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रूस और ऑस्ट्रेलिया की तरह भारत में भी होनी चाहिए प्राइवेट आर्मी? क्या बोले एयरफोर्स के पूर्व चीफ
भारतीय वायुसेना के पूर्व चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया मानते हैं कि भारत की आर्मी किसी भी मुसिबत से लड़ने के लिए सक्षम है इसलिए भारत को किसी भी तरह की प्राइवेट आर्मी की जरूरत नहीं हैं.
भारतीय वायुसेना के पूर्व चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने प्राइवेट आर्मी पर क्या कहा?
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भारत के पूर्व एयरफोर्स चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया से सवाल पूछा गया कि क्या भारत में भी प्राइवेट आर्मी होनी चाहिए. रूस, अफगानिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के पास प्राइवेट आर्मी हैं.
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पूर्व चीफ आर के एस भदौरिया ने इस सवाल के जवाब में कहा कि भारत में प्राइवेट आर्मी के टॉपिक पर चर्चा ही नहीं होनी चाहिए.
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पूर्व चीफ भदौरिया ने कहा कि हमारे देश की जो आर्मी है वह बहुत ही ज्यादा केपेबल है. इन सब चीजों में पॉलिटिक्स को कोई जगह नहीं देनी चाहिए.
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पूर्व चीफ भदौरिया ने यह भी कहा कि सेनाओं की प्रोग्रेस पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में प्राइवेट आर्मी की कोई रिक्वायरमेंट है ही नहीं.
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रूस, ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान समेत कई देश प्राइवेट आर्मी का इस्तेमाल करते हैं. रूस के पास वैगनर, ऑस्ट्रेलिया के पास यूनिटी रिसोर्स ग्रुप और अफगानिस्तान के पास एशिया सिक्योरिटी ग्रुप है.
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आर के एस भदौरिया ने अपने जीवन के लगभग 40 साल भारतीय वायुसेना को दिए हैं. साल 2021 में वह रिटायर हो गए थे.
Published at : 09 Sep 2024 10:56 AM (IST)
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