके बिहारी की प्रकट होने की कथा-  भगवान श्रीकृष्ण के भक्त स्वामी हरिदास जी वृंदावन में स्थित श्री कृष्ण की रासस्थली निधिवन में बैठकर भगवान को अपने संगीत से रिझाया करते थे. इनकी भक्ति और गायन से रिझकर भगवान श्री कृष्ण इनके सामने आ जाते.एक दिन इनके एक शिष्य ने कहा कि आप हमें भी भगवान कृष्ण के दर्शन करवाएं. इसके बाद हरिदास जी श्री कृष्ण की भक्ति में डूबकर भजन गाने लगे और राधा कृष्ण की युगल जोड़ी प्रकट हुई.श्री कृष्ण और राधा ने हरिदास के पास रहने की इच्छा प्रकट की लेकिन हरिदास जी ने कृष्ण से कहा कि प्रभु मैं तो संत हूं. आपको लंगोट पहना दूंगा लेकिन माता को नित्य आभूषण कहां से लाकर दूंगा.भक्त की बात सुनकर राधा कृष्ण की युगल जोड़ी एकाकार होकर एक विग्रह रूप में प्रकट हुई. हरिदास जी ने इस विग्रह को बांके बिहारी नाम दिया.
बांके बिहारी की प्रकट होने की कथा- भगवान श्रीकृष्ण के भक्त स्वामी हरिदास जी वृंदावन में स्थित श्री कृष्ण की रासस्थली निधिवन में बैठकर भगवान को अपने संगीत से रिझाया करते थे. इनकी भक्ति और गायन से रिझकर भगवान श्री कृष्ण इनके सामने आ जाते.एक दिन इनके एक शिष्य ने कहा कि आप हमें भी भगवान कृष्ण के दर्शन करवाएं. इसके बाद हरिदास जी श्री कृष्ण की भक्ति में डूबकर भजन गाने लगे और राधा कृष्ण की युगल जोड़ी प्रकट हुई.श्री कृष्ण और राधा ने हरिदास के पास रहने की इच्छा प्रकट की लेकिन हरिदास जी ने कृष्ण से कहा कि प्रभु मैं तो संत हूं. आपको लंगोट पहना दूंगा लेकिन माता को नित्य आभूषण कहां से लाकर दूंगा.भक्त की बात सुनकर राधा कृष्ण की युगल जोड़ी एकाकार होकर एक विग्रह रूप में प्रकट हुई. हरिदास जी ने इस विग्रह को बांके बिहारी नाम दिया.
6/6
दर्शन- ऐसी मान्यता है जो भक्त बांके बिहारी के दर्शन करता है वह उन्हीं का हो जाता है. भगवान के दर्शन और पूजा करने से व्यक्ति के सभी संकट मिट जाते हैं . बांके बिहारी की पूजा में उनका श्रृंगार विधिवत किया जाता है. उन्हें भोग में माखन, मिश्री,केसर, चंदन और गुलाब जल चढ़ाया जाता है.
दर्शन- ऐसी मान्यता है जो भक्त बांके बिहारी के दर्शन करता है वह उन्हीं का हो जाता है. भगवान के दर्शन और पूजा करने से व्यक्ति के सभी संकट मिट जाते हैं . बांके बिहारी की पूजा में उनका श्रृंगार विधिवत किया जाता है. उन्हें भोग में माखन, मिश्री,केसर, चंदन और गुलाब जल चढ़ाया जाता है.

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड फोटो गैलरी

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

जो बाइडेन को चांदी का ट्रेन मॉडल, फर्स्ट लेडी जिल को पश्मीना शॉल, US पहुंचे PM मोदी ने दिए ये खास गिफ्ट
जो बाइडेन को चांदी का ट्रेन मॉडल, फर्स्ट लेडी जिल को पश्मीना शॉल, US पहुंचे PM मोदी ने दिए ये खास गिफ्ट
‘मुख्यमंत्री बनने की मांग की तो...', कुमारी सैलजा के BJP में शामिल होने की खबरों के बीच CM सैनी का बड़ा बयान
‘मुख्यमंत्री बनने की मांग की तो...', कुमारी सैलजा के BJP में शामिल होने की खबरों के बीच CM सैनी का बड़ा बयान
जब अमिताभ बच्चन के पास वॉचमैन तक को देने के लिए नहीं थे पैसे, हंस रहा था पूरा बॉलीवुड, इस सुपरस्टार ने सुनाई बिग बी की कहानी
जब अमिताभ बच्चन के पास वॉचमैन तक को देने के लिए नहीं थे पैसे, हंस रहा था पूरा बॉलीवुड
Root Canal And Heart: क्या दांतों का रूट कैनाल ट्रीटमेंट बन सकता है हार्ट अटैक की वजह, जानें इस बात में है कितनी सच्चाई?
क्या दांतों का रूट कैनाल ट्रीटमेंट बन सकता है हार्ट अटैक की वजह, जानें सच्चाई?
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Patna Breaking: कांग्रेस जिला अध्यक्ष Shashi Ranjan के घर हमला, बाहर खड़ी गाड़ियों में की तोड़फोड़ |Kejriwal Janata Ki Adalat: जंतर-मंतर पर केजरीवाल की जनता की अदालत को लेकर क्या है तैयारियां?Kanpur Railway News: कानपुर में रेलवे ट्रैक पर मिला छोटा सिलेंडर, ट्रेन को पलटाने की साजिश?BJP Protest: Arvind Kejriwal के खिलाफ BJP कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन | ABP News |

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
जो बाइडेन को चांदी का ट्रेन मॉडल, फर्स्ट लेडी जिल को पश्मीना शॉल, US पहुंचे PM मोदी ने दिए ये खास गिफ्ट
जो बाइडेन को चांदी का ट्रेन मॉडल, फर्स्ट लेडी जिल को पश्मीना शॉल, US पहुंचे PM मोदी ने दिए ये खास गिफ्ट
‘मुख्यमंत्री बनने की मांग की तो...', कुमारी सैलजा के BJP में शामिल होने की खबरों के बीच CM सैनी का बड़ा बयान
‘मुख्यमंत्री बनने की मांग की तो...', कुमारी सैलजा के BJP में शामिल होने की खबरों के बीच CM सैनी का बड़ा बयान
जब अमिताभ बच्चन के पास वॉचमैन तक को देने के लिए नहीं थे पैसे, हंस रहा था पूरा बॉलीवुड, इस सुपरस्टार ने सुनाई बिग बी की कहानी
जब अमिताभ बच्चन के पास वॉचमैन तक को देने के लिए नहीं थे पैसे, हंस रहा था पूरा बॉलीवुड
Root Canal And Heart: क्या दांतों का रूट कैनाल ट्रीटमेंट बन सकता है हार्ट अटैक की वजह, जानें इस बात में है कितनी सच्चाई?
क्या दांतों का रूट कैनाल ट्रीटमेंट बन सकता है हार्ट अटैक की वजह, जानें सच्चाई?
IN Pics: बॉलीवुड एक्ट्रेस संग घर बसाना चाहते थे ये क्रिकेटर, लेकिन पूरी नहीं हो सकी मोहब्बत की 'कहानी'
बॉलीवुड एक्ट्रेस संग घर बसाना चाहते थे ये क्रिकेटर, लेकिन पूरी नहीं हो सकी मोहब्बत की 'कहानी'
Ravi Ashwin: चेन्नई में रविचंद्रन अश्विन का बड़ा कारनामा, टेस्ट में 5 विकेट लेने वाले सबसे उम्रदराज गेंदबाज बने
चेन्नई में रविचंद्रन अश्विन का बड़ा कारनामा, टेस्ट में 5 विकेट लेने वाले सबसे उम्रदराज गेंदबाज बने
Pitru Paksha 2024: कुंवारा पंचमी श्राद्ध क्या है ? पितृ पक्ष में कब है ये, जानें डेट और महत्व
कुंवारा पंचमी श्राद्ध क्या है ? पितृ पक्ष में कब है ये, जानें डेट और महत्व
अयोध्या के सपा सांसद के बेटे अजीत प्रसाद पर अपहरण कर पिटाई का आरोप, पीड़ित ने तहरीर दी
अयोध्या के सपा सांसद के बेटे पर अपहरण कर पिटाई का आरोप
Embed widget