ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली का इस्तेमाल किया तो देना पड़ेगा इतना जुर्माना, जान लें नियम
Punishment For Using Electric Kettle In Train: ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली चलाना खतरा पैदा कर सकता है. ऐसा करते पकड़े गए यात्री पर रेलवे एक्ट की धाराओं के तहत जुर्माना और सजा हो सकती है.

Punishment For Using Electric Kettle In Train: भारत में रोज बहुत से लोग ट्रेन से सफर करते हैं. बहुत से लोग सफर के दौरान अजीब तरह की हरकतें भी करते हैं. हाल ही में एक महिला कोच में इलेक्ट्रिक केतली लगाकर मैगी बनाती दिखी. जिसके बाद रेलवे ने कार्रवाई की. यह पहली बार नहीं है. कई यात्री सफर को आसान बनाने के लिए ऐसे गैजेट साथ ले आते हैं. लेकिन यहां एक बात समझनी होगी. ट्रेन कोई निजी जगह नहीं है. यह पूरी तरह नियमों से चलने वाली पब्लिक सर्विस है.
अगर हर कोई अपनी सुविधानुसार इलेक्ट्रिक चीजें चलाने लगे तो कोच में खतरा बढ़ जाता है. कई बार ओवरहीटिंग, शॉर्ट सर्किट और धुआं फैलने जैसी घटनाएं भी हो चुकी हैं. इसलिए रेलवे ने बिजली से जुड़े उपकरणों के लिए साफ नियम बनाए हैं. अगर आप इनका पालन नहीं करते तो जुर्माना भी लग सकता है. चलिए आपको बताते हैं अगर आप इलेक्ट्रिक केतली का ट्रेन में इस्तेमाल करते हैं. तो कितना जुर्माना लग सकता है.
ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली क्यों नहीं चला सकते?
ट्रेन में सफर करने को लेकर भारतीय रेलवे की ओर से नियम तय किए गए हैं और सभी यात्रियों को उन नियमों का पालन करना होता है. आप ट्रेन में अपने घर की तरह कोई भी चीज नहीं कर सकते. आप ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली नहीं चला सकते. ट्रेन की पावर सप्लाई घरेलू सिस्टम जैसी नहीं होती. यहां लोड फिक्स होता है और कोच की वायरिंग भी उसी हिसाब से बनी होती है. इलेक्ट्रिक केतली, इंडक्शन, हीटर, प्रेस या हाई वॉटेज वाले दूसरे उपकरण ज्यादा लोड खींचते हैं.
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इससे कोच की सिस्टम लाइन पर दबाव बढ़ जाता है और ओवरलोडिंग का खतरा बन जाता है. कई मामलों में चिंगारी निकलने, ब्रेकर गिरने या धुआं भरने की घटनाएं सामने आई हैं. रेलवे ऐसे हादसों को बेहद सीरियस लेता है. क्योंकि कोच में सैंकड़ों लोग सफर करते हैं. यही वजह है कि ट्रेन में केवल मोबाइल, पावर बैंक या लैपटॉप जैसे लो-वॉटेज डिवाइस ही चार्ज करने की इजाजत होती है.
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कितना जुर्माना लग सकता है?
ट्रेन में किसी भी तरह का हाई-वॉटेज इलेक्ट्रिक उपकरण चलाना नियमों का उल्लंघन है. अगर किसी को ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली या इसी तरह के हाई-वॉटेज डिवाइस चलाते पकड़ा गया तो रेलवे एक्ट के तहत जुर्माना लगाया जा सकता है. केस की गंभीरता के आधार पर राशि तय होती है.
रेलवे एक्ट के सेक्शन 153 के तहत जुर्माना और छह महीने तक की सजा का प्रावधान है. अगर इस हरकत से नुकसान हुआ या कोच में आग-धुआं जैसी स्थिति बनी तो सेक्शन 154 लागू हो सकती है. जिसमें जुर्माना और दो साल तक की सजा तक का प्रावधान है.
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