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सरसों का तेल मिलावटी सेहत के लिए कितना खतरनाक? इतनी बीमारियों को देता है दावत
भारत में खाना बनाने के लिए सरसों का तेल सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, पिछले कई साल के दौरान सरसों के मिलावटी तेल के तमाम मामले सामने आ चुके हैं.
कई मेडिकल रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि सरसों का मिलावटी तेल गंभीर हेल्थ प्रॉब्लम्स का कारण बन सकता है. इसकी वजह से हार्ट डिजीज, लिवर डैमेज और ड्रॉप्सी जैसी खतरनाक बीमारियां होने का खतरा होता है.
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सरसों के तेल में जब सस्ते ऑयल जैसे राइस ब्रान ऑयल, पाम ऑयल या अर्गेमोन (सत्यानाशी) तेल, और केमिकल्स मिलाए जाते हैं, जिससे वह बेहद खतरनाक हो जाता है. एक्सपर्ट्स की मानें तो सरसों का खुला तेल अक्सर मिलावटी होता है, जिसमें अर्गेमोन ऑयल या खराब क्वालिटी वाले तेलों की मिलावट की आशंका रहती है.
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दिल्ली स्थित मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. गीतांजलि सिंह के मुताबिक, सरसों का मिलावटी तेल दिखने में असली जैसा लगता है, लेकिन इसमें मौजूद हानिकारक पदार्थ जैसे अर्गेमोन ऑयल से शरीर को काफी नुकसान होता है. ऐसे में लोगों को केवल FSSAI प्रमाणित तेल खरीदना चाहिए.
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अर्गेमोन ऑयल मिले सरसों के तेल में ड्रॉप्सी नाम की खतरनाक बीमारी हो सकती है. यह बीमारी 1998 के दौरान दिल्ली और नॉर्थ इंडिया में 60 लोगों की जान ले चुकी है. उस दौरान करीब 3000 लोग अस्पताल में भर्ती हुए थे. ड्रॉप्सी ऐसी कंडीशन है, जिसमें शरीर में सूजन खासकर पैरों और पेट में काफी दिक्कत होती है.
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सरसों का मिलावटी तेल लगातार इस्तेमाल करने से हार्ट की मांसपेशियों में फैट जमा हो सकता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है. मिलावटी तेल में राइस ब्रान या पाम ऑयल की मौजूदगी इस खतरे को ज्यादा बढ़ा देती है.
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सरसों के तेल में राइस ब्रान ऑयल की मिलावट लिवर डैमेज और सिरोसिस का खतरा बढ़ा सकती है. राइस ब्रान ऑयल सस्ता होता है, जो आमतौर पर मिलावट के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह तेल सरसों के तेल की क्वॉलिटी घटाता है और काफी समय तक इसका इस्तेमाल करने से लिवर पर प्रेशर बढ़ता है.
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सरसों के मिलावटी तेल से पाचन तंत्र भी प्रभावित होता है. इसका इस्तेमाल लगातार करने से अपच, गैस और पेट दर्द जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. मिलावटी तेल से पाचन एंजाइम्स प्रभावित होते हैं, जिससे पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो सकता है.
Published at : 10 Jul 2025 07:51 AM (IST)
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