एक्सप्लोरर
'यूरोप को यूरोप रहने दें, इस्लामिक प्रैक्टिस बंद करें', स्वीडन की डेप्यूटी पीएम एबा बुश ने मुसलमानों के लिए क्यों कह दी ऐसी बात?
स्वीडन की डेप्युटी प्रधानमंत्री एबा बुश ने कहा कि देश में रह रहे सभी लोगों को स्वीडन के मूल्यों का पालन करना चाहिए. ये लोगों को एक-दूसरे के साथ शांति और स्वतंत्रता के साथ रहने के लिए प्रेरित करते हैं.
स्वीडिश डेप्यूटी पीएम एबा बुश के बयान से क्यों मचा बवाल?
1/6

स्वीडन की डेप्युटी प्रधानमंत्री एबा बुश ने रविवार (1 सितंबर, 2024) को देश में रह रहे मुसलमानों को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसने पूरे यूरोप में बवाल मचा दिया है.
2/6

डेप्युटी पीएम एबा बुश ने कहा कि स्वीडन में रहने वाले मुसलमानों को स्वीडिश मूल्यों के अनुकूल होकर रहना होगा.
3/6

एबा बुश ने यह भी कहा कि देश में रह रहे हर शख्स को स्वीडन के मूल्यों को मानना चाहिए और उस पर चलना चाहिए. उन्होंने कहा कि इन्हें मानना किसी के भी लिए ऑप्शन नहीं हैं, इसे उन्हें मानना चाहिए.
4/6

डेप्युटी पीएम एबा बुश ने साफ शब्दों में कहा कि स्वीडन में रह रहे कई लोग इस्लामिक प्रैक्टिस करते हैं, लेकिन अब इसे खत्म करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जब ये लोग स्वीडिश संविधान का पालन करेंगे तभी स्वीडन को स्वीडन और यूरोप को यूरोप बने रहने में मदद मिलेगी.
5/6

डेप्युटी पीएम एबा बुश ने कहा कि स्वीडन के मूल्य हमें एक-दूसरे के साथ प्रेम, शांति और स्वतंत्रता से रहने के लिए प्रेरित करते हैं.
6/6

एबा बुश के इस बयान के बाद कई मुस्लिम संगठनों ने उनकी बुराई करनी शुरु कर दिया है. एबा बुश का ये रूप यूरोप के देशों कई में बहस का मुद्दा बन गया है.
Published at : 04 Sep 2024 05:12 PM (IST)
और देखें
Advertisement
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
महाराष्ट्र
विश्व
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड

























