'यह न्याय की जीत है', जेल से बाहर आने के बाद सपा नेता इरफान सोलंकी की पहली प्रतिक्रिया
Kanpur News: समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी लंबे समय से महाराजगंज जेल में बंद थे. फिलहाल हाईकोर्ट से जमानत गैंग्सटर एक्ट के तहत दर्ज मामले में उन्हें जमानत मिल गई है.

कानपुर के सीसामऊ से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी 33 महीनों की जेल के बाद जमानत से बाहर आ गए हैं. इस बीच समर्थकों संग वह जेल से बाहर आते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए इरफान सोलंकी ने कहा, 'यह न्याय की जीत है.'
बता दें गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मामले में उन्हें महाराजगंज जेल से जमानत पर रिहाई मिली है. फिलहाल मंगलवार (30 सितंबर) को वह जेल से रिहा हो गए हैं. जेल से बाहर आने के बाद उनके चाहने वालों ने उनका जोरदार स्वागत किया है.
जेल से बाहर आए सपा विधायक इरफान सोलंकी
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक इरफान सोलंकी लंबे समय से महाराजगंज जेल में बंद थे. फिलहाल हाईकोर्ट से जमानत गैंग्सटर एक्ट के तहत दर्ज मामले में उन्हें जमानत मिल गई है. जमानत मिलने के बाद आज (30 सितंबर) को वह जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से बाहर आने के बाद वह सबसे पहले अपने परिवार के लोगों से मिले और उन्हें गले लगाया.
रिहाई मिलते ही उनको जेल के बाहर लेने पहुंचे समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया है. सपा नेता के बाहर आते ही उनके चाहने वालों ने जमकर नारेबाजी भी की है. फिलहाल वह महाराजगंज जेल से अपने आवास कानपुर की तरफ काफिले के साथ रवाना हो गए हैं.
इस दौरान उन्होंने अपनी रिहाई को न्याय की जीत करार दिया है. सपा नेता ने ज्यादा तो बात नहीं की, लेकिन पहली प्रतिक्रिया सिर्फ इतना ही कहा है. उनकी रिहाई के बाद उनके परिवार और समर्थकों में जबरदस्त खुशी और जश्न का माहौल है.
33 महीने बाद बाहर आए सपा नेता
बता दें इरफान सोलंकी 33 महीनों से जेल में बंद थे. अब जमानत के बाद वह रिहा हो गए हैं. उनके खिला आगजनी, जमीन कब्जाने, रंगदारी व कूट रचित पेपर तैयार करने जैसे कई आरोपों में मामले दर्ज हुए थे.
इरफान को बाकी सभी मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी थी, लेकिन गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में उनकी रिहाई अटकी हुई थी. फिलहाल इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद आखिरकार मंगलवार को वह सलाखों के पीछे से निकल आए हैं. वहीं जेल प्रशासन ने उन्हें शाम करीब छह बजे के बाद रिहाई दी है.
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