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इन देशों को 'आम' भेजता है भारत, लिस्ट में सबसे ऊपर है ये मुस्लिम देश
Importers Of Indian Mango: भारत में तो आम का सीजन आते ही लोग इस पर टूट पड़ते हैं और तब तक खाते हैं, जब तक सीजन चला नहीं जाता. सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी भी आम के बहुत दीवाने हैं.
आम के बारे में मशहूर शायर अकबर इलाबाहादी लिखते हैं कि “नामा न कोई यार का पैगाम भेजिए, इस फस्ल में जो भेजिए बस आम भेजिए, ऐसा जरूर हो कि उन्हें रख के खा सकूं, पुख्ता अगर बीस तो दस आम भेजिए”. ये लाइनें बताती हैं कि सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि भारत के आम प्रेमी दुनिया भर में हैं. भारत में आम की करीब 1500 वैरायटी पाई जाती हैं. आइए जानें कि भारत का आम विदेशों में कैसे खास हुआ और कौन से देश यहां से आम खरीदते हैं.
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दुनिया में हर साल 20 मिलियन टन आम की पैदाइश होती है और इसका 40 फीसदी हिस्सा सिर्फ भारत से आता है. यही वजह है कि भारत आम की पैदावार में सबसे आगे है.
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नेशनल हॉर्टीकल्चर बोर्ड की रिपोर्ट की मानें तो भारत के बाद आम प्रोडक्शन में दूसरा नाम चीन फिर थाईलैंड, पाकिस्तान, मैक्सिको, नाइजीरिया, फिलिपींस, इंडोनेशिया और इजिप्ट का आता है.
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दुनियाभर में भारतीय आम की डिमांड इसलिए ज्यादा है, क्योंकि यहां आम की बहुत सारी वैरायटी हैं जो कि दुनिया में पसंद की जाती हैं. आइए जानें कि कौन से देश भारत से सबसे ज्यादा आम खरीदते हैं.
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भारत से आम खरीदने के मामले में टॉप पर आता है संयुक्त अरब अमीरात. इस मुस्लिम देश ने 2023-24 में भारत से 15,336 मीट्रिक टम आम खरीदे थे. भारतीय आम यहां बहुत पसंद किए जाते हैं.
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इसके बाद ब्रिटेन का नंबर आता है, जो कि हर साल करीब 4706 मीट्रिक टन आम खरीदता है. इसके बाद नेपाल, अमेरिका, कतर, कुवैत, ओमान, कनाडा, भूटान और फिर दसवें पायदान पर बहरीन शामिल है.
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भारतीय आमों में सबसे ज्यादा डिमांड दशहरी आम की होती है. इसके बाद अल्फांसो और केसर का नाम आता है. ये आम अपने खास तरीके के स्वाद, खुशबू और मिठास के लिए जानें जाते हैं.
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दशहरी आम को इसकी मिठास के लिए जाना जाता है. उत्तर भारत में इसे बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है. अल्फांसो और केसर आम भी बेहतरीन होते हैं. साल 2021-22 में भारत ने करीब 39 देशों को ताजा आम भेजे थे.
Published at : 08 Jun 2025 10:27 AM (IST)
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