एक्सप्लोरर
ChatGPT से महिला ने कमाएं 1.32 करोड़ रुपए, जानिए क्या सच में AI से कमाया जा सकता है इतना पैसा
अमेरिका की एक महिला ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से लॉटरी जीत ली जिसकी वजह से अब यह सवाल चर्चा में है कि क्या वाकई AI किसी को मालामाल बना सकता है या यह सब सिर्फ किस्मत का खेल है.
अमेरिका की एक महिला ने हाल ही में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से लॉटरी जीत ली जिसकी वजह से अब यह सवाल चर्चा में है कि क्या वाकई AI किसी को मालामाल बना सकता है या यह सब सिर्फ किस्मत का खेल है. बहुत से लोग लॉटरी नंबर निकालने के लिए अलग-अलग गणनाएं और तरीके अपनाते हैं लेकिन अक्सर नतीजे उनके हिसाब से नहीं निकलते. ऐसे में अब कुछ लोगों ने AI से नंबर पूछकर टिकट खरीदना शुरू कर दिया है. लेकिन क्या सचमुच यह तरीका सब पर काम करेगा? इसी पर दो घटनाएं कई सवाल खड़े करती हैं.
1/5

वर्जीनिया की रहने वाली कैरी एडवर्ड्स ने 8 सितंबर को वर्जीनिया लॉटरी पावरबॉल ड्रॉ में जैकपॉट जीता. उनका कहना है कि उन्होंने जो नंबर चुने, वे ChatGPT की मदद से मिले थे. दिलचस्प बात यह है कि AI द्वारा बताए गए पहले पांच में से चार नंबर और पावरबॉल का नंबर सही बैठा.
2/5

इसके चलते उन्हें पहले तो 50,000 डॉलर का इनाम मिला लेकिन जब उन्होंने पावर प्ले ऑप्शन लिया तो यह राशि बढ़कर 1,50,000 डॉलर यानी लगभग 1.32 करोड़ रुपये हो गई. इस जीत के बाद लोग सोचने लगे कि क्या ChatGPT जैसी AI तकनीकें सच में किसी को करोड़पति बना सकती हैं या फिर यह सिर्फ एक इत्तेफाक था.
3/5

वहीं, दूसरी ओर लंदन के वेन विलियम्स नाम के शख्स का अनुभव बिल्कुल उल्टा रहा. उन्होंने मजाक में ChatGPT और Deepseek से यूरोमिलियंस लॉटरी के लिए रैंडम नंबर मांगे. दोनों चैटबॉट्स ने बिल्कुल एक जैसे नंबर सुझाए – 7, 14, 23, 35, 42, 3 और 9. इन नंबरों पर उन्होंने टिकट खरीदा लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वेन खाली हाथ रह गए.
4/5

इसी तरह, एक मीडियम यूजर ने भी अलग-अलग AI टूल्स जैसे Google Colab, Gemini 2.0 Flash, Grok 3, ChatGPT 4o और Claude 3.7 Sonnet की मदद से जर्मनी की लोकप्रिय Lotto 6 aus 49 लॉटरी में हाथ आजमाया. उसने करीब 14.90 यूरो यानी 1350 रुपये खर्च किए और इन टूल्स से मिले नंबरों पर टिकट खरीदा, लेकिन नतीजा नाकामी रहा.
5/5

इन घटनाओं से यह तो साफ है कि AI से मिले नंबर कभी-कभी लॉटरी जीतवा सकते हैं, लेकिन यह कोई गारंटी नहीं है. यह पूरी तरह किस्मत का खेल है जिसे कोई भी तकनीक पूरी तरह नियंत्रित नहीं कर सकती. AI सिर्फ अनुमान दे सकता है, लेकिन किस्मत कब किसका साथ दे दे, यह कहना मुश्किल है.
Published at : 23 Sep 2025 12:42 PM (IST)
और देखें
Advertisement
Advertisement























