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बीटेक के बाद युवाओं की पहली पसंद बना यह कोर्स; जानें क्यों है खास?
बीटेक कंप्यूटर साइंस और आईटी पढ़ने वाले स्टूडेंट्स के बीच बिग डाटा इंजीनियर का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है आईए जानते हैं क्यों है यह कोर्स इतना खास जो युवाओं की पहली पसंद बना हुआ है..
आज के समय में हर कंपनी डेटा पर चल रही है चाहे बैंक हो, ई-कॉमर्स वेबसाइट हो या फिर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इतना डेटा जब हर सेकंड बन रहा है, तो उसे संभालने के लिए विशेषज्ञों की जरूरत पड़ती है यही काम Big Data Engineers करते हैं इसलिए BTech CS और IT करने वाले युवाओं में यह करियर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.
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बिग डेटा इंजीनियर वह प्रोफेशनल होता है जो बेहद बड़े डेटा को मैनेज करने का काम करता है यह डेटा अलग-अलग ऐप्स, वेबसाइटों, मशीनों और सेंसर से आता है इस डेटा को इकट्ठा करना, स्टोर करना, सही तरीके से साफ करना और कंपनी के इस्तेमाल लायक बनाना ही उनका मुख्य काम होता है.
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BTech कंप्यूटर साइंस, आईटी या सॉफ्टवेयर से पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स इस फील्ड में आसानी से कदम रख सकते हैं इसके लिए Python या Java जैसी प्रोग्रामिंग भाषा आना जरूरी है साथ ही डेटाबेस की समझ और क्लाउड टेक्नोलॉजी का थोड़ा-बहुत ज्ञान हो तो शुरुआत और आसान हो जाती है टेक्निकल रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह प्रोफाइल काफी अच्छा माना जाता है.
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आज लगभग हर सेक्टर अपनी रणनीति डेटा के आधार पर तैयार कर रहा है इसी वजह से बिग डेटा इंजीनियर की जरूरत आईटी कंपनियों, बैंकों, ई-कॉमर्स, हेल्थकेयर, OTT प्लेटफॉर्म्स और बड़े स्टार्टअप्स में बढ़ गई है जहां भी डेटा का इस्तेमाल होता है, वहां इस रोल की आवश्यकता होती है छोटे शहरों से लेकर बड़े महानगरों तक, हर जगह इसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है.
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शुरुआत में करीब 7 से 8 लाख रुपये सालाना तक की सैलरी मिल जाती है कुछ सालों का अनुभव होने पर यह पैकेज 12 से 15 लाख रुपये तक पहुंच सकता है अच्छी स्किल्स और सही कंपनी में मौका मिलने पर यह सैलरी इससे भी ज्यादा हो सकती है टेक सेक्टर में होने वाली तेज ग्रोथ इस प्रोफाइल को और खास बनाती है.
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डेटा हर इंडस्ट्री का सबसे बड़ा हथियार बन चुका है कंपनियां अब अनुमान नहीं, बल्कि डेटा देखकर फैसले लेती हैं नए टूल्स और टेक्नोलॉजी आने से बिग डेटा इंजीनियर की जरूरत और तेजी से बढ़ रही है इस फील्ड में करियर ग्रोथ तेज है, सैलरी अच्छी है और काम भी चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद सीखने लायक है यही वजह है कि युवा इस ओर तेजी से आकर्षित हो रहे हैं.
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यह कोर्स आमतौर पर 3 से 6 महीने का होता है और इसकी फीस संस्थान के हिसाब से लगभग 20,000 रुपये से 1.5 लाख रुपये तक होती है अगर कोई छोटा सर्टिफिकेट कोर्स करना चाहे तो उसकी अवधि 1 से 2 महीने होती है और खर्च करीब 3,000 से 20,000 रुपये के बीच रहता है.
Published at : 06 Dec 2025 07:01 AM (IST)
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