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Hawa Mahal : जयपुर की शान है यहां का हवा महल, जानिए 953 खिड़कियां वाली इस पांच मंजिला इमारत का रोचक इतिहास
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हवा महल का इतिहास
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![Hawa Mahal: भारत का राजस्थान (Rajasthan) राज्य अपनी रंगीली संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है. यहां पर अनेकों महल है लेकिन जयपुर (Jaipur) का हवा महल (Hawa Mahal) सबसे अलग और सबसे खास है.इस महल की खूबसूरती किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है. आज इस रिपोर्ट में हम आपको हवा महल से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी नहीं सुनी होगी.....](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/81c93b1bb08e9b69cf7cc01d0fa83d49addb3.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Hawa Mahal: भारत का राजस्थान (Rajasthan) राज्य अपनी रंगीली संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है. यहां पर अनेकों महल है लेकिन जयपुर (Jaipur) का हवा महल (Hawa Mahal) सबसे अलग और सबसे खास है.इस महल की खूबसूरती किसी को भी मंत्रमुग्ध कर सकती है. आज इस रिपोर्ट में हम आपको हवा महल से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें बताने जा रहे हैं जो आपने पहले कभी नहीं सुनी होगी.....
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![जयपुर का हवा महल एक पांच मंजिला इमारत है. कहा जाता है कि ये महल ठोस नींव की कमी की वजह से घुमावदार और 87 डिग्री के कोण पर झुका हुआ है. इसको गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से बनाया गया है. इस महल की वजह से ही जयपुर को पिंक सिटी कहा जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/f3b451b9addca5560479e3f90bd0c6d4191e6.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
जयपुर का हवा महल एक पांच मंजिला इमारत है. कहा जाता है कि ये महल ठोस नींव की कमी की वजह से घुमावदार और 87 डिग्री के कोण पर झुका हुआ है. इसको गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से बनाया गया है. इस महल की वजह से ही जयपुर को पिंक सिटी कहा जाता है.
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![इस की 953 खिड़कियां भी इसे दूसरे महलों से अलग बनाती है. इन खिड़कियों की वजह से महल में कभी भी गर्मी नहीं होती बल्कि पर्यटकों को यहां ठंडक का एहसास होता है. बताया जाता है कि ये महल राजपूत सदस्यों और खासकर महिलाओं के लिए बनवाया गया था. ताकि वो आसानी से गली में हो रहे नाटक और नृत्य को देख सकें.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/27c91a82ca3b8a05c823e9e4b9b2e2fcf81d9.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इस की 953 खिड़कियां भी इसे दूसरे महलों से अलग बनाती है. इन खिड़कियों की वजह से महल में कभी भी गर्मी नहीं होती बल्कि पर्यटकों को यहां ठंडक का एहसास होता है. बताया जाता है कि ये महल राजपूत सदस्यों और खासकर महिलाओं के लिए बनवाया गया था. ताकि वो आसानी से गली में हो रहे नाटक और नृत्य को देख सकें.
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![भले ही ये महल पांच मंजिला है लेकिन इसमें ऊपर जाने के लिए कोई भी सीढ़िया नहीं बनाई है.यहां पर हर मंजिल में आप रैंप के जरिए जा सकते हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/8f3b83545528f93db6766ea112061a1fa48bf.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
भले ही ये महल पांच मंजिला है लेकिन इसमें ऊपर जाने के लिए कोई भी सीढ़िया नहीं बनाई है.यहां पर हर मंजिल में आप रैंप के जरिए जा सकते हैं.
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![इतिहास में ऐसा उल्लेख है कि, महल का नाम हवा महल इसकी 5 वीं मंजिल के नाम पर रखा गया है. क्योंकि इसकी 5 वीं मंजिल हवा मंदिर के नाम से जानी जाती है. इसलिए महल का नाम भी हवा महल रख दिया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/be746980f09933591c0479ea3e992d7fd3755.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इतिहास में ऐसा उल्लेख है कि, महल का नाम हवा महल इसकी 5 वीं मंजिल के नाम पर रखा गया है. क्योंकि इसकी 5 वीं मंजिल हवा मंदिर के नाम से जानी जाती है. इसलिए महल का नाम भी हवा महल रख दिया गया.
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![बता दें कि इस भव्य महल में तीन छोटे गोवर्धन कृष्ण मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर मौजूद है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/05/30/7591ba491167b3cfd918bc543d2ce60a92258.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
बता दें कि इस भव्य महल में तीन छोटे गोवर्धन कृष्ण मंदिर, प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर मौजूद है.
Published at : 31 May 2022 11:27 AM (IST)
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डॉ. सब्य साचिन, वाइस प्रिंसिपल, जीएसबीवी स्कूल
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