एक्सप्लोरर
घोड़ा कभी बैठता क्यों नहीं, खड़े-खड़े कैसे पूरी कर लेता है अपनी नींद?
Horse Sleep Science: घोड़े का खड़े-खड़े सोना कोई चमत्कार नहीं, बल्कि प्रकृति की स्मार्ट इंजीनियरिंग है. यही खूबी उसे सतिशील, सुरक्षित और हमेशा तैयार बनाए रखती है. आइए उसके बारे में विस्तार से समझें.
आपने घोड़े को दौड़ते, खड़े रहते या झपकी लेते देखा होगा, लेकिन शायद ही कभी उसे बैठते हुए देखा हो. सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्यों? क्या घोड़े को थकान नहीं लगती या फिर उसकी नींद इंसानों से बिल्कुल अलग होती है? हैरानी की बात यह है कि घोड़ा खड़े-खड़े सो भी लेता है और फिर भी सतर्क रहता है. इसके पीछे शरीर की बनावट से लेकर लाखों साल का विकासवादी इतिहास छिपा है.
1/7

घोड़े का न बैठना उसकी आदत नहीं, बल्कि उसकी शारीरिक बनावट और जैविक मजबूरी है. घोड़ों की रीढ़ की हड्डी सीधी और लंबी होती है. अगर वह लंबे समय तक बैठता या लेटता है तो उसके पेट और फेफड़ों पर अत्यधिक दबाव पड़ता है.
2/7

इससे श्वसन तंत्र प्रभावित हो सकता है और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. यही कारण है कि घोड़ा बैठने से बचता है और खड़े रहना उसके लिए ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होता है.
Published at : 28 Dec 2025 04:16 PM (IST)
और देखें
Advertisement
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
विश्व
महाराष्ट्र
साउथ सिनेमा
इंडिया

























