एक्सप्लोरर
Last Sawan Somvar 2022: देश के इन राज्यों में स्थित है वो शिवलिंग जो हर साल बढ़ते हैं, जानिए क्या है पूरा रहस्य ?
Famous Shiva Temple: अगर आप भगवान शिव के भक्त हैं तो आपको सावन में तिलभांडेश्वर महादेव, भूतेश्वर महादेव, मतंगेश्वर शिवलिंग के दर्शन जरूर करने चाहिए.
देश पांच चमत्कारिक शिवलिंग
1/6

Sawan 2022: आज यानि 8 अगस्त को सावन (Sawan 2022) का आखिरी सोमवार है. सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की आराधना का विशेष महत्व है. इस महीने में शिवभक्त अपने ईष्ट देव को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा अर्चना करते हैं और भोलेनाथ भी अपने भक्तों को मनचाहा फल देते हैं. देवों के देव महादेव की महिमा को तो हर भक्त जानता ही है आज हम आपको बताएं कुछ खास शिवलिंग के बारे में, जिनकी अपनी अलग चमत्कारिक मान्यताए हैं. ये ना सिर्फ रहस्यमयी हैं बल्कि इनपर भक्तों का अटूट भरोसा है.
2/6

मृदेश्वर महादेव मंदिर, गुजरात - गुजरात के गोधरा में मौजूद मृदेश्वर महादेव मंदिर की भक्तों में एक अलग आस्था है. मान्यता है कि ये मंदिर हर साल एक चावल के दाने के समान बढ़ जाता है. कहा जाता है कि जिस दिन शिवलिंग मंदिर के छत को छू लेगा वो दिन प्रलय का दिन होगा. इस शिवलिंग से एक जल धारा निकलती है, जो कभी भी नहीं रुकती.
3/6

भूतेश्वर महादेव, छत्तीसगढ़ - छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पास स्थित भूतेश्वर महादेव का मंदिर में एक प्राकृतिक शिवलिंग विराजमान है. इस शिवलिंग को भकुर्रा महादेव के नाम से भी जाना जाता है. मान्यता है कि ये शिवलिंग हर साल बढ़ता है. कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मुराद जरूर पूरी होती है.
4/6

तिलभांडेश्वर महादेव, वाराणसी - शिव की नगरी काशी भगवान भोलेनाथ के रंगों में हर वक्त हर मौसम सराबोर रहती है. लेकिन सावन के महीने में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है. यहां के मशहूर शिव मंदिरों में से एक है तिलभांडेश्वर महादेव. काशी की पांडेय हवेली में मौजूद इस शिवलिंग को स्वयंभू शिवलिंग कहा जाता है. मान्यता है कि ये शिवलिंग सतयुग में प्रकट हुआ था. कहा जाता है कि कलियुग से पहले के वक्त ये शिवलिंग हर दिन एक तिल के दाने के समान बढ़ जाता था. चिंता में मग्न लोगों ने भगवान की आराधना की तो भोलेनाथ ने वरदान दिया कि ये सिर्फ मकर संक्रांति के दिन ही एक तिल के समान बढ़ेगा.
5/6

पौड़ीवाला शिव मंदिर, हिमाचल प्रदेश - सिरमौर जिले में नाहन से थोड़ी दूर मौजूद ये मंदिर भक्तों के लिए खास है. मान्यता है कि इस मंदिर की स्थापना रावण ने की थी. रावण ने अमरत्व हासिल करने के लिए घोर तपस्या की. पांच पौड़ी बनाने के लिए रावण ने शुरुआत की थी लेकिन वो चार ही बना पाया था.
6/6

मतंगेश्वर शिवलिंग, मध्यप्रदेश - खजुराओ की ऐतिहासिक और अद्भुत आकृतियों के ही एक हिस्से में मौजूद मतंगेश्वर महादेव के शिवलिंग की अपनी अलग महिला है. इस मंदिर के शिवलिंग के बारे में भी मान्यता है कि ये हर साल थोड़ा बढ़ता है. मृत्युंजय महादेव के नाम से भी विख्यात इस मंदिर में भक्तों की एक बड़ी संख्या दर्शन के लिए आती है.
Published at : 08 Aug 2022 01:18 PM (IST)
और देखें
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
दिल्ली NCR
बॉलीवुड
क्रिकेट
























